बृजभूषण शरण सिंह पर ‘महिला पहलवानों के स्पष्ट आरोप’

Sunday, May 07, 2023 - 03:10 AM (IST)

अब तक तो कोच पर उनसे प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिला खिलाडिय़ों के बलात्कार व यौन शोषण करने के आरोप लगते थे, यह पहला मौका है जब अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाने वाले पहलवानों ने भाजपा सांसद तथा 11 वर्षों से  ‘भारतीय कुश्ती महासंघ’ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप लगाए हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली में आंदोलन कर रही हैं।

6 बार के सांसद बृजभूषण शरण सिंह कुछ स्कूलों, कालेजों के मालिक हैं और उन पर कई तरह के आरोप भी लगते रहे हैं। 18 जनवरी से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों ने भारतीय ओलिम्पिक संघ द्वारा उक्त आरोपों की जांच और उनकी शिकायतें दूर करने के आश्वासन के बाद 21 जनवरी को धरना स्थगित कर दिया था परंतु बाद में बृजभूषण शरण सिंह के विरुद्ध आरोपों की जांच कर रही समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग को लेकर पहलवान 23 अप्रैल से दोबारा धरने पर बैठे हैं।

हालांकि 5 मई को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने फिर कहा है कि धरने पर बैठी पहलवानों की सारी मांगें स्वीकार कर ली गई हैं, अत: उन्हें दिल्ली पुलिस को निष्पक्ष जांच करने देना चाहिए और अदालत ने भी इस बारे आवश्यक निर्देश दिए हैं परंतु यह धरना जारी है।

इस बीच ‘इंडियन एक्सप्रैस’ में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि :-
टूर्नामैंटों तथा वार्मअप के दौरान और यहां तक कि भारतीय कुश्ती महासंघ के नई दिल्ली स्थित कार्यालय के अंदर यौन उत्पीडऩ और दुव्र्यवहार की अनेक घटनाएं हुई हैं जिनमें गलत ढंग से छूने (ग्रोपिंग) और शारीरिक संपर्क की घटनाएं शामिल हैं।

नई दिल्ली के कनाट प्लेस थाने में 21 अप्रैल को दायर की गई  7 महिला पहलवानों में से 2 (दोनों ही वयस्क) द्वारा बृजभूषण शरण सिंह के विरुद्ध 2 अलग-अलग शिकायतों में 8 ऐसी घटनाओं का उल्लेख किया गया है।

महिला पहलवानों के अनुसार कुश्ती महासंघ में बृजभूषण शरण सिंह के प्रभाव और इस भय से कि वह उनके करियर में बाधा न खड़ी कर दे, उन्होंने अपने मानसिक और शारीरिक उत्पीडऩ को लेकर पहले जुबान नहीं खोली।

पहलवान 1 (नाम गोपनीय) ने बृजभूषण के विरुद्ध कथित यौन उत्पीडऩ की कम से कम 5 शिकायतें की हैं। पहली शिकायत के अनुसार 2016 में एक टूर्नामैंट के दौरान बृजभूषण  ने रेस्तरां में बुला कर कथित रूप से उसके वक्ष और पेट पर हाथ लगाया। फिर 2019 में भी एक अन्य टूर्नामैंट के दौरान बृजभूषण ने उसके वक्ष और पेट को छुआ।

इसी पहलवान ने बृजभूषण पर उसे 2 अन्य मौकों पर गलत ढंग से छूने का आरोप लगाया जब उसे कुश्ती महासंघ के कार्यालय में बुलाया गया था। 
एक बार बृजभूषण ने उसकी सहमति के बगैर उसकी जांघों और कंधों को छुआ तथा 2 दिन बाद उसके वक्ष और पेट को यह कहते हुए छुआ कि वह उसके सांस लेने के पैटर्न को जांचना चाहता है।

2018 में बृजभूषण ने एक टूर्नामैंट के दौरान उसे काफी लम्बे समय तक जोर से आङ्क्षलगन में लिए रखा और एक अन्य मौके पर वह उसके आङ्क्षलगन से किसी तरह बच निकली जब उसका हाथ उसके वक्ष के निकट था।

दूसरी शिकायतकत्र्ता (नाम गोपनीय) ने आरोप लगाया कि 2018 में एक बार जब वह वार्मअप कर रही थी तो बृजभूषण ने उसकी सहमति के बगैर सांस लेने का पैटर्न जांचने के नाम पर उसकी ट्रेङ्क्षनग जर्सी ऊपर उठा दी और उसके वक्ष तथा पेट को छुआ जो उसे बेहद बुरा लगा।

उसके साथ दूसरी घटना एक वर्ष बाद बृजभूषण के बंगले में ही स्थित कुश्ती महासंघ के कार्यालय में हुई। जब वह वहां दाखिल हुई तो बृजभूषण ने कथित रूप से दूसरे लोगों को वहां से चले जाने को कहा और फिर उसे दबोचने की कोशिश की। बृजभूषण ने कथित रूप से उक्त पहलवान के साथ अपने कार्यालय में नंबरों का आदान-प्रदान भी किया।

उल्लेखनीय है कि इस सप्ताह के शुरू में इन दोनों पहलवानों ने अपने उपरोक्त बयान दिल्ली पुलिस में दर्ज करवाए हैं। इस सारे घटनाक्रम में कौन सही और कौन गलत है इसका निपटारा जल्द से जल्द किए जाने की आवश्यकता है ताकि यह विवाद समाप्त हो। -विजय कुमार 

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