चुनावी ‘रेवड़ियां’ बांटने के लिए धन का जुगाड़ शुरू तथा प्रचार के लिए हैलीकाप्टरों की कमी

punjabkesari.in Sunday, Oct 15, 2023 - 04:29 AM (IST)

राजस्थान, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में होने वाले चुनावों की तारीखें नजदीक आने के साथ ही चुनावी गतिविधियां भी तेज होती जा रही हैं और राजनीतिक दलों तथा उम्मीदवारों ने मतदाताओं को लुभाने के लिए धन का जुगाड़ करना भी शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में तेलंगाना में अभी तक विभिन्न स्थानों पर मारे गए छापों में 20.43 करोड़ रुपए से अधिक की अघोषित नकदी और 31.9 किलो सोना, 350 किलो चांदी और 42.203 कैरेट हीरा जब्त करने के अलावा 86.9 लाख रुपए की शराब, 89 लाख रुपए का गांजा और 22.51 लाख रुपए का अन्य सामान भी जब्त किया गया है। इसी प्रकार बेंगलुरु शहर में एक महिला पार्षद के ठेकेदार पति से जुड़े परिसरों की तलाशी के दौरान पलंगों के नीचे 22 बक्सों में रखी 42 करोड़ रुपए की नकदी बरामद की गई है। 

पूर्व उप-मुख्यमंत्री सी.एन. अश्वत्थ नारायण (भाजपा) के अनुसार, यह रकम पांच राज्यों, विशेष रूप से राजस्थान के विधानसभा चुनाव के लिए धन जुटाने के मकसद से कमीशन के रूप में ठेकेदारों से इकट्ठी की गई है। ये तो वे मामले हैं जो पकड़े गए हैं, इनके अलावा न जाने और कितने ऐसे मामले हो रहे होंगे जो अभी पकड़ में नहीं आ पाए। वैसे भी यह तो अभी शुरुआत मात्र है, आने वाले दिनों में न जाने कितनी रकम पकड़ी जाएगी। उल्लेखनीय है कि एक ओर चुनावों में वोट लेने के लिए राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों द्वारा मतदाताओं पर रेवडिय़ों की वर्षा करने की तैयारी शुरु हो गई है, तो दूसरी ओर चुनाव प्रचार के लिए हैलीकाप्टरों की बुकिंग जोरों पर है क्योंकि समय बचाने और एक दिन में कई-कई चुनाव सभाओं में पहुंचना यकीनी बनाने के लिए उम्मीदवार हैलीकाप्टर किराए पर लेते हैं। 

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इनकी मांग बढ़ जाने तथा बड़े स्तर पर बुकिंग हो जाने के कारण राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को हैलीकाप्टर नहीं मिल रहे, जिसे देखते हुए विमानन कम्पनियों ने भी मौके का फायदा उठाने के लिए किरायों में भारी वृद्धि कर दी है। कुछ माह पहले तक आम तौर पर एक घंटे के लिए सिंगल इंजन वाले हैलीकाप्टर डेढ़ लाख रुपए तक किराए पर मिल रहे थे, परंतु अब इनका किराया 2 लाख रुपए प्रति घंटे से भी अधिक हो गया है, जबकि डबल इंजन वाले हैलीकाप्टरों का किराया भी लगभग दोगुना हो कर 3 से 4 लाख रुपए प्रति घंटे तक पहुंच गया है। प्रतिष्ठा के मुकाबले वाली सीटों पर प्रचार के लिए हैलीकाप्टरों की मांग अधिक होती है। जयपुर की एक विमानन कम्पनी के प्रबंधकों का कहना है कि मुख्यत: कांग्रेस, भाजपा तथा आर.एल.पी. (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) के नेता हैलीकाप्टर किराए पर लेना चाहते हैं लेकिन अब हमारे पास केवल 5 लाख रुपए प्रति घंटे से अधिक की चार्टर्ड दरों वाले हैलीकाप्टर ही उपलब्ध हैं। 

चूंकि अभी अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी है, इसलिए मांग अभी और बढ़ेगी। अब तक जिन लोगों ने हैलीकाप्टर बुक किए हैं, उनमें अधिकांश नेता वे हैं, जो किसी खास सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जबकि दूसरी श्रेणी उन लोगों की है, जिन्हें पार्टियों में प्रमुख पदों पर होने के कारण कम समय में विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में घूमना पड़ता है। यह सिलसिला चुनाव सम्पन्न होने तक बढ़ता ही चला जाएगा। चुनावी राज्यों में निष्पक्ष चुनाव करवाने की चुनौती के साथ-साथ सरकारी एजैंसियों की इस बात की भी परीक्षा होगी कि वे चुनावों में विभिन्न पक्षों द्वारा अवैध तरीकों के इस्तेमाल और प्रलोभनों के रूप में रेवडिय़ों का वितरण रोकने में कितनी सफल हो पाती हैं वैसे इसकी संभावना कम ही है।—विजय कुमार 


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