भ्रष्टाचार के महासागर में तैर रहे चंद बड़े-बड़े मगरमच्छ (अधिकारी)

Tuesday, Jul 25, 2023 - 05:33 AM (IST)

एक ओर देश में चंद सत्ताधारी घोटाले कर रहे हैं तो दूसरी ओर यह बीमारी चंद अफसरशाहों में भी पहुंच गई है और वे भी करोड़ों की प्रापॢटयां बना रहे हैं जिसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं : 

*  22 जुलाई को धुबरी (असम) जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्वजीत सिंह गोस्वामी को उसके घर से लगभग 2.32 करोड़ रुपए की अघोषित सम्पत्ति की बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया।
* 22 जुलाई को ही प्रवत्र्तन निदेशालय (ई.डी.) द्वारा भ्रष्टाचार के एक मामले में छत्तीसगढ़ में कृषि विभाग की निदेशक रानू साहू के आवास पर छापेमारी के दौरान 5.5 करोड़ रुपए की सम्पत्ति जब्त की गई। 

* 19 जुलाई को सी.बी.आई. ने निलम्बित रेलवे अधिकारी जितेंद्र सिंह के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी के बाद आय से 2.30 करोड़ रुपए अधिक रकम अर्जित करने का मामला दर्ज किया।
* 18 जुलाई को देवगढ़ (ओडिशा) जिले के ‘रियामला’ ब्लॉक कार्यालय के पूर्व अकाऊंट्स अधिकारी राजेंद्र दास को उसके आवास से 8,04,64,645 रुपए की चल-अचल सम्पत्ति की बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया।
* 29 जून को बेंगलुरु (कर्नाटक) में लोकायुक्त पुलिस ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में एक पटवारी अजीत कुमार राय के 11 ठिकानों पर छापेमारी करके 1.90 करोड़ रुपए की अघोषित सम्पत्ति का पता लगाया। 

* 28 जून को प्रवत्र्तन निदेशालय ने आई.आर.एस. अधिकारी सचिन सावंत को उसकी संपत्ति में उसकी वास्तविक आय से 2,45,78,579 रुपए अधिक पाए जाने पर गिरफ्तार किया।
* 28 जून को ही ओडिशा सरकार ने आय से अधिक 5 करोड़ रुपए की सम्पत्ति रखने के आरोप में गिरफ्तार नवरंगपुर जिले के एडीशनल डिप्टी कमिश्नर प्रशांत कुमार राउत की जब्री रिटायरमैंट का आदेश जारी किया।
देश में भ्रष्टाचार रूपी घुन का इस हद तक पहुंच जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इन छापों के लिए जहां सम्बन्धित अधिकारी बधाई के पात्र हैं, वहीं यह सिलसिला और तेज करने की आवश्यकता है ताकि भ्रष्ट अफसरों को बेनकाब करके उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जा सके।—विजय कुमार

Advertising