‘अर्थव्यवस्था को कमजोर करेगा’ नकली करंसी का काला कारोबार!
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 05:18 AM (IST)

केंद्र सरकार ने काला धन और नकली करंसी समाप्त करने के लिए 8 नवम्बर, 2016 को 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करके 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए थे। उस समय कहा गया था कि नई करंसी के सिक्योरिटी फीचर्स की नकल कर पाना जालसाजों के लिए आसान नहीं होगा परन्तु नोटबंदी लागू होने के तुरंत बाद नकली नोट बाजार में आ गए। गत मात्र 3 महीनों की अवधि में ही नकली करंसी की बरामदगी के निम्न मामले सामने आए हैं :
* 13 मई, 2025 को ‘जांजपुर’ (ओडिशा) जिले के ‘दशरथपुर’ में पुलिस ने जाली करंसी का धंधा करने वाले ‘चंद्रमणि’ नामक आरोपी को गिरफ्तार करके उसके पास से 2 लाख 72 हजार रुपए मूल्य के जाली नोट बरामद किए।
* 18 जून को ‘जबलपुर’ (मध्य प्रदेश) में ‘हनुमान ताल’ की पुलिस ने ‘ऋतुराज विश्वकर्मा’ नामक व्यक्ति को गिरफ्तार करके उसके पास से 4 लाख 80 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए।
* 28 जून को ‘सीतापुर’ (उत्तर प्रदेश) में पुलिस ने ‘अनस अहमद’ को गिरफ्तार करके उसके पास से 1.05 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए।
* 28 जून को ही ‘रुड़की’ (उत्तराखंड) में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार करके उनके पास से 6 लाख रुपए की नकली करंसी बरामद की।
* 1 जुलाई को ‘मुजफ्फरनगर’ (बिहार) की पुलिस ने नकली नोटों के धंधेबाज 2 लोगों को गिरफ्तार करके उनके पास से 15.16 लाख रुपए के नकली नोट और नोट छापने के उपकरण बरामद किए।
* 20 अगस्त को ‘मोतीहारी’ (बिहार) पुलिस ने ‘बंजारिया’ से ‘मंजर’ नामक एक तस्कर को गिरफ्तार करके उसके पास से 500-500 रुपए के मूल्य वाले 38,000 रुपए के नकली नोट बरामद किए। पूछताछ के दौरान ‘मंजर’ ने स्वीकार किया कि उसका नैटवर्क नेपाल से जुड़ा हुआ है।
* 22 अगस्त को ‘रांची’ (झारखंड) में पुलिस ने लगभग 2 करोड़ रुपए मूल्य के नकली नोटों के साथ 2 तस्करों ‘मोहम्मद साबिर’ उर्फ ‘राजा’ तथा ‘साहिल कुमार’ उर्फ ‘कर्ण’ को गिरफ्तार किया। आरोपी ‘राजा’ ने बताया कि इस गिरोह का सरगना दिल्ली में बैठा ‘नीरज कुमार चौधरी’ है।
* 23 अगस्त को ‘दीनानगर’ (पंजाब) पुलिस ने 500-500 रुपए के नकली नोटों के रूप में 2.35 लाख रुपए की नकली करंसी सहित 2 आरोपियों ‘कमलदीप’ सिंह और ‘निर्मल सिंह’ को गिरफ्तार किया।
* 24 अगस्त को पुलिस ने नकली नोट छापने और सप्लाई करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया और 3 आरोपितों ‘शशि कुमार’, ‘नवीन पासवान’ व ‘कर्णवीर’ को गिरफ्तार करके उनके पास से 500-500 रुपए वाले 2.59 लाख रुपए मूल्य के नकली नोट व उन्हें छापने के उपकरण जब्त किए। पुलिस के अनुसार गिरोह के लोग नोटों की गड्डïी के ऊपर और नीचे एक-एक असली नोट रख कर बीच में सारे नकली नोट भर देते थे।
उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि देश में वर्षों से चला आ रहा नकली नोटों का यह धंधा किस कदर गंभीर रूप धारण कर चुका है। नकली नोटों के धंधेबाज इस काम में इस कदर माहिर हो गए हैं कि उन्होंने इन नोटों को खपाने के लिए कमीशन पर विभिन्न स्थानों पर अपने एजैंट भी रखे हुए हैं।
कम्प्यूटर से तैयार किए जाने वाले जाली नोट हू-ब-हू पिं्रट नहीं हो पाते जबकि मशीनों से छापे गए जाली नोटों में विदेश से मंगवाए गए उच्च गुणवत्ता वाले कागज का इस्तेमाल होने के कारण ये नोट असली जैसे प्रतीत होते हैं। मैट्रो सिटीज तथा बड़े शहरों में इन नोटों को चलाना मुश्किल होने के कारण इन्हें ज्यादातर देहाती इलाकों में भेजा जाता है। नकली नोट देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर कर सकते हैं, अत: नकली करंसी के निर्माण या सप्लाई से जुड़े लोगों के विरुद्ध देशद्रोह के आरोप में कठोर और शिक्षाप्रद कार्रवाई होनी चाहिए ताकि नकली करंसी पर रोक लग सके।—विजय कुमार