क्या गुल खिलाएगी राष्ट्रपति पद के लिए ट्रम्प और हिलेरी की पहली बहस

punjabkesari.in Monday, Sep 26, 2016 - 01:42 AM (IST)

वर्ष 2016 के अमरीकी राष्ट्रपति के चुनाव के संबंध में पहली आम बहस सोमवार 26 सितम्बर (भारतीय समय के अनुसार मंगलवार को सुबह 6 बजे) न्यूयॉर्क में हेम्पस्टीड स्थित होफस्ट्रा विश्वविद्यालय में होगी। 90 मिनट तक चलने वाली इस बहस का सजीव प्रसारण किया जाएगा तथा इस पर समस्त विश्व के लोगों, टी.वी. चैनलों, ट्विटर और सोशल मीडिया की नजर होगी। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान रिपब्लिकन और डैमोक्रेटिक कन्वैंशनों में एक-दूसरे पर किए गए हाईवोल्टेज ‘हमलों’ के चलते यह बहस लोगों के अत्यधिक आकर्षण का केंद्र बन गई है। 

एन.बी.सी. की मेजबानी में होने वाली इस पहली बहस में मोटे तौर पर अमरीका की भावी दिशा, समृद्धि और सुरक्षा को सुनिश्चित करने जैसे विषय लिए जाएंगे लेकिन लोगों को डोनाल्ड ट्रम्प से सिर्फ इतने भर की आशा नहीं है। वह अपना अभियान अपनी विवादास्पद ‘वन लाइनर्स’ (लघु टिप्पणियोंं) के दम पर चलाते आए हैं लिहाजा इस बहस को उनकी बकवास, गलतियों और वन लाइनरों के आधार पर आंका जाएगा।

आम लोग और मतदाता यह आकलन करने की कोशिश करेंगे कि क्या डोनाल्ड ट्रम्प ने अपना सुधार करके ‘राष्ट्रपति के अनुरूप’ व्यवहार करना शुरू किया है या नहीं, जैसा कि उन्होंने हाल ही में कहा था। 

दूसरी ओर राष्ट्रपति के चुनाव के सिलसिले में होने वाली बहसों में निपुणता के लिए विख्यात हिलेरी किंलटन संभवत: सुरक्षा और टैक्सों जैसे गंभीर नीति संबंधी मुद्दे उठाएंगी जिन पर डोनाल्ड ट्रम्प की बहुत अधिक पकड़ नहीं है परंतु हिलेरी किंलटन को भी सेहत और उनकी ई-मेल लीक संबंधी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिससे एक मजबूत नेता के रूप में उनकी छवि को भी कुछ आघात लगा है। 

किंलटन कैम्प दो पहलुओं को ध्यान में रख कर अपनी तैयारी कर रहा है- पहला यह कि डोनाल्ड ट्रम्प के एक गंभीर प्रतिद्वंद्वी के रूप में जो अपनी नीति निपुणता दिखाने के लिए बेचैन है और दूसरा एक एंटरटेनर के रूप में। यदि ट्रम्प के व्यक्तित्व का एंटरटेनर पहलू हावी हो गया तो हिलेरी मुश्किल में पड़ सकती हैं क्योंकि वह तो पारम्परिक राजनीतिज्ञों से निपटने की ही अभ्यस्त हैं। 

लोगों का कहना है कि हिलेरी किंलटन की पिछली बहस की कारगुजारी के वीडियो का डोनाल्ड ट्रम्प अध्ययन करते आ रहे हैं जिनमें हिलेरी किंलटन की विशेषताएं और कमजोरियां दोनों ही शामिल हैं। फिलहाल प्रचार अभियान से छुट्टी पर चल रहे डोनाल्ड ट्रम्प की टीम उनकी तैयारी को हिलेरी किंलटन की तैयारी की तुलना में कहीं कम बता रही है जो इस समय  सभी विभागों के अत्यंत योग्य लोगों की टीम के साथ अपनी प्रैक्टिस में जुटी हुई हैं। हिलेरी भी प्राइमरी वाद-विवाद संबंधी ट्रम्प की टेपों का अध्ययन कर रही हैं तथा उन बातों के नोट्स भी तैयार कर रही हैं जो डोनाल्ड ट्रम्प को गुस्सा दिला देती हैं। 

यही नहीं हिलेरी किंलटन ट्रम्प के स्टाइल और उनकी ‘एक पंक्ति टिप्पणियों’ का भी अध्ययन कर रही हैं जिन्होंने ट्रम्प को पिछले चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न संभावित राष्टपति के उम्मीदवारों पर बढ़त दिलाई। वह दूसरे उम्मीदवारों की भी ‘एक पंक्ति टिप्पणियों’ का अध्ययन कर रही हैं जिन्होंने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकॢषत किया। 

हालांकि डैमोक्रेटों को डर है कि यह पहली बहस ट्रम्प को अपना अधिक उदार और संयमित व्यक्तित्व दर्शाने का अवसर दे देगी लेकिन इस सप्ताह के पूर्वाद्र्ध तक ट्रम्प ‘दुस्साहसपूर्वक अराजनीतिक ढंग से सही’  होने का दिखावा कर रहे थे, जब उन्होंने हिलेरी किंलटन द्वारा की जाने वाली प्रथम बहस की भारी-भरकम तैयारी का यह कहते हुए मजाक उड़ाया कि ‘‘यह उस करियर पालिटिशियन की विशेष पहचान है जो सत्ता पाने और उससे चिपकी रहने के लिए बहुत ज्यादा समय लगा रही है।’’ ट्रम्प एक अराजनीतिक बाहरी व्यक्ति की तरह आचरण कर रहे हैं जो कृत्रिम राजनीतिक जगत को छिन्न-भिन्न कर देंगे। 

1960 में जब जॉन कैनेडी और रिचर्ड निक्सन के बीच टी.वी. पर पहली बार राष्ट्रपति पद के लिए बहस का प्रसारण हुआ था, उस समय विशेषज्ञों ने कहा था कि इससे लोग भ्रमित होंगेे। इस सम्बन्ध में रेडियो सुनने वालों को लगा कि निक्सन का प्रदर्शन बेहतर था परंतु टी.वी. देख रहे लोगों का विश्वास था कि कैनेडी ही जीतेंगे। 

बाद के वर्षों में टैलीविजन पर राष्ट्रपति पद के लिए बहसों का टैलीविजन प्रसारण एक जरूरी हिस्सा बन गया और इन्हें ‘डायमंड्स आफ डैमोक्रेसी’ भी कहा जाने लगा परंतु इस सोमवार/मंगलवार को होने वाली बहस से कोई ‘हीरा’ निकलने की लोगों को उम्मीद नहीं है। 
 


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