बेगाने युद्ध में ‘फजलुर रहमान’ दीवाना!
punjabkesari.in Monday, May 05, 2025 - 05:23 AM (IST)

इसी वर्ष मार्च में बंगला देश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अपनी चीन यात्रा के दौरान कहा था कि बंगलादेश के लिए चीन को अच्छे मित्र के रूप में देखना महत्वपूर्ण है तथा उम्मीद है कि दोनों देशों के संबंध नए चरण में प्रवेश करेंगे। उल्लेखनीय है कि बंगलादेश पश्चिम एशिया, यूरोप और कई अन्य देशों को अपने निर्यात के लिए कई भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों का उपयोग कर रहा है तथा कई मामलों में भारत पर निर्भर है।
और अब 29 अप्रैल को बंगलादेश के एक पूर्व सैन्य अधिकारी और मोहम्मद यूनुस के करीबी सहयोगी मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) ए.एल.एम. फजलुर रहमान ने सुझाव दिया है कि अगर भारत पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान पर हमला करता है, तो ढाका को चीन के साथ मिलकर उसके पूर्वोत्तर के 7 राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए। मुझे लगता है कि इस संबंध में चीन के साथ संयुक्त सैन्य व्यवस्था पर चर्चा शुरू करना आवश्यक है।
फजलुर को दिसम्बर 2024 में यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा 2009 के बंगलादेश राइफल्स विद्रोह में हत्याओं की जांच करने के लिए राष्ट्रीय स्वतंत्र आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। हालांकि यूनुस सरकार ने 2 मई को फजलुर रहमान द्वारा अपने सोशल मीडिया अकाऊंट पर की गई टिप्पणियों से खुद को अलग करते हुए कहा है कि ‘‘ये टिप्पणियां बंगलादेश सरकार की स्थिति या नीतियों को नहीं दर्शाती हैं, और इस तरह, सरकार किसी भी रूप या तरीके से इस तरह की बयानबाजी का समर्थन नहीं करती हैै।’’
ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने सभी संबंधित पक्षों से आग्रह किया है कि वे फजलुर द्वारा व्यक्त किए गए व्यक्तिगत विचारों के साथ राज्य को न जोड़ें परंतु बंगलादेश आखिर ऐसा क्यों करता है। यदि यह लड़ाई पाकिस्तान और भारत के बीच में है तो बंगला देश का इसमें क्या हित है जिसके कारण वह पहले भी इस सम्बन्ध में टिप्पणी कर चुका है और अब एक बार फिर ऐसे ही कमैंट आ रहे हैं। क्या इस तरह के बयान देकर वह चीन के साथ अपनी दोस्ती पक्की करना चाहता है या चीन से अधिक सुविधाएं प्राप्त करना चाहता है और इसी लिए इसके नेता ऐसे बयान दे रहे हैं कि चीन भी इस लड़ाई में आ जाए और वे भी इस लड़ाई में हों। एक छोटे से देश का इतनी बड़ी बातें कह देना मूर्खता भी है और विचारणीय भी।