पंजाब में नहीं थम रहा अपराधों के लगातार बढऩे का सिलसिला

Tuesday, Aug 22, 2017 - 12:20 AM (IST)

कुछ समय से पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। लोगों पर न ही उनके परिवार और समाज का कोई नियंत्रण रहा है और न ही पुलिस का भय जो मात्र 2 सप्ताह की निम्न चंद बड़ी घटनाओं से  स्पष्ट है :

08 अगस्त को लुधियाना के आजाद नगर में एक व्यक्ति ने अपने भाई और भाभी की पिटाई करने के बाद उनकी आंखों के सामने ही उनके 8 वर्षीय बेटे पर कैंची से वार करके उसकी हत्या कर दी।

13 अगस्त को फरीदकोट में थाना बाजाखाना पुलिस ने 14 वर्षीय नाबालिगा से दुष्कर्म के आरोप में पीड़िता के पिता के विरुद्ध केस दर्ज किया।

14 अगस्त को भटिंडा के एक स्कूल की छठी कक्षा की छात्रा को अध्यापक ने अकेली बुलाकर उससे अश्लील हरकतें कीं व छुट्टी के बाद अपने पास आने को कहा। अब अध्यापक के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है।

15 अगस्त को घर से लापता अबोहर के निकटवर्ती गांव निहालखेड़ा के रहने वाले व्यक्ति का शव 18 अगस्त को गांव के छप्पड़ में पड़ा मिला।

17 अगस्त को नवांशहर के मेहतपुर ओलाद्दीनी गांव में एक प्रवासी मजदूर की 9 वर्षीय बेटी से उसके पिता के मित्र तथा पड़ोसी राजकुमार उर्फ राजू ने उस समय बलात्कार कर डाला जब वह मंदिर से घर लौट रही थी।

17 अगस्त शाम को अबोहर में युवा अकाली दल के एक नेता ने 2 कांग्रेसी वर्करों गुरमीत सिंह व सुरेंद्र भम्बू को गोली मार कर गंभीर घायल कर दिया जिससे बाद में घावों की ताव न सहते हुए उनकी मृत्यु हो गई।

18 अगस्त को पटियाला के थाना अनाज मंडी के अधीन भारत नगर निवासी 22 वर्षीय भगत सिंह नामक युवक की कुछ अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी।

18 अगस्त को एक शिकायत के सिलसिले में तरनतारन सिटी पुलिस चौकी में बुलाए गए एक स्थानीय परिवार के 3 सदस्यों ने एक महिला सब-इंस्पैक्टर पर हमला कर दिया।

18 अगस्त को ही फोकल प्वाइंट लुधियाना की झुग्गियों में रहने वाले एक युवक की अज्ञात आरोपियों ने तेजधार हथियार से वार करके हत्या कर दी।

19 अगस्त को न्यू संतोखपुरा में शराब के लिए पैसे न देने पर एक नशेड़ी पिता ने अपनी 22 वर्षीय बेटी को चाकू मार कर गंभीर घायल कर दिया।
अभियुक्त की छोटी बेटी, बेटे और रिश्तेदार व एक दुकानदार द्वारा पीड़िता को बचाने की कोशिश करने पर अभियुक्त ने उन्हें भी घायल कर दिया।

19 अगस्त को तरनतारन के निकट झब्बाल पुलिस थाने के नजदीक एक गिरोह ने एक 35 वर्षीय व्यक्ति दलजीत सिंह की हत्या कर दी। उस समय वह थाने में अभियुक्तों के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाने जा रहा था जब उन्होंने उस पर हमला किया।

19 अगस्त रात को जगराओं के निकटवर्ती गांव से नौवीं कक्षा की एक नाबालिग छात्रा को नशीली दवा सुंघा कर बेहोश करने के बाद अगवा कर & युवकों ने उससे सामूहिक दुष्कर्म कर डाला।

19 अगस्त शाम को फरीदकोट में तरसेम नामक एक व्यक्ति ने अपने सगे मामा सिकंदर सिंह की तेजधार हथियार से हत्या कर दी।

20 अगस्त को जलालाबाद के निकट रात लगभग 11 बजे लुटेरे फाजिल्का-फिरोजपुर रोड पर एक होटल के बाहर खड़ी कार पिस्तौल के बल पर ड्राइवर से चाबियां छीन कर उड़ा ले गए।

20 अगस्त सुबह खन्ना के निकटवर्ती गांव रसूलड़ा में 2 नकाबपोशों ने गैंगस्टर रूपिंद्र सिंह गांधी के छोटे भाई मनविंद्र सिंह गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद हमलावरों ने कई हवाई फायर भी किए और वहीं खड़ा मृतक का मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गए। उल्लेखनीय है कि मृतक के भाई रूपिंद्र सिंह गांधी की भी कुछ समय पहले हत्या हुई थी।

21 अगस्त को श्री मुक्तसर साहिब के गांव धूड़कोट में एक पति ने तेजधार हथियार से अपनी पत्नी की हत्या कर दी।

ये तो वे घटनाएं हैं जिनके केस दर्ज हुए जबकि इसके अलावा भी अनेक घटनाएं हुई होंगी जो प्रकाश में नहीं आईं और इनमें चोरी-चकारी व छीना-झपटी आदि की हुई असंख्य घटनाएं शामिल नहीं हैं।अनुमान लगाया जा सकता है कि राज्य में अपराध कितनी तेजी से बढ़ रहे हैं। शहरों में चल रहे चंद होटल भी अवैध गतिविधियों का अड्डा बन चुके हैं।

अत: कानून व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति सुधारने के लिए इसे लागू करने वाली मशीनरी को चाक-चौबंद करने व दोषियों को शीघ्र एवं कड़ा दंड देने की जरूरत है ताकि लोग कोई भी गलत काम करने से पूर्व दो बार सोचें और एक भयमुक्त सुरक्षित समाज बनाया जा सके।     —विजय कुमार 

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