उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव में भाजपा की भारी जीत

punjabkesari.in Saturday, Dec 02, 2017 - 03:03 AM (IST)

इन दिनों देश में चुनावों का मौसम चल रहा है। अभी पिछले महीने ही हिमाचल विधानसभा के चुनाव सम्पन्न हुए हैं और अब 9 तथा 14 दिसम्बर को गुजरात विधानसभा के चुनाव होने जा रहे हैं जिनका परिणाम हिमाचल के चुनाव परिणामों के साथ ही 18 दिसम्बर को घोषित होगा। 

इस बीच गत दिनों उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव सम्पन्न हुए और अब 17 दिसम्बर को पंजाब में निकाय चुनाव होने जा रहे हैं। एक ओर जहां अपना दायरा लगातार बढ़ा रही भाजपा ने इन चुनावों में सफलता प्राप्त करने के लिए पूरा जोर लगाया जिसका फल भी उसे आज परिणाम घोषित होते ही मिल गया तो दूसरी ओर फूट के शिकार विपक्षी दलों ने भी अपनी खोई हुई जमीन दोबारा प्राप्त करने के लिए पूरा जोर लगाया परंतु उनकी आशा पूरी न हो सकी। 

1 दिसम्बर को घोषित उत्तर प्रदेश के निकाय चुनावों के परिणामों पर विशेष रूप से सबकी नजर थी जिन्हें 6 मास पूर्व सत्ता में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली बड़ी परीक्षा माना जा रहा था और इसमें उन्होंने भारी बहुमत से सफलता प्राप्त कर ली है और 16 नगर निगमों में से 14 नगर निगमों में जीत दर्ज करके रिकार्ड कायम किया है जबकि मात्र 2 सीटें बसपा को मिलीं। इन चुनावों में कई बड़े चेहरों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई थी जिनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती के नाम उल्लेखनीय हैं।

हालांकि नगरपालिका और पंचायत चुनाव में बसपा तथा सपा प्रत्याशियों ने भाजपा को टक्कर दी है परंतु कांग्रेस इस चुनाव में फिर से फिसड्डी ही साबित हुई है। जहां इन चुनावों में विपक्ष को उसकी फूट ले डूबी, वहीं योगी आदित्यनाथ और भाजपा द्वारा पूरी टीम के रूप में काम करने का उन्हें पुरस्कार मिला। स्पष्टत: इन चुनाव परिणामों में विपक्षी दलों के लिए एक शिक्षा छिपी हुई है कि जब तक वे इकट्ठे नहीं होंगे उन्हें इसी प्रकार पराजय का मुंह देखना पड़ता रहेगा।—विजय कुमार  


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