कांग्रेस के नेताओं ने भी किया 370 और 35 (ए) पर केंद्र सरकार का समर्थन

Saturday, Aug 10, 2019 - 12:19 AM (IST)

कुछ अन्य रियासतों की तरह महाराजा हरि सिंह भी नहीं चाहते थे कि कश्मीर का भारत में विलय हो। तत्कालीन गृह मंत्री स. पटेल की कूटनीति से अन्य रियासतें तो भारत में मिल गईं परंतु हरि सिंह भारत में विलय स्वीकार करने को तैयार नहीं थे और अपनी स्वतंत्र प्रभुसत्ता चाहते थे। जब 20 अक्तूबर, 1947 को कबायलियों के वेश में जम्मू-कश्मीर में घुस आए पाकिस्तानी सैनिकों ने लूटपाट और मारकाट शुरू कर दी तो महाराजा हरि सिंह अपने समस्त परिवार तथा सामान सहित श्रीनगर से जम्मू आ गए और 26 अक्तूबर, 1947 को उन्होंने उसी प्रकार सम्मिलन समझौते पर हस्ताक्षर कर दिए जिस प्रकार अन्य राज्यों ने किए थे। 

सरदार पटेल की असहमति के बावजूद नेहरू ने पाकिस्तान द्वारा कश्मीर में हस्तक्षेप करने की शिकायत संयुक्त राष्टï्र संघ में कर दी जिससे भारत को लाभ की बजाय हानि ही हुई। हालांकि प्रधानमंत्री नेहरू ने कहा था कि अनुच्छेद 370 अस्थायी है जो समय के साथ समाप्त हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं और अब केंद्र सरकार द्वारा इसे और धारा 35 (ए) को समाप्त करने के बाद जहां देश के अधिकांश राजनीतिक दल केंद्र की भाजपा सरकार के साथ खड़े हैं वहीं कांग्रेस के कुछ नेता भी सरकार के साथ आ गए हैं। कांग्रेस तो अनुच्छेद 370 को लेकर 2 खेमों में बंट गई है और इसके समर्थन तथा विरोध को लेकर पार्टी में घमासान मचा हुआ है। 

जहां राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद जैसे नेता इसका विरोध कर रहे हैं वहीं बड़ी संख्या में कांग्रेसी इसके समर्थन में उतर आए हैं जिनमें सांसद अभिषेक मनु सिंघवी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुम्बई कांग्रेस के अध्यक्ष मिङ्क्षलद देवड़ा, राजस्थान युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक चांदना, पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा, वरिष्ठï नेता जनार्दन द्विवेदी, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार और सांसद दीपेंद्र हुड्डïा आदि शामिल हैं। यही नहीं पंजाब में लुधियाना से कांग्रेस के दो विधायकों सुरिंद्र डाबर और संजय तलवाड़ व ब्लाक प्रधानों विपिन अरोड़ा तथा गुरमुख सिंह मिट्ठू तथा पंजाब कांग्रेस के महासचिव संजीव अरोड़ा ने भी अनुच्छेद 370 समाप्त करने का समर्थन करते हुए इसे देश हित में करार दिया है। 

यही नहीं हिसार में कांग्रेस के जिला महासचिव वीरेंद्र हुड्डïा ने राहुल गांधी द्वारा अनुच्छेद 370 के विरोध को देश हित के विरुद्ध बताते हुए चेतावनी दी कि यदि राहुल गांधी ने देश हित के विरुद्ध राजनीति जारी रखी तो दिल्ली स्थित उनके आवास के बाहर धरना दिया जाएगा अब कश्मीर के पूर्व महाराजा हरि सिंह के बेटे और वरिष्ठï कांग्रेस नेता डा. कर्ण सिंह ने अनुच्छेद 370 को बल प्रदान करने वाली धारा 35 (ए) के विषय में कहा है कि सरकार के फैसले की पूर्ण रूप से ङ्क्षनदा करना सही नहीं है क्योंकि इसमें कई सकारात्मक बातें भी हैं। 

डा. कर्ण सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी अनुच्छेद 370 हटाने के सरकार के कदम का समर्थन किया है और कहा कि यह जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के लिए नए युग की शुरूआत है और स्वागत के योग्य है। कुल मिलाकर इस समय अनुच्छेद 370 और 35 (ए) को लेकर सभी विचारधाराओं के लोगों को एकजुट होकर सरकार का साथ देने की आवश्यकता है ताकि अवांछित तत्व इसका अनुचित लाभ न उठा सकें।—विजय कुमार

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