छात्र संगठन द्वारा प्रदर्शन के विरुद्ध केरल के ‘राज्यपाल का धरना’

Tuesday, Jan 30, 2024 - 02:23 AM (IST)

इन दिनों केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की वामपंथी सरकार तथा राज्यपाल ‘आरिफ मोहम्मद खान’ में विभिन्न मुद्दों को लेकर टकराव चल रहा है। जहां राज्य सरकार ने उन पर अनेक आरोप लगाए हैं, वहीं ‘आरिफ मोहम्मद खान’ का कहना है कि राज्य सरकार उन्हें काम नहीं करने दे रही। इसी बीच 27 जनवरी को जब राज्यपाल ‘आरिफ मोहम्मद खान’ कोल्लम जिले के ‘निलमेल’ में कार से जा रहे थे तो एम.सी. रोड पर वामपंथी ‘स्टूडैंट फैडरेशन आफ इंडिया’ के कार्यकत्र्ता उन्हें काले झंडे दिखाने लगे और कुछ लोग उनकी कार के निकट भी आ गए। 

इस पर अपनी कार रोक कर वह बाहर निकले और वहीं सड़क के किनारे निकट की एक दुकान से मेज निकाल कर धरने पर बैठ गए। राज्यपाल का कहना है कि ‘‘कुछ लोगों ने मेरी कार को टक्कर मारने की कोशिश भी की।’’ ‘‘मैंने जो देखा उसमें बहुत से लोग थे और कितने पुलिस वाले थे? मेरा एकमात्र प्रश्न यह है कि यदि मुख्यमंत्री इस सड़क से गुजर रहे हों तो क्या पुलिस प्रदर्शनकारियों को सड़क पर आने की अनुमति देगी?’’ 

राज्यपाल ‘आरिफ मोहम्मद खान’ ने प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की और कहा, ‘‘पुलिस स्टूडैंट फैडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई.) को सुरक्षा दे रही है। यदि पुलिस ही कानून तोड़ेगी तो कानून का पालन कौन करेगा?’’ 2 घंटे से अधिक समय तक वहां बैठने के बाद पुलिस द्वारा उन्हें स्टूडैंट फैडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई.) के 17 कार्यकत्र्ताओं के विरुद्ध गैर जमानती प्रावधानों के तहत दर्ज प्राथमिकी की प्रति दिखाने के बाद ही राज्यपाल ने अपना धरना समाप्त किया। इस घटना के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा बढ़ाकर ‘जैड प्लस’ श्रेणी की कर दी है। केरल की सत्तारुढ़ पार्टी के एक संगठन का राज्यपाल के विरुद्ध प्रदर्शन एक खतरनाक रुझान की शुरूआत का संकेत है, जिसे बढऩे से पहले ही रोकना जरूरी है। 

इस घटना से देश-विदेश में राज्य सरकार की बदनामी हुई है तथा राज्यपाल के विरुद्ध प्रदर्शन करने वालों के हौसले बढ़े हैं और वे भविष्य में किसी अन्य नेता के विरुद्ध भी ऐसा कर सकते हैैं। इस घटना का संज्ञान लेकर राज्य सरकार को तय करना होगा कि भविष्य में इस तरह के प्रदर्शन न हों और ऐसी नौबत न आए कि राज्यपाल तक को धरने पर बैठना पड़े। इसके साथ ही केंद्र सरकार को संवेदनशील राज्यों में राज्यपालों की सुरक्षा भी इसी तरह बढ़ानी चाहिए।—विजय कुमार  

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