देश में ‘फर्जी’ का बोलबाला पकड़े जा रहे विभिन्न विभागों के ‘नकली अधिकारी’

punjabkesari.in Friday, Feb 21, 2025 - 06:09 AM (IST)

देश में नकली खाद्य पदार्थों, दवाइयों, खादों, कीटनाशकों, करंसी आदि की बातें तो सुनी जाती थीं, पर अब यह बीमारी नकली आई.पी.एस. अधिकारियों, भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के अधिकारियों आदि तक पहुंच गई है और इसमें महिलाएं भी शामिल पाई जा रही हैं,  जिसके मात्र 6 सप्ताह के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं : 

* 9 जनवरी को जैसलमेर में ‘राजस्थान एडमिनिस्ट्रेटिव सॢवस’ का नकली अधिकारी बनकर घूम रहे ‘हरजीत सिंह’ नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। वह अपनी कार के ऊपर लाल-नीली लाइट लगाकर घूम रहा था और अपनी कार के आगे-पीछे ‘स्टेट मोटर विभाग राजस्थान सरकार’ लिखवा रखा था ताकि टोल टैक्स बचाया और पर्यटन स्थलों एवं होटलों पर वी.आई.पी. सुविधा प्राप्त की जा सके। 
* 28 जनवरी को जालंधर पुलिस ने मेहतपुर पुलिस थाने के निकट पुलिस का फर्जी आई कार्ड और खिलौना बंदूक लेकर कार में घूमने वाले युवक को गिरफ्तार किया जिसने अपनी कार के पीछे पंजाबी में ‘थानेदार’ लिखïवा रखा था। आरोपी युवक ने पुलिस में भर्ती होने के लिए लिखित टैस्ट भी दिया था परंतु टैस्ट क्लीयर नहीं कर पाया था। 
* 30 जनवरी को लखनऊ में पुलिस ने ठग ‘शेखर वर्मा’ को गिरफ्तार किया। उसने मैट्रीमोनियल साइट पर स्वयं को एक बैंक का अधिकारी बताकर एक महिला का यौन शोषण करने के अलावा शादी का झांसा देकर उससे 5 लाख रुपए नकद व 24 लाख रुपए के जेवर हड़प लिए। 

* 4 फरवरी को दुर्ग (छत्तीसगढ़) में वाहनों की चैकिंग के दौरान ‘सन्नी जैन’ नामक ‘भ्रष्टाचार निरोधक विभाग’ ( ए.सी.बी.) के एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया। 
* 8 फरवरी को मुंगेली (छत्तीसगढ़) में ‘सुमीत सेठी’ नामक जालसाज को गिरफ्तार किया गया। उस पर स्वयं को सी.आई.डी. अधिकारी बता कर एक अस्पताल का रिकार्ड व उसके डाक्टरों की डिग्रियां चैक करने के नाम पर अस्पताल के संचालक से 7 लाख रुपए की ठगी मारने का आरोप है। 
* 9 फरवरी को जयपुर में जालसाज ‘श्रीनिवास कुमार चौबे’ को गिरफ्तार किया गया जो स्वयं को ‘इंटैलीजैंस ब्यूरो’ (आई.बी.) का डिप्टी सुपरिंटैंडैंट बता कर लगभग एक दर्जन लोगों को ‘जयपुर विकास प्राधिकरण’ में नौकरी दिलवाने का झांसा देकर उनसे 20 लाख रुपए की ठगी मार चुका था। 
* 11 फरवरी को तरनतारन जिले के थाना भिखीविंड में नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने ‘सिमरनदीप कौर’ नामक एक फर्जी आई.पी.एस. महिला अधिकारी को गिरफ्तार किया जो लोगों को ठगने के लिए नकली वर्दी पहन कर घूम रही थी। उसके कब्जे से एक आईफोन तथा आई.पी.एस. अधिकारी की पूरी वर्दी भी बरामद की गई।

* 16 फरवरी को एटा (उत्तर प्रदेश) में एक नकली आई.पी.एस. अधिकारी ‘हेमंत प्रताप सिंह बुंदेला’ को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी परंतु बेमेल होने के कारण पुलिस को संदेह होने पर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
* 18 फरवरी को स्वयं को ऊना औद्योगिक क्षेत्र में सहायक अधिकारी तथा ‘सेरीकल्चर विभाग’ में अतिरिक्त कार्यभार संभालने वाली अधिकारी बताकर लोगों को नौकरी और अन्य सुविधाएं दिलवाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाली महिला को पांवटा सहिब से गिरफ्तार किया  गया।
* 18 फरवरी को ही पालघर (महाराष्ट) में ‘हिमांशु योगेश भाई पांचाल’ नामक धोखेबाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया जिस पर स्वयं को दिल्ली अपराध शाखा का अधिकारी बता कर कई महिलाओं से शादी का वादा करके उन्हें धोखा देने का आरोप है।

* और अब 19 फरवरी को लखनऊ के ‘चारबाग रेलवे स्टेशन पर ‘काजल सरोज’ नामक एक फर्जी महिला टी.टी.ई. को गिरफ्तार किया गया, जो टी.टी.ई. की वर्दी पहन कर, गले में आई कार्ड डालकर और हाथ में कापी-पैन लेकर यात्रियों के टिकट चैक कर रही थी। जांच करने पर उसका कर्मचारी नंबर, पद का नाम और तैनाती स्थल सभी फर्जी पाए गए।
उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि देश में जालसाजी करके लोगों को ठगने की बुराई किस कदर बढ़ रही है। अत: ऐसे समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि दूसरों को सबक मिले। जनता को भी इस मामले में जागरूक होने की जरूरत है, ताकि कोई ठग उनकी गाढ़े पसीने की कमाई न लूट सके।—विजय कुमार


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