अंधविश्वासों के चक्कर में यौन शोषण, ठगी और हत्याएं

Friday, Sep 08, 2023 - 05:40 AM (IST)

स्वतंत्रता के 76 वर्ष बाद भी देश अंधविश्वासों, वहमों-भ्रमों और जादू-टोने से मुक्त नहीं हो पाया तथा लोगों की एक बड़ी संख्या अंधविश्वासों के जाल में फंस कर यौन शोषण, ठगी एवं हिंसा का शिकार हो रही है।

* 6 सितम्बर को हापुड़ (उत्तर प्रदेश) जिले के बाबूगढ़ में एक बीमार महिला पर भूत प्रेत की छाया बताकर झाड़-फूंक के नाम पर उसे अकेले कमरे में ले जाकर उससे बलात्कार करने और झाड़-फूंक करने के नाम पर पीड़िता के परिजनों से लाखों रुपए ऐंंठने के आरोप में एक कथित तांत्रिक के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। 

* 5 सितम्बर को बक्सर (बिहार) की एक विशेष पोक्सो अदालत ने 14 और 16 वर्ष की 2 नाबालिगाओं से बलात्कार करने के आरोप में उनके पिता विनोद कुमार, मां निर्मला देवी, मौसी अंजू देवी, तांत्रिक अजय कुमार व एक अन्य व्यक्ति जयलाल सिंह समेत 5 लोगों को दोषी करार दिया।
 इस दम्पति को बेटा नहीं हो रहा था, जिसके लिए वे उक्त तांत्रिक के पास गए। उसके सुझाव पर इनके पिता ने अपनी पत्नी, साली तथा अन्य परिजनों की सहमति से अपनी दोनों बेटियों से न सिर्फ स्वयं बलात्कार किया, बल्कि तांत्रिक तथा एक अन्य व्यक्ति ने भी उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाया। 
* 5 सितम्बर को ही बड़वानी (मध्य प्रदेश) जिले में  राजपुर के ‘ओझा’ कस्बे में कई दिनों से वर्षा न होने के चलते इंद्र देवता को प्रसन्न करने के लिए एक जिंदा व्यक्ति की अर्थी निकाली गई तथा श्मशानघाट में अर्थी रख कर इंद्र देवता से वर्षा के लिए प्रार्थना की गई। 

* 5 सितम्बर को ही बोकारो (झारखंड) में 2 लोगों ने एक महिला द्वारा किए गए जादू टोने के परिणामस्वरूप अपने परिवार के एक अढ़ाई वर्षीय बच्चे की मौत के संदेह में महिला को कुल्हाड़ी से काट डाला। 
* 3 सितम्बर को खूंटी (झारखंड) जिले के मुरहू थाना क्षेत्र में ‘रौकन नाग’ नामक एक युवक ने पड़ोस में रहने वाली मोनिका नाग तथा उसकी मां सुकरमनी नाग पर कुल्हाड़ी से वार करके उन्हें घायल कर दिया। 
गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस को बताया कि उसने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि कुछ समय पूर्व सुकरमनी ने उसके घर के बर्तन पर हाथ फेर दिया था, जिसके बाद से उसे कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। 

* 2 सितम्बर को पूर्णिया (बिहार) जिले के ‘सोनमा’ गांव में अंधविश्वास के चक्कर में फंसी निशा देवी नामक एक महिला ने काला जादू की सिद्धि पाने के जुनून में अपने पांच वर्षीय बेटे आनंद को गला घोंट कर मार डाला।
* 27 अगस्त को उमरिया (मध्य प्रदेश) जिले के ‘अन्तरिया’ गांव में एक बीमार महिला की इलाज के दौरान मौत हो जाने से गुस्साए मृतका के परिजनों ने उसका इलाज करने वाले हनुमान प्रसाद नामक बुजुर्ग पंडा को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया। मृतका के परिजनों  ने कहा कि पंडा के तंत्र-मंत्र के कारण ही उसकी मौत हुई है। उन्होंने मृतका का शव पंडा के घर में रख दिया और कहने लगे ‘‘जिस तरह इसे मारा है, उसी तरह इसे जिंदा भी करो।’’ 
* 24 अगस्त को हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) के चिकासी गांव में झाड़- फूंक करने वाले से इलाज करवाने आई एक किशोरी को नशीला पदार्थ खिला कर बार-बार बलात्कार करके गर्भवती करने और फिर दवा खिला कर उसका गर्भपात कराने के प्रयास के आरोप में एक तांत्रिक को पकड़ा गया। 

* 19 जुलाई को बीकानेर (राजस्थान) के ‘खाजूवाला’ में शरीर में दर्द और बार-बार बीमार हो रहे एक व्यक्ति ने जादू-टोने की आशंका में सहायता के लिए महेंद्र नामक तांत्रिक को बुलाया जिसने उसकी नाबालिग बेटी के शरीर में प्रेत का साया बताकर इलाज के नाम पर बंद कमरे में उसके साथ बलात्कार कर डाला।  
* 16 जुलाई को कबीरधाम (छत्तीसगढ़) में रात को सोते समय एक महिला को सांप ने डंस लिया तो परिजन उसे अस्पताल ले जाने की बजाय उसकी झाड़-फूंक करवाते रहे और 10 घंटों तक यही सब कुछ चलता रहा तथा विधिवत इलाज न मिलने के कारण उसकी मौत हो गई। 

उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि अंधविश्वासों का प्रभाव केवल अनपढ़ और अशिक्षित लोगों में ही नहीं, बल्कि पढ़े-लिखे लोगों में भी व्याप्त है और समाज में अनेक ऐसे लोग मौजूद हैं, जो लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ करके उनका अनुचित लाभ उठा रहे हैं। अत: जहां लोगों को जागरूक एवं ऐसे तत्वों से सावधान रहने की जरूरत है, वहीं इनके विरुद्ध प्रशासन द्वारा कठोर कार्रवाई करने व वहम-भ्रमों से लोगों को मुक्त कराने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की भी बेहद जरूरत है।-विजय कुमार

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