असम के भाजपा सांसद का आरोप ‘मंत्री 10 पर्सैंट कमीशन लेकर ठेका देता है’

Friday, Oct 06, 2017 - 01:07 AM (IST)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए सभी देशवासियों को एकजुट होने का आह्वान किया है और सभी राजनीतिक दलों, कार्यकत्र्ताओं, सामाजिक और शैक्षणिक संस्थाओं तथा मीडिया सहित समाज के सभी वर्गों से इस संबंध में सकारात्मक भूमिका निभाने का आह्वïान भी बार-बार किया है परंतु ऐसा लगता है कि उनके अपने ही दल के नेताओं पर इसका समुचित प्रभाव नहीं पड़ रहा। 

तेजपुर से भाजपा सांसद रामप्रसाद शर्मा ने असम में अपनी ही पार्टी की सरकार के विरुद्ध भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाकर इसे परेशानी में डाल दिया है। उन्होंने असम के सिंचाई एवं हथकरघा मंत्री रंजीत दत्ता पर सार्वजनिक रूप से भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर 16 महीने पुरानी भाजपा नीत मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली असम सरकार की भ्रष्टïाचार के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। पेशे से अग्रणी वकील एवं सांसद श्री रामप्रसाद शर्मा ने 3 अक्तूबर को एक स्थानीय टी.वी. चैनल पर मंत्री रंजीत दत्ता पर अपने विभाग के सभी ठेके अलाट करने के बदले में 10 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया है। 

श्री शर्मा द्वारा चैनल पर लगाए गए आरोप के अनुसार, ‘‘मेरे परिचितों में से ही एक व्यक्ति ने भी मंत्री को 10 प्रतिशत कमीशन देकर ठेका प्राप्त किया है। मुझे इस बात की पूरी जानकारी है कि राज्य सरकार में कुछ अन्य मंत्री भी हैं जो 10 प्रतिशत कमीशन लेते हैं।’’ ‘‘हमारे मुख्यमंत्री अपनी ईमानदारी और उच्च गुणों के लिए जाने जाते हैं लिहाजा उन्हें इस परम्परा की अनिवार्य रूप से जांच करवानी चाहिए क्योंकि हम लोग भ्रष्टाचार मुक्त सरकार के वादे और लोगों के भरोसे पर सत्ता में आए हैं तथा हमें लोगों का यह भरोसा कायम रखना चाहिए।’’ उल्लेखनीय है कि इस वर्ष मार्च महीने में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग तथा असम पुलिस के सतर्कता विंग ने रंजीत दत्ता के विभाग में सचिव कुजेंद्र डोले को अपने कार्यालय के चैम्बर में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकडऩे के बाद गिरफ्तार किया था। 

इसके बाद पुलिस ने उसके कार्यालय के चैम्बर में विभिन्न दराजों से 45 लाख रुपए बरामद किए थे। कुजेंद्र डोले ने बाद में आरोप लगाया था कि वह मंत्री की ओर से कमीशन इकट्ठी कर रहा था परंतु मंत्री रंजीत दत्ता ने इसे बकवास बताया था। बहरहाल मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने शर्मा को मंत्री के विरुद्ध अपने आरोपों के समर्थन में प्रमाण पेश करने के लिए कहते हुए वादा किया है कि प्रमाणों की विश्वसनीयता परखने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जा सकती है। इसी बीच रंजीत दत्ता ने यह कहते हुए आरोपों से इंकार किया है कि उन्होंने पहले ही पार्टी नेतृत्व के पास यह आधारहीन आरोप लगाने के लिए सांसद रामप्रसाद शर्मा के विरुद्ध शिकायत की है। उन्होंने कहा है कि जो लोग अपना मानसिक संतुलन खो देते हैं वे ऐसी ही बयानबाजी किया करते हैं। 

उन्होंने कहा कि बिना तथ्यों के बयान देना इस सांसद की आदत है तथा उनके इस बयान ने पार्टी और सरकार की छवि को प्रभावित किया है। इसके साथ ही उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी शर्मा के विरुद्ध उचित पग उठाएगी। स्वच्छ प्रशासन देने का वादा करके सत्ता में आई भाजपा सरकारों के कार्यकलाप और कर्तव्यनिष्ठा की पोल अब उनके अपने ही नेता खोल रहे हैं। पहले ही अपनी आर्थिक नीतियों को लेकर विवादों में आई भाजपा के एक सांसद द्वारा अपनी ही पार्टी के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाना निश्चय ही पार्टी काडर की नेकनीयती पर संदेह पैदा करता है जिसका निराकरण करना जरूरी है।—विजय कुमार 

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