पाक के लिए जासूसी व तस्करी करने वाली भारत की ‘काली भेड़ें’

punjabkesari.in Wednesday, Dec 21, 2022 - 04:14 AM (IST)

अस्तित्व में आने के समय से ही पाकिस्तान के शासकों द्वारा भारत में जाली करंसी, नशीले पदार्थों, हथियारों की तस्करी, आतंकवादियों की घुसपैठ आदि का सिलसिला लगातार जारी है।इसके साथ ही पाकिस्तान की सेना तथा गुप्तचर एजैंसी आई.एस.आई. प्रलोभन देकर भारतीयों से अपने देश के लिए जासूसी भी करवा रही है : 

* 14 दिसम्बर को सूरत में आई.एस.आई. के लिए कथित रूप से जासूसी करने के आरोप में ‘दीपक किशोर भाई सालुंखे’ नामक एक दुकानदार को  गिरफ्तार किया गया। यह व्यक्ति पाकिस्तान स्थित अपने 2 आकाओं ‘हामिद’ और ‘काशिफ’ के सम्पर्क में था और उन्हें संवेदनशील सूचनाएं देता था। 
* 15 दिसम्बर को आई.एस.आई. के लिए जासूसी करने के आरोप में स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल (एस.एस.ओ.सी.) चंडीगढ़ ने ‘तपिंदर सिंह’ नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। वह देश के प्रमुख प्रतिष्ठानों, ठिकानों, संवेदनशील सरकारी इमारतों के नक्शे और तस्वीरें आई.एस.आई. को भेज रहा था। 
आरोपी के अनुसार उसके पाकिस्तानी आकाओं ने उसे राजस्थान सीमा के आर्मी कैंप में अपना कोई सोर्स पैदा करने को कहा था ताकि सीमा के रास्ते नशे और हथियारों की तस्करी करने में मदद मिल सके। 

18 दिसम्बर को धन के लालच में एक महिला आई.एस.आई. एजैंट के लिए जासूसी करने वाले रक्षा मंत्रालय के अवाडी (चेन्नई) स्थित ‘भारी वाहन निर्माण फैक्टरी’ में क्लर्क पद पर काम कर चुके ‘रवि चौरसिया’ नामक व्यक्ति को बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया गया। 
वह रक्षा मंत्रालय बारे गुप्त जानकारी उक्त महिला को देता था। उससे मिलने वह अक्सर नेपाल भी जाता रहता था। पुलिस को आरोपी के मोबाइल से भारतीय सेना के टैंक और तोपों की तस्वीरें भी मिली हैं।
यहीं पर बस नहीं, अब तो आई.एस.आई ने जम्मू-कश्मीर में नशे की तस्करी करने के लिए स्थानीय लड़कियों का इस्तेमाल भी शुरू कर दिया है : 

* 14 दिसम्बर को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) के निकट  पुंछ जिले के मेंढर सैक्टर में एल.ओ.सी. पर कांटेदार तार बाड़ से पहले स्थित एक गांव की रहने वाली 10वीं कक्षा की छात्रा को 400 ग्राम हैरोइन के साथ गिरफ्तार करके सुरक्षा एजैंसियों ने आई.एस.आई. द्वारा संचालित नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। 
सुरक्षा एजैंसियों ने ‘आशिक’ नामक एक पाकिस्तानी हैंडलर की पहचान की है जो उसे कथित रूप से नशीले पदार्थ सौंपता था जो एल.ओ.सी. के आसपास के गांवों के स्कूली छात्रों और युवाओं को सप्लाई किए जाते थे। 

* 16 दिसम्बर को पुंछ जिले की मेंढर तहसील में एक अन्य लड़की को हैरोइन के साथ गिरफ्तार करके उससे 490 ग्राम हैरोइन बरामद की गई। 

उल्लेखनीय है कि भारत शुरू से ही पाकिस्तान पर नशीले पदार्थों की तस्करी कराने के आरोप लगाता रहा है। जब 28 मार्च, 2010 को वाघा में बी.एस.एफ. के एडीशनल डी.आई.जी. श्री पी.पी.एस. सिद्धू ने पाक रेंजर्स के महानिदेशक ब्रिगेडियर मोहम्मद याकूब से यह मामला उठाया तो याकूब ने साफ शब्दों में हमारे मुंह पर तमाचा जड़ते हुए कहा था कि : 

‘‘भारत की ओर से सीमा पर कांटेदार तार बाड़ है। तस्करों पर नजर रखने के लिए फ्लड लाइट्स लगी हैं। भारतीय सीमा पर चौकसी व गश्त की व्यवस्था है। इसके बावजूद यदि सीमा पर तस्करी होती है तो भारतीय अधिकारियों को ही सोचने की जरूरत है।’’ पाक रेंजर्स के महानिदेशक ब्रिगेडियर मोहम्मद याकूब के उक्त ‘तमाचे’ से स्पष्ट है कि हमारे देश के भीतर ही ऐसी काली भेड़ें मौजूद हैं जो भारत का अन्न खाकर उसे ही बर्बाद करने पर तुली हुई हैं। 

अत: हमारी सरकार को पाकिस्तान पर आरोप लगाने की बजाय अपने ही देश में बैठे उन देशद्रोहियोंं को पकडऩा चाहिए, जो पाकिस्तान के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होकर अपने ही देश को भारी हानि पहुंचा कर जहां देश की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं, वहीं नशों के द्वारा देश की युवा पीढ़ी का स्वास्थ्य भी नष्ट कर रहे हैं।—विजय कुमार 


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