सड़कों पर मौत बन कर घूम रहे ‘बेसहारा जानवर’

Sunday, Aug 04, 2019 - 12:14 AM (IST)

कुछ वर्षों से सड़कों पर घूम रहे आवारा जानवर, विशेष रूप से परित्यक्त गौवंश लोगों की सुरक्षा के लिए भारी खतरा बन गए हैं और इनके कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं से बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हो रही हैं। पंजाब के पशु संवर्धन मंत्री तृप्त राजेंद्र सिंह बाजवा के अनुसार 2014 से 2018 के बीच 4 वर्षों में पंजाब की सड़कों पर आवारा जानवरों के कारण हुई सड़क दुर्घटनाओं में 400 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है जबकि अन्य राज्यों में भी ऐसी ही स्थिति है :

14 जुलाई को जीरकपुर में 2 आवारा सांडों ने एक स्कूटर पर सींग दे मारे जिससे 6 महीने की बच्ची की मृत्यु तथा उसकी बड़ी बहन घायल हो गई। 16 जुलाई को पिहोवा रोड स्थित नानकसर गांव के निकट एक सांड ने एक युवक के सीने पर सींग मार कर उसे मार डाला। 17 जुलाई को जालंधर-अमृतसर सड़क पर एक कार के बेसहारा सांड से टकरा जाने से हुई दुर्घटना में एक ही परिवार के 3 सदस्य चल बसे। 17 जुलाई को ही पटियाला में हसनपुर गांव के निकट अनाथ गाय एक वाहन से टकरा जाने से उसमें सवार 4 लोग घायल हो गए। 

19 जुलाई को बनूड़ के निकट सड़क पर आवारा पशु से टकराने के बाद एक बस बेकाबू होकर खाई में गिर जाने से 36 यात्री घायल हो गए। इनमें से एक का पैर और दूसरे का हाथ कट गया। 22 जुलाई को लखीमपुर खीरी के चंदापुरा गांव में आवारा जानवर के हमले में एक व्यक्ति मारा गया। 23 जुलाई को बदायूं के एक गांव में एक आवारा सांड ने एक व्यक्ति को अपने सींगों में उठा कर दूर उछाल दिया जिससे उसकी मृत्यु हो गई। 26 जुलाई को नाभा में भवानीगढ़ रोड पर घूम रहे आवारा सांड ने हमला करके बी.ए. फाइनल के छात्र को मार डाला। 27 जुलाई को महोबा में आवारा जानवर को बचाते-बचाते एक  पुलिस वाहन पेड़ से टकरा गया जिससे 2 पुलिस कर्मी घायल हो गए। 

28 जुलाई को बठिंडा में 2 अलग-अलग घटनाओं में आवारा पशुओं की लपेट में आकर 2 मोटरसाइकिल सवार युवकों की मृत्यु हो गई। 30 जुलाई को अहमदाबाद में रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी सर्कल के निकट एक अनाथ गाय ने हमला करके एक व्यक्ति को मार डाला। 31 जुलाई को अपने 21वें जन्मदिन की पार्टी से घर लौट रहे बरनाला के गांव मल्लियां के रहने वाले युवक की मोटरसाइकिल लावारिस पशु से टकरा जाने से मृत्यु हो गई। 02 अगस्त को मुजफ्फरपुर में सांड और गाय की लड़ाई से भयभीत महिला सड़क किनारे खुले नाले में गिर गई और उसके तुरंत बाद सांड ने हमला कर गाय को भी उसी नाले में गिरा दिया जिसके परिणामस्वरूप गाय के नीचे दब कर महिला की मौत हो गई।

इसी प्रकार की घटनाओं को देखते हुए लोगों की मांग है कि प्रशासन सड़कों पर आतंक बन कर घूम रहे बेसहारा पशुओं को गौशालाओं अथवा पशु शालाओं में ले जाकर बंद करने का प्रबंध करने के साथ-साथ इनके मालिकों को पकड़ कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करे।—विजय कुमार 

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