पांच राज्यों के चुनाव के अंतिम चरण की ‘चंद रोचक दिलचस्पियां’

Friday, May 13, 2016 - 01:37 AM (IST)

इस वर्ष होने वाले 5 राज्यों के चुनावों में से असम तथा बंगाल में मतदान हो चुका है, शेष 3 राज्यों तमिलनाडु, केरल व पुड्डुचेरी (केंद्र शासित क्षेत्र) में 16 मई को मतदान होगा और 19 मई को परिणाम घोषित हो जाएंगे। अब जबकि अंतिम मतदान में कुछ ही दिन शेष हैं, उक्त राज्यों में सामने आई कुछ दिलचस्पियां निम्र में दर्ज हैं : 

 
* पुड्डुचेरी में कुल 344 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें एक किन्नर दुकानदार 37 वर्षीय ‘जयसिलिया एस.’ भी शामिल हैं जो पुड्डुचेरी से चुनाव लड़ रही हैं।
 
* केरल में विभिन्न उम्मीदवारों के विरुद्ध 943 आपराधिक केस हैं जिनमें सर्वाधिक 685 केस लैफ्ट डैमोक्रेटिक फ्रंट (एल.डी.एफ.) के उम्मीदवारों के विरुद्ध हैं। इनमें से 617 केस तो माक्र्सी उम्मीदवारों के विरुद्ध ही हैं। 
 
* केरल के तिरुवनंतपुरम से भाजपा प्रत्याशी के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री ओ. राजगोपाल चुनाव लड़ रहे हैं। वह इससे पहले 17 बार चुनाव हार चुके हैं और यह उनकी 18वीं कोशिश है। वह कहते हैं,‘‘अब मैंने गिनती भुला दी है।’’ 
 
* कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनाव सभा के दौरान प्रदेश भाजपाध्यक्ष तथा उनकी दोभाषिया ‘डॉ. तमिलसाई सुंदरराजन’ ने तमिल में उनके भाषण का अनुवाद करते हुए कई भयानक गलतियां कीं। 
 
नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘‘मेरी सरकार ने यमन में फंसे केरल वासियों और तमिलों को वहां से निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।’’ सुंदरराजन ने इसका अनुवाद करते हुए कहा ‘‘केंद्र सरकार ने मुम्बई में बंधक मजदूर बना कर रखे गए अनेक तमिलों को रिहा करवाया।’’ 
 
* तमिलनाडु में इस बार एक राजस्थानी और एक पंजाबी उम्मीदवार भी मैदान में हैं। मूलत: राजस्थान से संबंध रखने वाले कृष्ण नथानी भाजपा की टिकट पर पहली बार चेन्नई से चुनाव लड़ रहे हैं। 
 
इसी प्रकार ‘सोजिंगानालूर’ से भाजपा की सहयोगी ‘अकीला इंडिया मक्कलकलवी मुनेत्र कजगम पार्टी’ की टिकट पर रिटायर्ड आई.ए.एस. अधिकारी उज्जल सिंह मैदान में हैं। वह पंजाब में बरनाला के निकट खिलाई गांव के रहने वाले हैं। 
 
* इन चुनावों में संभवत: सर्वाधिक 90 करोड़ रुपए से अधिक राशि तमिलनाडु में जब्त की गई है। कुरूर से द्रमुक प्रत्याशी के.सी. पालानिचारी के घर से 11 मई को 2 करोड़ रुपए जब्त किए गए। 
 
* जयललिता के प्रति श्रद्धा के कारण तमिलनाडु के एक मंत्री आर.बी. उदय कुमार ने कई वर्ष जूते नहीं पहने और वह तिरुमंगलम से चुनाव लड़ रहा है। गत वर्ष जब जया जेल में थीं तो उसने जया की रिहाई के लिए प्रार्थना स्वरूप 67 कि.मी. पदयात्रा की थी। 
 
अपने प्रचार अभियान के दौरान उसने एक बार भी अपने लिए वोट नहीं मांगा। उसने यही कहा, ‘‘अम्मा (जयललिता) प्रत्येक के लिए भगवान स्वरूप हैं और मैं तो उनके लिए ही वोट मांगता घूम रहा हूं।’’ 
 
* तमिलनाडु के चुनावों में जयललिता ज्यादातर हैलीकाप्टरों द्वारा ही चुनाव प्रचार के लिए गईं परंतु बाद में आलोचना होने पर उन्होंने कुछ रोड शो में पैदल भी भाग लिया जबकि उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी द्रमुक सुप्रीमो करुणानिधि अपनी विशेष चुनाव प्रचार गाड़ी से ही चुनाव प्रचार के लिए गए। 
 
* जयललिता ने मतदाताओं को लुभाने के लिए चुनावी वादों की झड़ी लगा दी है और यदि वह दोबारा सत्ता में आईं तो इन्हें पूरा करने के लिए राज्य के कोष पर 2.5 लाख करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा। 
 
* द्रमुक सुप्रीमो करुणानिधि का कहना है कि यदि तमिलनाडु में उनकी पार्टी चुनाव जीती तो मुख्यमंत्री वही बनेंगे और उनके बेटे (तथा चुनाव अभियान के कत्र्ताधत्र्ता) एम.के. स्टालिन को इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा लेकिन अगर उन्हें ‘कुछ’ हो गया तब स्टालिन मुख्यमंत्री बन सकते हैं। 
 
* करुणानिधि अपने भाषणों में कई पंक्तियों को बार-बार दोहराते रहे। उनके ऐसा करने पर उनकी अधिकांश प्रचार सभाओं में उनके साथ जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री दयानिधि मारन एक बार इतना खीझ गए कि उन्होंने जोर देकर उन्हें टोका और बोले, ‘‘कुछ देर के लिए चुप भी हो जाइए।’’ 
 
चुनावों के अंतिम चरण तक कुछ ऐसी दिलचस्पियां देश के शेष बचे 3 राज्यों के चुनाव प्रचार में देखने को मिली हैं तथा अब देखना यह है कि मतदान के बाद 19 मई के चुनाव परिणामों में ऊंट किस करवट बैठता है।
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