श्री रामनवमी पर सांप्रदायिक उपद्रवों से देश की छवि को आघात

punjabkesari.in Sunday, Apr 02, 2023 - 04:15 AM (IST)

धर्मनिरपेक्ष देश होने के कारण हमारे संविधान में सब धर्मों को एक समान दर्जा दिया गया है, परंतु विडम्बना ही है कि यहां धार्मिक आयोजनों में साम्प्रदायिक उपद्रवों के कारण दुखद घटनाएं होती रहती हैं। इस वर्ष भी 30 मार्च को श्री रामनवमी की शोभायात्राओं के दौरान देश के अनेक राज्यों में शुरू हुआ बवाल तीसरे दिन भी जारी था और इस दौरान : 

* गुजरात के वड़ोदरा, साबरकांठा, आणंद और द्वारका आदि में भारी उपद्रव हुआ जिसमें एक व्यक्ति की जान भी चली गई। 
* दिल्ली (जहांगीरपुरी) में 2 समुदायों में झड़प के अलावा जे.एन.यू. में पूजा को लेकर 2 गुटों की लड़ाई में अनेक छात्र घायल हो गए।
* पश्चिम बंगाल के हावड़ा और बांकुड़ा में आगजनी के अलावा मकानों की छतों से शोभायात्रा में शामिल लोगों तथा पुलिस पर पथराव किया गया। बांकुड़ा में केंद्रीय राज्यमंत्री सुभाष सरकार की कार पर पथराव किया गया। 

* तेलंगाना के हैदराबाद में शोभायात्रा के दौरान महात्मा गांधी के हत्यारे नाथू राम गोडसे की तस्वीर लहराई गई। 
* महाराष्ट्र के सम्भाजी नगर में शोभायात्रा पर पथराव व पैट्रोल से भरी बोतलें फैंकी गईं व मुम्बई के मानखुर्द में 30 के लगभग गाडिय़ों को क्षति पहुंचाई गई। 
* झारखंड के धनबाद व चिरकुंडा के अलावा लोहारदगा जिले, साहिबगंज तथा पूर्वी सिंहभूम में शोभायात्राओं में शामिल लोगों पर धारदार हथियारों से हमले में कई लोग घायल हो गए।
* बिहार के सासाराम, नालंदा, गया, भागलपुर तथा बिहारशरीफ में बम और गोलियां चलीं तथा भीड़ ने दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। नालंदा में गोलीबारी में एक व्यक्ति मारा गया तथा 2 अन्य घायल हो गए। 

* मध्य प्रदेश के खरगौन में 4 मकान जला दिए गए, कर्नाटक के कोलार में शोभायात्रा पर पथराव और चाकूबाजी की घटनाएं हुईं, जहां आंध्र प्रदेश के पश्चिम गोदावरी में ङ्क्षहसक झड़पों में दर्जनों लोग घायल हो गए, वहीं एक मंदिर में आग लगाने की घटना भी हुई। लखनऊ में छात्रों के 2 गुटों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। इस सारे घटनाक्रम बारे लोग अपने-अपने हिसाब से टिप्पणी कर रहे हैं। राजनीतिक प्रेक्षकों के अनुसार विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा अपने वोट बैंक को मजबूत करने की कोशिशों के चलते यह सब हो रहा है। 

राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया है कि 2024 मेंं होने वाले आम चुनावों के करीब आने के मद्देनजर भाजपा सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की योजना बना रही है। 
ये घटनाएं क्यों  हो रही हैं, इनका वास्तविक कारण तो विधिवत जांच के बाद ही पता चलेगा परंतु इसे किसी भी दृष्टि से हमारे जैसे धर्मनिरपेक्ष और सर्वधर्म समभाव रखने वाले देश के लिए उचित नहीं कहा जा सकता। देश के चंद राज्यों में श्री रामनवमी के अवसर पर निकाली जाने वाली शोभायात्राओं में इस प्रकार का असुखद घटनाक्रम होता आ रहा है। अत: यदि सभी दलों के नेताओंं को आमंत्रित करके शोभायात्राओं के आयोजक उन्हें अपने साथ जोड़ लें तो ऐसी घटनाएं होंगी ही नहीं। 

उल्लेखनीय है कि भारतीय जनता पार्टी, जिसके अनेक सांसद और विधायक मुसलमान हैं, के अभिभावक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का ‘मुस्लिम राष्ट्रीय मंच’ इसमें काफी सहायक सिद्ध हो सकता है। ऐसी घटनाएं जहां देश का वातावरण खराब करके घृणा फैलाती और देश का विकास रोकती हैं वहीं विदेशों में हमारी बदनामी का कारण भी बनती हैं। अत: हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, जैन आदि सभी को रामनवमी की शोभायात्राओं के साथ जोडऩे से सारी दुनिया में भारत एक मिसाल पेश कर सकेगा कि यहां इतने धर्मों के लोग प्रेम-प्यार से रहते हैं।-विजय कुमार 


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