‘पहलगाम’ को लेकर भारतीय मुस्लिमों का पाक के विरुद्ध गुस्सा!

punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 05:11 AM (IST)

22 अप्रैल, 2025 को पाकिस्तान के पाले हुए आतंकवादियों द्वारा पहलगाम में 26 हिंदू पर्यटकों की कायरतापूर्ण हत्या के बाद से ही भारत के हर नागरिक का खून खौल रहा है तथा भारतीय मुसलमान भी इस पर अपना भारी गुस्सा जता रहे हैं जिनके चंद उदाहरण निम्न में दर्ज हैं : 

* 24 अप्रैल को ‘ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन’ के प्रमुख ‘इमाम उमर अहमद इलियासी’ ने मांग की कि ‘‘किसी भी आतंकवादी को भारतीय धरती पर दफनाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।’’ 
* 29 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि हाल के आतंकी हमले के बाद कश्मीर के मुसलमानों ने सड़कों पर उतर कर आतंकवाद के विरुद्ध हल्ला बोला है। यह पाकिस्तान के लिए एक बड़ा जवाब है। पाकिस्तान और आतंकवाद के विरुद्ध ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि दुश्मन का नुकसान हो लेकिन भारत को कोई क्षति न पहुंचे।’’ 
* 7 मई को ‘ऑल इंडिया मुस्लिम जमात’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ‘मौलाना शहाबुद्दीन रजवी’ ने पाकिस्तान पर आतंकवादियों को शरण देने का आरोप लगाया और भारतीय सैन्य कार्रवाई को इन खतरों को खत्म करने के लिए अत्यंत आवश्यक बताया।

* 8 मई को ‘आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन’ के नेता और सांसद ‘असदुद्दीन ओवैसी’ ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए कहा कि  ‘‘बहुत दिनों से पाकिस्तान में जो आतंकवादी ढांचा है, उसे नेस्तनाबूद (नष्टï) करना जरूरी था।’’
‘‘जो भी आंखें और जो भी ताकतें हमारी सीमा के इस पार नुक्सान पहुंचाने की कोशिश करेंगी उन ताकतों को नेस्तनाबूद करना और उन आंखों को नोचना जरूरी है। पाकिस्तान की सेना लगातार भारत के विरुद्ध साजिश करती रही है और अब समय आ गया है कि पाकिस्तान सरकार को ऐसा सख्त सबक दिया जाना चाहिए कि फिर कभी दूसरा पहलगाम न हो।’’
*  9 मई को ‘जमीयत उलेमा-ए-ङ्क्षहद’ के अध्यक्ष ‘मौलाना महमूद मदनी’ ने कहा, ‘‘हां जवाब दे दिया गया है। भारत हमारा देश है और इसकी रक्षा करना हमारा राष्ट्रीय और संवैधानिक कत्र्तव्य दोनों है...ऐसे समय में जब हमारी सीमाओं को खतरा है, हम अपने बहादुर सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।’’
‘‘अगर पाकिस्तान युद्ध थोपता है, तो हम स्पष्ट शब्दों में कहना चाहते हैं कि पूरा देश-सभी धर्मों के लोग, भारतीय सशस्त्र बलों के साथ खड़े रहेंगे। दुनिया को पता होना चाहिए कि भारत, एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर, अपनी भूमि की रक्षा हर कीमत पर करेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘ऑप्रेशन सिंदूर’ के माध्यम से पहलगाम के आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है।’’

* 17 मई को ‘आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन’ के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के मददगार तुर्की की आलोचना करते हुए कहा, ‘‘तुर्की को पाकिस्तान बारे अपनी नीति पर पुर्नविचार करना चाहिए। तुर्की के शासकों को याद रखना चाहिए कि वहां ‘इसबैंक’ नामक एक बैंक है जिसकी स्थापना में भारतीयों का योगदान रहा है।’’
‘‘तुर्की को समझना चाहिए कि पाकिस्तान ने अब तक जो रवैया अपनाया है वह इस्लाम की असली शिक्षाओं से मेल नहीं खाता।’’ 

* और अब 18 मई को प्रसिद्ध गीतकार और शायर जावेद अख्तर ने कहा कि ‘‘यदि कभी ऐसा वक्त आया जब मुझे पाकिस्तान और नरक में से किसी एक को चुनना पड़ा तो मैं नरक चुनूंगा।’’
इनके अलावा ‘इंडियन मुस्लिम्स फॉर सैक्युलर डैमोक्रेसी’ आदि अन्य संगठनों ने भी पहलगाम आतंकी हमले के विरुद्ध अपनी नाराजगी व्यक्त की  और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने की मांग की है।
ये बयान भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति स्पष्ट और मजबूत प्रतिबद्धता और पाकिस्तान से निकलने वाले आतंकवाद की निंदा तथा देश को बाहरी खतरों से बचाने में शेष देश के साथ एकजुटता की भावना को दर्शाते हैं। ये सभी बयान इस बात के साक्षी हैं कि भारतीय मुसलमान भी पाकिस्तान से उतने ही नाराज हैं जितने कि अन्य लोग और जब कभी भी जरूरत पड़ेगी भारत के तमाम लोग अपनी जाति और धर्म को भूल पाकिस्तान के विरुद्ध फौलाद की दीवार की तरह खड़े होंगे।—विजय कुमार


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