‘सड़क दुर्घटनाओं में हो रही मौतें’ ‘उजड़ रहे परिवारों के परिवार’
punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 03:57 AM (IST)

12 दिसम्बर, 2024 को ‘केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री’ श्री नितिन गडकरी ने कहा था कि ‘‘दुनिया में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर सबसे खराब रिकार्ड हमारा है और जब भी मैं किसी अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रैंस में शामिल होने के लिए जाता हूं और वहां सड़क दुर्घटनाओं को लेकर बात होती है तो मैं अपना चेहरा छिपाने की कोशिश करता हूं।’’
‘‘स्वीडन सड़क दुर्घटनाओं को शून्य पर ले आया है। जब मैंने अपने मंत्रालय का जिम्मा संभाला था तो 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं और इनमें मौतों को 50 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा था परंतु सड़क दुर्घटनाएं कम करना तो दूर, ये बढ़ती ही जा रही हैं।’’ वैसे तो किसी दुर्घटना में एक मौत का होना भी दुखद होता है परंतु यहां तो सड़क दुर्घटनाओं में एक ही झटके में पूरे के पूरे परिवार तबाह होने के कारण घर खाली हो रहे हैं, जो मात्र 10 दिनों में सामने आई निम्न घटनाओं से स्पष्ट है :
* 8 अप्रैल को ‘गया (बिहार) के वजीरगंज में एक तेज रफ्तार कार एक डिवाइडर से टकरा कर तालाब में गिर गई जिससे उसमें सवार पति-पत्नी और उनके 2 बेटों की मौत हो गई।
* 11 अप्रैल को ‘नेलामंगला’ (कर्नाटक) में एक तेज रफ्तार कार एक डिवाइडर से टकरा कर पलट जाने के कारण उसमें सवार गोपाल, उनकी पत्नी ‘शशिकला’ तथा बेटी ‘दीपा’ की मौत हो गई।
* 13 अप्रैल को सुबह के समय जयपुर के ‘दौसा’ के निकट एक ट्रक और कार के बीच भीषण टक्कर के परिणामस्वरूप कार में सवार ‘खाटूश्याम मंदिर’ के दर्शनों को जा रहे लखनऊ के एक ही परिवार के 5 सदस्यों ‘अभिषेक’, उनकी पत्नी ‘प्रियांशी’, बेटी ‘श्री’ और वृद्ध माता-पिता ‘सत्य प्रकाश’ तथा ‘रामा देवी’ की मौत हो गई।
* 15 अप्रैल को ‘बहराइच’ (उत्तर प्रदेश) में एक तेज रफ्तार बस और ऑटो में टक्कर के परिणामस्वरूप एक रिश्तेदार के घर ‘वलीमा’ (शादी की दावत) में शामिल होने जा रहे एक ही परिवार के 5 सदस्यों ‘मरियम’ , ‘अमजद’, ‘मुन्नी’, ‘अजीम’ और ‘फहद’ की मौत हो गई।
* 15 अप्रैल को ही ‘कोटा’ (राजस्थान) के ‘सुल्तानपुर’ थाना इलाके में एक तेज रफ्तार कार ने सामने से आ रही मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी जिससे मोटरसाइकिल पर जा रहे ‘लियाकत’, उसकी पत्नी ‘सितारा’, बेटे ‘लाइक’ और भतीजी ‘जोया’ सहित 4 लोगों की जान चली गई।
* 17 अप्रैल को धार्मिक स्थल पर माथा टेकने ‘नकोदर’ जा रहे ‘सुनील गुप्ता’ और उनकी पत्नी ‘रवीना गुप्ता’ की मोटरसाइकिल को गांव ‘बादशाहपुर’ के निकट एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी जिससे दोनों की जान चली गई।
* 17 अप्रैल को ही ‘अशोक नगर’ (मध्य प्रदेश) में बैंक से रुपए निकलवा कर आ रहे 2 चचेरे भाइयों के मोटरसाइकिल को एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी जिससे दोनों भाइयों की मौत हो गई।
* और अब 18 अप्रैल को ‘छतरपुर’ (मध्य प्रदेश) के ‘ओकटा पुरवा’ गांव में एक तेज रफ्तार ट्रक द्वारा टक्कर मार देने से एक मोटरसाइकिल सवार और उसके 2 बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई।
* 18 अप्रैल को ही ‘पंचमहल’ (गुजरात) जिले में एक ट्रक चालक द्वारा टक्कर मार देनेे से एक मोटरसाइकिल पर सवार 4 भाइयों की मौत हो गई।
हमारे देश में वाहनों की रफ्तार में वृद्धि के साथ दुर्घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है। इसका बड़ा कारण सड़कों में गड्ढा, हैड लाइटों का आधा काला नहीं होना, शहरी, ग्रामीण सड़कों या प्रादेशिक व राष्ट्रीय राजमार्गों के लिए एक समान गति सीमा निर्धारित न होना, वाहन चालकों द्वारा शराब पीकर, मोबाइल पर बात करते हुए और बिना आराम किए लम्बे समय तक वाहन चलाना आदि प्रमुख हैं। इसके लिए प्रशासन भी जिम्मेदार है। लोगों को ड्राइविंग लाइसैंस जारी करने में भारी अनियमितताएं होती हैं। रिश्वत के बल पर लोग विधिवत ड्राइविंग टैस्ट दिए बिना ही ड्राइविंग लाइसैंस हासिल कर रहे हैं। अत: इस सम्बन्ध में लापरवाही बरतने वाले ट्रैफिक पुलिस के स्टाफ और लापरवाह वाहन चालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के साथ-साथ लोगों द्वारा वाहन चलाने में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।—विजय कुमार