हैल्मेट व सीट बैल्ट बिना तथा मोबाइल सुनते वाहन चलाने से मौतों में भारी वृद्धि

Thursday, Oct 11, 2018 - 04:39 AM (IST)

देश में बड़ी संख्या में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के बावजूद लोग सड़क सुरक्षा नियमों के पालन के प्रति लापरवाह देखे जाते हैं। यहां बिना हैल्मेट के मोटरसाइकिल और बिना सीट बैल्ट के कार चलाना व मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाना एक फैशन-सा बन गया है। 

बाइक चालकों के लिए हैल्मेट लगाना अनिवार्य होने के बावजूद इसका इस्तेमाल न करना सिर पर लगने वाली चोटों से होने वाली मौतों का बड़ा कारण है। वर्ष 2017 में प्रतिदिन बिना हैल्मेट के मोटरसाइकिल चलाने वाले औसतन 98 लोग तथा बिना सीट बैल्ट लगाए कार चलाने वाले औसतन 97 लोग मारे गए। इसी तरह मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने से होने वाली दुर्घटनाओं में प्रतिदिन औसतन 9 लोग मर रहे हैं। जहां 70 प्रतिशत वाहन चालक ‘साइड मिरर’ का प्रयोग नहीं करते वहीं 90 प्रतिशत वाहन चालकों को पता ही नहीं कि ‘डिप्पर’ का इस्तेमाल कब करना चाहिए। गलत दिशा से ओवरटेक करने, निर्धारित से अधिक गति से तथा शराब पीकर या कोई अन्य नशा करके वाहन चलाने जैसी गलतियां भी सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि का कारण बन रही हैं। 

‘सड़क परिवहन एवं राजमार्ग  विभाग’ के सचिव युद्धवीर सिंह मलिक के अनुसार सड़क दुर्घटनाओं और इनके चलते लगने वाली चोटों से मौतों में कमी करने की सरकार की प्रतिबद्धता के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में  मौतों और विकलांगता में लगातार वृद्धि हो रही है। जब तक वाहन चालक ऐसी भूलें करते रहेंगे तब तक सड़क दुर्घटनाएं भी इसी प्रकार होती रहेंगी और परिवार उजड़ते रहेंगे।—विजय कुमार 

Pardeep

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