यह है! भारत देश हमारा

Wednesday, May 31, 2023 - 04:01 AM (IST)

प्राचीन काल से अपने उच्च आदर्शों के लिए प्रसिद्ध भारत में आज चंद लोगों का नैतिक पतन सारी हदें पार कर जाने के कारण उनकी शर्मनाक करतूतों से सारी दुनिया में हमारे देश की बदनामी हो रही है। अभी मात्र एक सप्ताह के अंतराल में तीन ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनसे मन यह सोचने को विवश हो जाता है कि क्या यही है ‘भारत देश हमारा!’ 

* 29 मई, 2023 को उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शाहबाद डेयरी इलाके में साक्षी (16) नामक किशोरी को साहिल (20) नामक युवक ने सरेआम चाकू से 22 वार करके और पत्थर से कुचल कर मार डाला तथा लाश को ठोकर मार कर वहां से भाग निकला। उसे बुलंद शहर से गिरफ्तार कर लिया गया है। लोग इस घटना को देखते रहे लेकिन कोई लड़की को बचाने न आया। 
* 29 मई, 2023 को ही पुणे (महाराष्ट्र) में इंजीनियरिंग की छात्रा अनुजा  ने होस्टल के अंदर किसी बात पर अपने ब्वायफ्रैंड यशवंत के साथ झगड़े के बाद सब्जी काटने वाले चाकू से उसकी छाती, पेट तथा शरीर के अन्य अंगों पर बेतहाशा वार करके उसकी हत्या कर दी। 

* 17 मई, 2023 को हैदराबाद (तेलंगाना) में पुलिस को अनुराधा रैड्डी नामक महिला का कटा हुआ सिर मिला जिसकी जांच करते हुए एक सप्ताह बाद पुलिस जब आरोपी चंद्र मोहन तक पहुंची तो हैरान रह गई।
पता चला कि आरोपी ने 15 वर्षों से अपने साथ रहती आ रही अनुराधा रैड्डी के शरीर के 12 मई को पत्थर काटने वाली मशीन से कई टुकड़े करके उसकी टांगों और हाथों को फ्रिज में तथा अन्य अंगों को एक सूटकेस में रख लिया था। इन्हें ठिकाने लगाने के लिए वह अलग-अलग जगहों पर फैंक रहा था तथा बदबू को दबाने के लिए घर में इत्र का छिड़काव करता था। लाश ठिकाने लगाने के तरीके वह यू-ट्यूब पर देखता था। गत वर्ष 17 मई को दिल्ली में श्रद्धा वाल्कर नामक युवती के जघन्य हत्याकांड की याद दिलाने वाली उक्त घटनाएं अपनी किस्म की अकेली नहीं हैं तथा प्रेम संबंधों में ही नहीं बल्कि पारिवारिक संबंधों में भी बढ़ रही हिंसा के उदाहरण सामने आ रहे हैं। इनमें से चंद उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं :- 

* 21 मई को रूपनगर (पंजाब) में एक कलियुगी पिता ने 5 और 7 वर्ष के अपने 2 बेटों को पानी में जहर मिला कर पिला दिया, जिससे एक बच्चे की मौत और दूसरा गंभीर रूप से बीमार हो गया।
* 22 मई को मुम्बई में पारिवारिक विवाद के चलते एक महिला ने अपने बेटे के साथ मिल कर अपने पति को पीट-पीट कर मार डाला। 
* 23 मई को बरगढ़ (ओडिशा) जिले में सम्पत्ति के विवाद में एक व्यक्ति ने अपने बड़े भाई के घर में घुस कर भाई और भाभी के अलावा उनके दोनों बच्चों की हत्या करके पूरा परिवार ही समाप्त कर दिया। 

* 25 मई को नवांशहर (पंजाब) के गांव सलेमपुर में जमीन के बंटवारे से नाराज एक युवक ने ट्रैक्टर चढ़ा कर अपने चाचा को मार डाला। 
* 26 मई को वैशाली (बिहार) में एक 13 वर्षीय बच्ची ने अपनी छोटी बहन के चेहरे पर तेजाब उंडेल कर उसे मार डाला। 
* 26 मई को ही भिवानी (हरियाणा) के गांव हालूवास में एक युवती द्वारा अपने डेढ़ वर्षीय भतीजे को किसी बात को लेकर डांटने पर युवती के भाई को इतना गुस्सा आया कि उसने अपनी बहन के सिर पर डंडा मार कर उसकी हत्या कर दी। 

* 26 मई को ही लोपोके (पंजाब) में ससुराल वालों ने किसी विवाद के कारण अपने दामाद को पीट-पीट कर मार डाला। 
* 28 मई को पाली (राजस्थान) में एक युवक ने एक बुजुर्ग महिला की पत्थर मार कर हत्या करने के बाद उसका मुंह भी नोच लिया। 
* 28 मई को फिरोजाबाद (उत्तर प्रदेश) के ‘नगला रमिया’ गांव में एक युवक ने जमीन पट्टे पर देने के विवाद में अपने साले के साथ मिल कर अपने माता-पिता की हत्या कर दी। 
* 29 मई को करनूल (आंध्र प्रदेश) जिले के पट्टीकोडा शहर में एक महिला ने अपने बेटों से अपने पति की मौत गुप्त रखने की मंशा से घर पर ही उसका दाह संस्कार कर दिया परंतु घर से धुआं निकलने पर पड़ोसियों को शक होने पर उन्होंने पुलिस को सूचित कर दिया और वह पकड़ी गई।

उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि किसी समय हमारी जिस प्राचीन सभ्यता, संस्कृति और उच्च संस्कारों के चलते समस्त विश्व मार्गदर्शन के लिए भारत आने में गर्व अनुभव करता था, आज हम अपने उन प्राचीन उच्च संस्कारों, मान्यताओं और मर्यादाओं से किस कदर दूर हो गए हैं। इस बुराई को रोकने के लिए धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं को आगे आकर लोगों में उच्च संस्कार भरने की जरूरत है ताकि एक स्वस्थ समाज का निर्माण हो और मानवता शर्मसार न हो।—विजय कुमार

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