‘अपराधों की नगरी’ बनता जा रहा हरियाणा का अग्रणी शहर ‘गुडग़ांव’

Thursday, Jun 22, 2017 - 02:06 AM (IST)

भारत की राजधानी दिल्ली से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुडग़ांव (गुरुग्राम) हरियाणा का अग्रणी औद्योगिक एवं वित्तीय केंद्र है। यह दिल्ली के चार प्रमुख ‘उपग्रह शहरों’ (सैटेलाइट सिटीज) में से एक है तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर.) का एक हिस्सा है। पिछले 25 वर्षों में अभूतपूर्व विकास करके विश्व के मानचित्र पर विशेष स्थान बनाने वाला गुडग़ांव अनेक मामलों में देश में अव्वल है।

उदाहरणार्थ यह भारत का एकमात्र शहर है जहां हर घर में बिजली है। प्रति व्यक्ति आय के मामले में मुम्बई और चंडीगढ़ के बाद गुडग़ांव का तीसरा स्थान है। इसके अलावा भी इसकी अनेक उपलब्धियां हैं परंतु इन के साथ-साथ अनेक नकारात्मक बातें भी इस शहर के साथ जुड़ गई हैं। शहर में हत्या,लूटपाट, स्नैचिंग, बलात्कार तथा अन्य अपराधों में भारी वृद्धि का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष जनवरी से अब तक यहां बलात्कार की 50 से अधिक घटनाएं हुईं जिनमें 9 सामूहिक बलात्कार की घटनाएं थीं। यह सिलसिला अब भी जारी रहने से हर ओर असुरक्षा का वातावरण बन गया है और यहां प्रस्तुत हैं एक महीने से भी कम अवधि के भीतर होने वाली ऐसी चंद घटनाएं जिनकी रिपोर्ट दर्ज करवाई गई: 

29 मई को अपनी 9 महीने की बच्ची के साथ जा रही महिला को ऑटो चालक तथा उसके साथियों द्वारा लिफ्ट देने के बहाने ऑटो में बिठा कर उससे छेड़छाड़, उसकी बेटी की चलते ऑटो से जोर से पटक कर हत्या और सुनसान स्थान पर ले जाकर उससे सामूहिक बलात्कार। 09 जून को सैक्टर 53 में बाइक सवार लुटेरे ने रूसी महिला का बैग छीना जिसमें नकदी के अलावा कीमती दस्तावेज थे। 09 जून को ही एक 30 वर्षीय विधवा महिला ने दिल्ली पुलिस के एक सबइंस्पैक्टर के बेटे पर उससे और उसकी 15 वर्षीय बेटी से बलात्कार करने और घटना का वीडियो बनाने के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई। 

16 जून को व्यस्त इफ्को चौक, मैट्रो स्टेशन इलाके में एक महिला से छेड़छाड़ और गलत ढंग से छूने के आरोप में पुलिस में रपट दर्ज। 16 जून को ही एक दलित महिला से एक साल तक सामूहिक बलात्कार करने के आरोप में 9 युवक गिरफ्तार। 18 जून को डूंडाहेड़ा गांव में एक 7 वर्षीय बच्ची का अपहरण कर नृशंसतापूर्वक बलात्कार करने के आरोप में एक ऑटो चालक पकड़ा गया। और 20 जून को सामूहिक बलात्कार की एक और घटना से गुडग़ांव कलंकित हुआ जब एम.जी. रोड मैट्रो स्टेशन के निकट से अपहृत एक 35 वर्षीय महिला ने नोएडा पुलिस में उसके साथ 3 लोगों द्वारा कार में सामूहिक बलात्कार की शिकायत सम्बन्धी बयान दर्ज करवाए। 

16 दिसम्बर, 2012 को दिल्ली में ‘निर्भया सामूहिक बलात्कार कांड’ के बाद देश में भड़के भारी जनरोष के दृष्टिगत सरकार द्वारा महिलाओं के विरुद्ध अत्याचार रोकने के लिए कठोर दंड प्रावधानों वाला महिला सुरक्षा अध्यादेश जारी करने के बावजूद अपराधी महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। देश की राजधानी से सटा और इसका ही हिस्सा माने जाने के नाते यहां सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद होने की उम्मीद की जाती है परंतु वास्तविकता इसके विपरीत है तथा यह अपराध व अपराधियों का केंद्र बनता जा रहा है। 

‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के अंतर्गत गुडग़ांव में भी अनेक बहुराष्ट्रीय कंपनियों के कार्यालय खुल गए हैं। अत: यदि यहां अपराध ऐसे ही बढ़ते रहे तो यहां से उद्योग पलायन करने लगेंगे जिससे हरियाणा सरकार की साख को धक्का लगेगा। हरियाणा सरकार को याद रखना चाहिए कि इसके दोनों पड़ोसी राज्य पंजाब और हिमाचल राजस्व घाटे के शिकार हैं जबकि अपने यहां उद्योगों एवं बाहरी निवेश के कारण हरियाणा लाभ की स्थिति में है परंतु यदि कानून-व्यवस्था की बदहाली और ट्रैफिक की अव्यवस्था आदि के कारण यहां से उद्योग पलायन करने लगे तो इसकी हालत भी पंजाब, हिमाचल जैसी हो जाएगी। अत: यहां कत्र्तव्यपरायण व मेहनती अधिकारी तैनात करके कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद करना नितांत आवश्यक है ताकि इस ‘सैटेलाइट सिटी’ में लोग सुरक्षित वातावरण में रहें तथा यह और तरक्की करे जिसका सुनिश्चित लाभ हरियाणा प्रांत को मिलता रहे!-विजय कुमार

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