कोरोना वायरस लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई

Monday, Oct 19, 2020 - 02:09 AM (IST)

‘‘कफ्र्यू एक ऐसा शब्द है जिसे मैंने लम्बे समय से नहीं सुना है।’’ एक बुजुर्ग पैरिस निवासी ने कहा,‘‘कफ्र्यू तो युद्ध के लिए होता है, नहीं? परंतु एक तरह से मुझे लगता है कि यह युद्ध ही है।’’
यूरोप में कोविड-19 की दूसरी लहर के तेजी पकडऩे के साथ ही यूरोपीय सरकारों को कफ्र्यू जैसे कठिन विकल्प चुनने के लिए मजबूर होना पड़ा है। महाद्वीप के दर्जन भर से अधिक देशों में कोरोना संक्रमण से ग्रस्त लोगों की संख्या नई ऊंचाइयों तक पहुंचने लगी है। 

फ्रांस के 9 बड़े शहरों के वासियों को रात 9 बजे के बाद घर से बाहर रहने पर भारी जुर्माना भरना होगा। चैक गणराज्य में स्कूल बंद कर दिए गए हैं और डॉक्टरों की मदद के लिए मैडीकल छात्रों को भर्ती किया जा रहा है। सभी डच बार और रेस्तरां भी बंद हैं। ऑस्ट्रिया, बैल्जियम, चैक गणराज्य, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड व पोलैंड ऐसे देशों में शामिल हैं जहां दैनिक मामलों के रिकॉर्ड टूट गए हैं जिससे विश्व स्वास्थ्य संगठन संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बिना किसी ढील या समझौते के कड़े कदम उठाने के लिए कहने को मजबूर हुआ है। 

दुर्भाग्य से इसके लिए कुछ असम्भव समझौते करने होंगे। अधिकांश यूरोपीय सरकारों ने गर्मियों में महामारी की पहली लहर को देखते हुए लगाए गए लॉकडाऊन से बिखरती अर्थव्यवस्थाओं को पुनर्जीवित करने के लिए इसमें ढील दी थी परंतु सामान्य जनजीवन के शुरू होने के बाद संक्रमण में तेजी से वृद्धि हुई है। महाद्वीप में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोज 1,20,000 को पार कर जाने के बाद अब प्रशासन द्वारा संक्रमण का प्रसार धीमा करने के लिए प्रतिबंध पुन: सख्त किए जा रहे हैं, परंतु इस बात का ध्यान रखते हुए कि लोगों की पहले से ही खतरे में पड़ी नौकरियों और आजीविका के साधन नष्ट न हों। 

कई शहरों में प्रशासन को कानूनी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है क्योंकि मास्क पहनने को अनिवार्य करने से लेकर शराबखानों को जल्द बंद करने तक को अदालत में चुनौती मिल रही है। सबसे अधिक चिंता की बात है कि अन्य प्रकार के कोरोना वायरस जैसे कि जुकाम के विरुद्ध शरीर में पैदा होने वाली प्रतिरोधक क्षमता के बारे में अध्ययन के आधार पर विज्ञान सलाहकारों ने चेतावनी दी है कि कोविड-19 से लोगों के दोबारा संक्रमित होने की काफी सम्भावना है। 

7 प्रकार के कोरोना वायरस हैं जो मनुष्यों को संक्रमित करते हैं। सबसे घातक सार्स, मेर्स और सार्स-कोव-2 हैं जो कोविड-19 का कारण बनते हैं। 4 अन्य जो सामान्य रूप से पाए जाते हैं और सर्दी-जुकाम का कारण बनते हैं 6 महीने बाद लोगों को फिर संक्रमित कर सकते हैं। डॉक्टरों ने कोविड-19 से दोबारा संक्रमित होने के लगभग दो दर्जन मामलों की पुष्टि की है लेकिन अनुमान है कि असल संख्या काफी अधिक होगी क्योंकि अधिकांश संक्रमण दर्ज नहीं हो पाते हैं। इनमें से अधिकतर पहले की तुलना में कम तीव्र हैं परंतु अमेरिका, नीदरलैंड, स्पेन और भारत में रिपोर्ट किए गए कुछ मामलों में अधिक गंभीर लक्षण भी देखे जा चुके हैं। 

गत तीन दिनों से भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या कम हो रही है लेकिन जैसा कि हमने केरल के मामले में देखा है वायरस के मामले तेजी से वापसी करते हैं। त्यौहारों का मौसम आने और ज्यादातर राज्यों में सिनेमा हॉल, मंदिरों के खुलने, रामलीला और 100 लोगों के इकट्ठाहोने की अनुमति दिए जाने के साथ हम अपने पूर्व प्रयासों तथा सफलताओं को बर्बाद कर सकते हैं। अभी भी हमें मास्क पहनने, अधिक से अधिक घर पर रहने, सामाजिक दूरी जैसे नियमों का पालन करने की जरूरत है। भले ही हम कुछ थक और निराश हो गए हों परंतु लड़ाई अभी समाप्त नहीं हुई है, अत: भारत में प्रतिबंधों में दी गई ढील पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है।

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