आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के रोड शो पर हमला

punjabkesari.in Sunday, Nov 06, 2022 - 04:05 AM (IST)

राजनीतिक दलों द्वारा समय-समय पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रोड शो निकाले जाते रहते हैं। इसी सिलसिले में इन दिनों भारत में भी चंद नेताओं द्वारा रोड शो निकाले जा रहे हैं। जहां कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू कर रखी है, वहीं हिमाचल प्रदेश और गुजरात में होने जा रहे विधानसभा चुनावों के सिलसिले में भाजपा, कांग्रेस और ‘आप’ के विभिन्न नेता भी रोड शो निकाल रहे हैं। 

इसी प्रकार आंध्र प्रदेश में तेलगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू एक रोड शो निकाल कर लोगों से राज्य में वाई.एस. जगनमोहन रैड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के विरुद्ध एकजुट होने का आह्वान कर रहे हैं।किसी समय केंद्र की राजनीति में ‘किंगमेकर’ कहे जाने वाले चंद्रबाबू नायडू एक अनुभवी वरिष्ठ राजनीतिज्ञ हैं जिनकी न सिर्फ प्रदेश की राजनीति बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में भी अच्छी पहचान है। 

यहां तक कि उन्हें 1997 में प्रधानमंत्री पद की पेशकश की गई थी परंतु उन्होंने यह कह कर इसे खारिज कर दिया था कि वह स्वयं को आंध्र प्रदेश की सेवा के लिए ही समर्पित करना चाहते हैं। हाल ही में उन्होंने विपक्षी एकता के प्रयास भी शुरू कर रखे थे।

कहा जाता है कि जगनमोहन रैड्डी की सरकार चंद्रबाबू नायडू पर रोड शो समाप्त करने के लिए दबाव डाल रही थी। इसीलिए जब 4 नवम्बर को वह ‘नंदीगामा’ में रोड शो निकाल रहे थे तो उनके काफिले पर अज्ञात हमलावरों द्वारा पथराव किया गया जिसके परिणामस्वरूप एक पत्थर चंद्रबाबू नायडू के ओ.एस.डी. की ठुड्डी पर लगने से ओ.एस.डी. घायल हो गए। 

ऐसा लगता है कि जिस प्रकार 2-3 दिन पूर्व पाकिस्तान के गुजरांवाला में इमरान खान की रैली पर हमला किया गया उसी को देख कर शायद जगनमोहन रैड्डी की सरकार द्वारा चंद्रबाबू पर यह हमला करवाया गया है। तेदेपा ने इस हमले के लिए जगनमोहन रैड्डी की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जानबूझ कर चंद्रबाबू नायडू की सुरक्षा में कम पुलिस लगाई गई। अत: इस संबंध में गहन जांच करने के बाद ऐसे प्रबंध किए जाने चाहिएं कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।—विजय कुमार


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