धर्म और मोक्ष के नाम पर महिलाओं का यौन-शोषण करने वाले देश-विदेश के ‘बाबे’

punjabkesari.in Wednesday, Jan 24, 2024 - 06:51 AM (IST)

संत और महात्मा देश एवं समाज को मार्गदर्शन प्रदान करते हैं, परंतु कुछ स्वनामधन्य संत-महात्मा और बाबा लोग इसके विपरीत आचरण करके असली संत-महात्माओं की बदनामी का कारण बन रहे हैं। ऐसे ‘बाबा’ भारत में ही नहीं, दूसरे देशों में भी मौजूद हैं : 

* 8 जनवरी, 2024 को विश्व के सबसे बड़े ईसाई इंजील चर्चों में से एक के संस्थापक नाइजीरियन पादरी ‘टी.बी. जोशुआ’ द्वारा महिलाओं और बच्चों पर भयावह अत्याचारों का खुलासा हुआ। वह मोक्ष दिलाने का झांसा देकर अपनी शिष्याओं से बलात्कार करता था। यदि कोई शिष्या उसका विरोध करती तो उसके कपड़े उतार कर उसे कोड़े मारे जाते और अंधेरी कोठरी में रखा जाता। वह शिष्याओं को अपनी जूठन खाने के लिए भी विवश करता। 

अफ्रीका में जन्मा जोशुआ अपने देश का सबसे प्रभावशाली ईसाई प्रचारक था और टी.वी. पर सबसे प्रसिद्ध धर्मोपदेशक बन गया था। उसकी मौत के बाद उसके चंगुल से छूटी शिष्याओं ने उसकी करतूतों का खुलासा किया। लागोस के चर्च में उसके द्वारा की गई शारीरिक हिंसा, बच्चों का उत्पीडऩ, लोगों को कोड़े मारने और जंजीरों से बांध कर रखने के दर्जनों प्रत्यक्षदर्शी गवाह हैं। एक पीड़ित ब्रिटिश महिला के अनुसार जोशुआ ने उससे कई बार बलात्कार किया और 2 वर्ष तक एकांतवास में रखा। नामीबिया की एक महिला के अनुसार जब वह 17 वर्ष की थी तो पहली बार जोशुआ ने उससे बलात्कार किया और उसके बाद बार-बार बलात्कार तथा 5 बार उसका गर्भपात करवाया गया। 

* 9 जनवरी को नेपाल की सी.बी.आई. ने राजधानी काठमांडू के बाहरी इलाके से  2005 के शुरू में ‘बुद्ध बॉय’ कहे जाने वाले विवादास्पद आध्यात्मिक गुरु ‘राम बहादुर बोमजन’ को गिरफ्तार किया। वह जुलाई, 2020 में एक नाबालिग अनुयायी द्वारा उसका बलात्कार करने के आरोप में दायर शिकायत के बाद से फरार चल रहा था। गौतम बुद्ध के अवतार के रूप में पूजा और माना जाने वाला  ‘राम बहादुर बोमजन’ 2005 में महीनों तक बिना भोजन-पानी या नींद के ध्यान करने का दावा करने के बाद चर्चा में आया था और अपना ध्यान समाप्त करने के बाद उसने विभिन्न जिलों में अपने आश्रम कायम कर लिए थे। उसके ‘आश्रम’ से 5 शिष्याओं के लापता होने का भी आरोप है। 

* 19 जनवरी को केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में 13 वर्षीय लड़के को अपने जाल में फंसाकर उसका यौन शोषण करने के आरोप में पेंटेकोस्टल चर्च के 50 वर्षीय पादरी रवीन्द्रनाथ को गिरफ्तार किया गया। पीड़ित लड़के को पादरी बहला-फुसला कर अपने घर ले गया। वहां पादरी ने उसे केक खिलाने के बाद मोबाइल पर आपत्तिजनक तस्वीरें दिखाईं और फिर उसके साथ कुकर्म कर डाला। 

* 22 जनवरी, 2024 को दिल्ली हाईकोर्ट ने फरार स्वयंभू आध्यात्मिक उपदेशक वीरेंद्र देव दीक्षित द्वारा दिल्ली में संचालित एक आश्रम के निरीक्षण का आदेश दिया, जहां कई लड़कियों और महिलाओं को अवैध रूप से बंधक बनाकर रखा गया है। इस बारे दायर याचिका में एक महिला ने कहा कि उसकी बेटी वहां कुछ लोगों के प्रभाव में रह रही है। इस पर न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत की अध्यक्षता वाली पीठ ने दीक्षित के विरुद्ध बलात्कार के गंभीर आरोपों के दृष्टिगत सरकार को इस मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया। सी.बी.आई. के वकील ने कहा कि दीक्षित के विरुद्ध बलात्कार के आरोप में 2 एफ.आई.आर. दर्ज की गई हैं और उसे पकडऩे के प्रयास किए जा रहे हैं। 

* 22 जनवरी को ही सुल्तानपुर लोधी (पंजाब) पुलिस ने एक ग्रंथी के विरुद्ध 2 नाबालिग लड़कियों के अश्लील फोटो सोशल मीडिया पर डालने तथा सरकारी राहत दिलाने के बहाने उनमें से बड़ी लड़की के साथ बलात्कार करने के आरोप में केस दर्ज किया। हालांकि अधिकांश संत ऐसे नहीं हैं, परंतु निश्चय ही ऐसी घटनाएं संत समाज की बदनामी का कारण बन रही हैं। अत: इस मामले में लोगों, विशेषकर महिलाओं को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।—विजय कुमार


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News