चुनाव निकट आते ही हरियाणा, दिल्ली और महाराष्ट्र में शुरू हुआ चुनावी यात्राओं का दौर

Thursday, Aug 29, 2019 - 01:10 AM (IST)

राजनीतिक यात्राएं और रैलियां किसी भी राजनीतिक पार्टी की चुनावी तैयारी का महत्वपूर्ण अंग होती हैं और इसी कारण चुनाव नजदीक आते ही विभिन्न राजनीतिक पार्टियों नेता अपनी प्रचार यात्राओं पर निकल पड़ते हैं। 

चूंकि राजनीतिक यात्राएं विभिन्न दलों के नेताओं द्वारा जनता में अपनी पैठ बनाने और सत्ता तक पहुंचने में मुख्य भूमिका निभाती हैं लिहाजा प्रत्येक दल ऐसी यात्राएं आयोजित करके उनसे अधिकतम लाभ उठाने और सत्ता प्राप्त करने की कोशिश करता है। कुछ समय पूर्व हुए चुनावों में आंध्र प्रदेश में अपनी यात्राओं के दम पर ही वाई.एस.आर. कांग्रेस के नेता जगन मोहन रेड्डी ने तेलगू देशम पार्टी को धराशायी करने में सफलता प्राप्त की और मुख्यमंत्री बने। कुछ ही समय बाद होने जा रहे हरियाणा,महाराष्ट्र और दिल्ली के विधानसभा चुनावों के दृष्टिïगत हरियाणा और महाराष्टï्र में राजनीतिक यात्राओं का सिलसिला शुरू हो चुका है जबकि दिल्ली में जल्द ही शुरू होने जा रहा है। 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ नाम से राज्य की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 18 अगस्त को कालका से जनसंपर्क अभियान शुरू किया जिसका समापन 8 सितम्बर को रोहतक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ होगा। इस यात्रा के दौरान मुख्यत: खट्टर का निशाना पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (कांग्रेस) ही होते हैं। इस यात्रा में अनेक स्थानों पर ट्रैफिक जाम की नौबत आने से विरोधी दलों वाले इसे ‘जन कष्टï यात्रा’ बता रहे हैं। हरियाणा में खट्टर ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ निकाल रहे हैं वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डïा ने 18 अगस्त को रोहतक में ‘महापरिवर्तन रैली’ आयोजित करके और कांग्रेस की लीक से हट कर केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा अनुच्छेद-370 समाप्त करने के निर्णय का समर्थन करके हलचल पैदा कर दी है। 

हरियाणा की भांति ही दिल्ली में भी अगले वर्ष के शुरू में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए दिल्ली भाजपा द्वारा 26 सितम्बर से 20 दिनों तक  चलने वाली रथयात्रा की शुरूआत की जा रही है। इसके साथ ही भाजपा ने संविधान का अनुच्छेद-370 समाप्त करने बारे देशवासियों को अवगत करवाने के लिए 1 सितम्बर से एक महीने तक चलने वाली ‘जनसंपर्क यात्रा’ आरंभ करने की घोषणा की है। महाराष्ट्र में चारों प्रमुख पाॢटयां शिवसेना, भाजपा, कांग्रेस और राकांपा अपने प्रचार अभियानों पर निकली हुई हैं। वहां सबसे पहले शिवसेना के आदित्य ठाकरे ने मध्य जुलाई में जलगांव से अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ शुरू की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस (भाजपा) ने 1 अगस्त को विदर्भ से भाजपा की ‘महा जनादेश यात्रा’ की शुरूआत की। 

राकांपा ने 6 अगस्त को पश्चिमी महाराष्टï्र से अपनी ‘शिव स्वराज्य यात्रा’ शुरू की है और अब 26 अगस्त को कांग्रेस ने भी विदर्भ में अमरावती से अपनी ‘महा पर्दाफाश यात्रा’ का पहला चरण शुरू किया है। अब आने वाले चुनावों में विभिन्न दलों द्वारा निकाली जा रही यात्राओं का इनके नेताओं को कितना लाभ मिल पाएगा इसका उत्तर भविष्य के गर्भ में ही है परंतु सत्ता प्राप्ति के बाद इसे संभालने में कोई नेता कितना सफल हो पाता है इसका निर्णय भी समय ही करता है।—विजय कुमार    

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