रेलगाड़ियों में लगातार बढ़ रहे यौन अपराध, लूटमार और गुंडागर्दी

Thursday, Jul 13, 2017 - 10:23 PM (IST)

भारतीय रेलों में यात्रा करना अब खतरे से खाली नहीं रहा। सुरक्षाबलों की मौजूदगी के बावजूद इनमें बड़ी संख्या में लूटमार, हत्या, डकैती और बलात्कार के मामले सामने आ रहे हैं जिनमें आम अपराधियों के अलावा रेलवे और सुरक्षा बलों के सदस्यों तक की संलिप्तता पाई जा रही है। निम्र में दर्ज हैं रेलगाडिय़ों में हाल ही में हुए अपराधों की चंद ताजा घटनाएं:

31 मई को लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रैस में यात्रा कर रही एक बीमार महिला से बिजनौर में ट्रेन में तैनात जी.आर.पी. मुरादाबाद के सिपाही ने बलात्कार कर डाला जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। 07 जून को धनबाद-एल्लेपी ट्रेन की वातानुकूलित बोगी में सोई हुई नवविवाहिता से राऊरकेला स्टेशन के निकट कोच अटैंडैंट इफ्तखार अहमद ने शराब के नशे में छेडख़ानी की, उसके चेहरे पर हाथ फेरा व विरोध करने पर भी नहीं माना। टी.टी. से शिकायत भी की पर उसने कोई मदद नहीं की। 

07 जून को ही पटना से भभुआ जा रही इंटरसिटी एक्सप्रैस में खो-खो की राज्य स्तरीय खिलाडिऩ से 4 बदमाशों ने छेड़छाड़ और बदसलूकी की। युवती ने कुछ सहयात्रियों की सहायता से उन्हें पकड़ कर डिब्बे में तैनात एस्कॉर्ट पार्टी के सदस्यों के हवाले भी किया परंतु उन्होंने उन्हें छोड़ दिया। 13 जून को गुजरात के सूरत में जयपुर-बांद्रा एक्सप्रैस में यात्रा कर रही एक महिला को गाड़ी की पैंट्री कार में ले जाकर बलात्कार किया गया। 22 जून को रायबरेली पैसेंजर से कानपुर आ रहे युवक ने एक महिला यात्री से छेड़छाड़ की जिस पर यात्रियों ने इक्टठे होकर उसे पीटा। 

23 जून रात को पटना से चंडीगढ़ जा रही पाटलीपुत्र एक्सप्रैस की 7 बोगियों में बदमाशों ने जौनपुर के सराय हरखु स्टेशन के निकट जम कर लूटपाट की और यात्रियों का सामान उठाकर रेलगाड़ी से नीचे फैंक दिया। 25 जून को प्रयागराज एक्सप्रैस के स्लीपर कोच में राजस्थान जा रहे सैनिक राजा राम को अपने सामने वाली सीट पर यात्रा कर रहे परिवार की 17 वर्षीय किशोरी से छेड़छाड़ और अभद्र टिप्पणी करने तथा युवती के परिजनों से मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 

01 जुलाई को मथुरा जाने वाली चंडीगढ़-केरल संपर्क क्रांति एक्सप्रैस के दिव्यांग कोच में यात्रा कर रहे 45 वर्षीय दिव्यांग को उसी डिब्बे में यात्रा कर रहे पूर्णत: सक्षम 3 व्यक्तियों ने पीटने के अलावा उसका पर्स व मोबाइल छीन कर चलती गाड़ी से नीचे धक्का दे दिया। 03 जुलाई देर रात किउल-मोकामा रेलखंड के मनकट्टïा स्टेशन पर डुमरी हाल्ट के निकट 2 डी.एम.यू. ट्रेनों में लूटपाट और चाकूबाजी का विरोध करने पर अपराधियों ने एक यात्री को छुरे से घायल कर दिया और दूसरी गाड़ी में 3 यात्रियों से पैसे छीन कर भाग गए। 05 जुलाई रात को नागपुर-भुसावल के बीच हावड़ा-मुम्बई दुरंतो एक्सप्रैस में एक महिला से एक बंगलादेशी नागरिक ने छेड़छाड़ की, गलत ढंग से छुआ, उसके फोटो खींचे और वीडियो भी बनाया। 

महिला उससे बचने के लिए कंबल में दुबक कर लेट गई परंतु वह कंबल के अंदर हाथ डाल कर उसे छूने व उसके बाल नोचने लगा। महिला ने शौचालय में भी जाकर छिपने की कोशिश की परंतु वह वहां भी आ धमका। पूरी बोगी में किसी भी यात्री ने उसकी मदद नहीं की। 07 जुलाई को मथुरा-नई दिल्ली शटल ट्रेन में सीट को लेकर हंगामा करते हुए कुछ गुंडों ने एक परिवार के सदस्यों की जमकर पिटाई कर दी और एक महिला को गंभीर रूप से घायल कर दिया। 

और अब 12 जुलाई की रात पौने 9 बजे दिल्ली-मुरादाबाद पैसेंजर ट्रेन में चढ़े 5 बदमाशों ने हथियारों के बल पर महिलाओं के कोच में यात्रा कर रही 5 महिलाओं से हजारों रुपयों की नकदी, 1 लाख रुपए से अधिक के आभूषण और मोबाइल आदि लूट लिए और लूटपाट के बाद जंजीर खींच कर गाड़ी से कूद कर भाग गए। उल्लेखनीय है कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भारतीय रेलों में सुधार की दिशा में अनेक पग उठाए हैं जिनमें तीव्रगामी रेलगाडिय़ां चलाना, समय का पालन और यात्रियों को अच्छा खाना उपलब्ध करने जैसे पग शामिल हैं और इन पर कुछ अमल भी किया गया है। परंतु इसके साथ ही रेलों में उक्त सुधारात्मक पगों के साथ-साथ यात्रियों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा के लिए समुचित पग उठाना सर्वाधिक जरूरी है। अत: रेल मंत्री सुरेश प्रभु इस सम्बन्ध में तुरंत पग उठा कर यात्रियों की सुरक्षा को यकीनी बनाएं।—विजय कुमार  

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