देश में ‘फर्जी’ का बोलबाला पकड़े जा रहे विभिन्न विभागों के नकली अधिकारी

Thursday, Mar 14, 2024 - 04:43 AM (IST)

देश में नकली खाद्य पदार्थों, दवाइयों, खादों, कीटनाशकों, करंसी आदि की बातें तो सुनी जाती थीं, पर अब यह बीमारी स्वयं को विभिन्न विभागों के अधिकारी बता कर जनता को ठगने वाले जालसाजों तक पहुंच गई है। इसके इसी वर्ष (2024) के चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :

  • 25 जनवरी को उदयपुर (राजस्थान) के सर्किट हाऊस में नकली सी.बी.आई. अधिकारी बनकर ठहरे सुनील कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया गया। आरोपी से एक इंस्पैक्टर का फर्जी कार्ड भी बरामद हुआ। 
  • 25 फरवरी को गांदरबल (जम्मू) से साइबर पुलिस ने स्वयं को राज भवन में अंडर सैक्रेटरी बताने वाले फिरदौस अहमद नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करके उसकी कार से वित्तीय सलाहकार और मुख्य लेखा अधिकारी पर्यटन विभाग की रबड़ स्टैम्प, नकली विभागीय पहचान पत्र और राजभवन के नकली स्टीकर आदि बरामद किए। 
  • 3 मार्च को गुरुग्राम (हरियाणा) में फर्जी सी.बी.आई. अधिकारी बन कर 2 युवकों ने एक ई-रिक्शा चालक को लूट लिया और उसका ई-रिक्शा छीन कर फरार हो गए।  
  • 6 मार्च को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में स्वयं को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर दुकानदारों को ठगने वाले एक व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ा। 
  • 7 मार्च को गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के थाना ‘टीला मोड़ क्षेत्र’ में दिल्ली पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठने वाले एम.बी.ए. पास 2 फर्जी आई.बी. अधिकारी पकड़े गए। 
  • 8 मार्च को फर्जी विजीलैंस और सी.बी.आई. अधिकारी बन कर एक किसान से 25 लाख रुपए ठगने के आरोप में काफी समय से पुलिस को वांछित नौसरबाज पूजा रानी को पंजाब विजीलैंस की टीम ने गिरफ्तार किया। 
  • 10 मार्च को रांची (झारखंड) के ‘नामकूम’ थाना क्षेत्र में ‘नारकोटिक्स कंट्रोल विभाग’ के फर्जी अधिकारी बन कर ग्रामीणों को डरा-धमका कर जब्री वसूली करने पहुंचे एक युवक और युवती को ग्रामीणों ने बुरी तरह पीटने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। इससे पहले ये दोनों रांची तथा उसके आसपास के इलाकों में कभी स्वयं को पत्रकार तो कभी अधिकारी बताकर लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे भारी रकमें ठग चुके थे।
  • 11 मार्च को अमृतसर थाना डी-डिवीजन पुलिस ने दुग्र्याणा के इलाके में नकली सेनाधिकारी बने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। सेना के मेजर की फर्जी वर्दी पहने घूम रहे इस व्यक्ति के पास मिले भारतीय सेना के प्रिटेंड बैग की तलाशी लेने पर उसमें से मेजर, कर्नल व अन्य आर्मी पद की वर्दियां, भारतीय सेना के रैपर में गर्म स्वैटर, बनियान और बैज आदि बरामद किए। इसने अपने नाम से फर्जी बैज, आई.डी. कार्ड आदि बनवा रखे थे जिनकी धौंस दिखाकर वह लोगों को प्रभावित करता था। आरोपी इससे पहले रुड़की, जम्मू और अमृतसर आर्मी कैंट एरिया में भी घूम चुका था। 
  • 12 मार्च को नई दिल्ली के कनॉट प्लेस इलाके में स्वयं को दिल्ली पुलिस में स्पैशल स्टॉफ का सदस्य बताकर एक युवक से उसका मोबाइल ऐंठने की कोशिश करने वाले युवक को पुलिस ने उसके 2 साथियों के साथ पकड़ा।
  • 12 मार्च को ही फरीदाबाद (हरियाणा) के थाना सैंट्रल इलाके के एक मॉल में स्वयं को अधिकारी बताकर स्पा संचालकों व अन्य लोगों से जब्री वसूली करने वाले असलम उर्फ पप्पू को पुलिस ने गिरफ्तार किया। 
  • 12 मार्च को ही आईजोल (मिजोरम) में विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत लगभग 3365 सरकारी कर्मचारियों द्वारा अपनी जगह दूसरे लोगों को काम पर लगाने के घोटाले का पर्दाफाश हुआ।

    अब तक की जानकारी के अनुसार स्कूली शिक्षा विभाग में सबसे अधिक 1115, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग में 624 और बिजली विभाग में 253 बोगस कर्मचारियों को काम करते हुए पकड़ा गया।
  • 12 मार्च को ही पाली (राजस्थान) में फर्जी आई.डी. कार्ड दिखाकर वहां के सॢकट हाऊस में ठहरे एक नकली इंकम टैक्स आफिसर को पुलिस ने गिरफ्तार किया। 

उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि देश में जालसाजी किस कदर बढ़ रही है। अत: ऐसे समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि वे देश और समाज से धोखा न कर सकें। -विजय कुमार

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