अब देश में युवाओं को ‘जिगोलो’ (पुरुष वेश्या), ‘प्ले ब्वाय’ और ‘एस्कार्ट’ बनाने के बहाने ठगी

Friday, Feb 24, 2023 - 04:14 AM (IST)

‘जिगोलो’ एक प्रकार का पुरुष वेश्या है जिसका काम पैसे लेकर अमीर घरों की महिलाओं को अपना शरीर बेचना है। वे यौन सुख से वंचित महिलाओं को उनकी सहमति से अपना शरीर बेचते हैं जिसके बदले में उन्हें अच्छी-खासी रकम मिलती है। ‘जिगोलो’ एक तरह की एडल्ट मार्कीट है जहां महिलाएं पुरुषों की बोली लगाती हैं। डील तय होने पर वह पुरुष उसके साथ चला जाता है।  ‘जिगोलो’ को एक तय रकम उस संस्था को देनी होती है जिसके जरिए डील की गई।

‘जिगोलो’ के रूप में युवाओं को काम दिलाने वाली अनेक कम्पनियां विदेशों में तो पहले से ही सक्रिय हैं पर अब भारत में भी यह बुराई आ पहुंची है और इसकी ओट में बेरोजगार युवाओं को ठगने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ‘जिगोलो’, ‘प्ले ब्वाय सॢवस’ और ‘एस्कार्ट्स’ के रूप में काम करने का लालच देकर ऑनलाइन नौकरी की तलाश कर रहे 4000 से अधिक युवाओं को ठगने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने 8 फरवरी को 2 लोगों जयपुर निवासी कुलदीप सिंह चारण (29) तथा श्याम लाल योगी (33) को जयपुर से गिरफ्तार किया। दोनों ही आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं।

इनसे 4 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक डैस्कटॉप, एक हार्ड डिस्क, 11 बैंक अकाऊंटों के दस्तावेज, 21 ए.टी.एम. कार्ड आदि बरामद किए गए हैं। दोनों आरोपी 2017 से नौकरी के लिए भटक रहे युवाओं को ठगते आ रहे थे। पुलिस के अनुसार, ‘‘एक आरोपी स्वयं को अप्रवासी भारतीय (एन.आर.आई.) महिला ग्राहक के रूप में पेश करके युवाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए महिला की आवाज में उनके साथ अंतरंग बातें करता था।’’

‘‘महिला की आवाज सुनकर युवाओं का उन पर भरोसा बढ़ जाता था और उसके बाद वे रजिस्ट्रेशन फीस, मसाज किट और होटल बुकिंग जैसी बातें कह कर युवाओं से धन की मांग करते थे। ठगी की रकम मंगवाने के लिए आरोपी एक दर्जन से अधिक बैंक अकाऊंटों का इस्तेमाल करते थे।’’ ‘‘यह राशि वे ‘फोन पे’ के जरिए मंगवाते जो श्याम लाल योगी के खाते में जमा होती थी। श्याम लाल योगी के पास एक एन.आर.आई. ग्राहक का नम्बर था जिससे वह महिला की आवाज में बात करता था। इन युवाओं को पहले नौकरी, काम और उसके बाद मिलने वाले पैसों के बारे में बताया जाता था।’’

‘‘ठगी के शिकार नरेला निवासी युवक ने आरोप लगाया कि वह ऑनलाइन नौकरी तलाश कर रहा था कि तभी ‘एस.पी. प्ले ब्वाय सॢवसेज डॉट कॉम’ नामक एक वैबसाइट के बारे में पता चलने पर उसने वैबसाइट पर दिए नम्बर पर संपर्क किया तो नौकरी देने के बहाने आरोपियों ने शुरूआती रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में 2499 रुपयों की मांग की और रकम मिलने के बाद शिकायतकर्ता को व्हाट्सएप पर एक पहचान पत्र जारी किया।’’

‘‘इसके बाद आरोपी शिकायतकर्ता से 40 प्रतिशत कमिशन, मसाज किट, पास कोड फीस तथा होटल बुकिंग फीस आदि के बहाने और अधिक पैसों की मांग करने लगे और इस तरह उन्होंने उससे 39190 रुपए ठग लिए लेकिन कोई काम नहीं दिया गया।’’ जांच के दौरान पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल नम्बर की काल डिटेल और जिस बैंक खाते में शिकायतकत्र्ता ने पैसे भेजे थे उसकी जानकारी प्राप्त करने के बाद एक आरोपी कुलदीप सिंह चारण का पता लगा लिया।

पुलिस ने उसे जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया परंतु उसके सहयोग न करने के कारण पुलिस ने पहले उसे और फिर उसके दूसरे साथी को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों द्वारा ठगी के लिए प्रयुक्त वैबसाइट डिवैल्प करने वाले को भी जांच में शामिल करने के लिए नोटिस जारी किया है।

पुलिस के अनुसार इससे पहले 2022 में भी युवाओं को ‘जिगोलो’ बनाने और मोटा वेतन देने आदि का लालच  देकर इसी तरह की ठगी करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस गिरोह ने व्हाट्सएप और डेटिंग ऐप्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर विज्ञापन देकर पिछले 2 वर्षों में 100 से अधिक लोगों के साथ इसी तरीके से ठगी की थी। इस तरह के गिरोहों द्वारा लोगों को ठगने के लिए निर्वस्त्र युवतियों के वीडियो काल तक के लालच दिए जाते हैं और बाद में उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए सोशल मीडिया पर डालने की धमकी देकर उनसे रकम ऐंठी जाती है।

इसी प्रकार पुरुष एस्कार्ट के रूप में नौकरी दिलाने के लिए भी युवाओं को ठगने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। यह एक गंभीर मामला है। इस बहाने युवाओं को ठग कर उनकी मजबूरी का लाभ उठाने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि ये गिरोह समाज में यौन प्रदूषण भी फैला रहे हैं। -विजय कुमार

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