प्रभावशाली लोगों व उनके स्टाफ की ‘दबंगई’ लगातार जारी

Saturday, Jul 04, 2015 - 03:20 AM (IST)

प्रभावशाली लोगों द्वारा पद का दुरुपयोग किस प्रकार किया जाता है इसके उदाहरण समय-समय पर मिलते रहते हैं। सड़क से लेकर रेल और विमान तक प्रभावशाली लोगों तथा उनके स्टाफ की ‘दबंगई’ देखने को मिलती रहती है। 

2006 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के साले तथा राज्यसभा के सदस्य सुभाष यादव ने पटना जंक्शन के अधिकारियों को राजधानी एक्सप्रैस को प्लेटफार्म नं. 1 पर लेकर आने के लिए मजबूर किया था क्योंकि वह उसमें सवार होने के लिए पुल पार करके दूसरे प्लेटफार्म पर जाने को तैयार नहीं थे। 
 
यही नहीं जिन दिनों लालू यादव रेल मंत्री थे तब बिहार के गोपालगंज जिले में उनके पैतृक गांव फुलवारिया शरीफ में वे गाडिय़ां भी अक्सर रुक जाया करती थीं जिनका वहां ठहराव नहीं होता था। 
 
अप्रैल, 2011 में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री विजय गोयल को राजस्थान के दौसा जिले के बांदीकुई रेलवे स्टेशन पर उतारने के लिए नई दिल्ली से अजमेर जाने वाली दिल्ली-अजमेर शताब्दी एक्सप्रैस को वहां 3 मिनट तक रोका गया जबकि यह ट्रेन अलवर से चल कर सीधे जयपुर में ही रुकती है। 
 
इसी वर्ष 30 जून को मुम्बई से अमरीका जाने वाली एयर इंडिया की उड़ान संख्या ए.आई. 191 में महाराष्ट के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस के साथ जा रहे उनके प्रधान सचिव अपना पासपोर्ट घर पर ही भूल आए जिस कारण फ्लाइट निर्धारित समय से 57 मिनट लेट हो गई। 
 
इस घटना के 2 ही दिन बाद हुए एक रहस्योद्घाटन ने तो समूचे देश को चौंका दिया जिसके अनुसार 24 जून को लेह में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू, उनके पी.ए. व जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट में जगह बनाने के लिए एक बच्चे सहित 3 यात्रियों को विमान से उतार दिया गया। इस कारण विमान ने एक घंटा विलम्ब से उड़ान भरी। 
 
भारतीय वायुसेना की एक रिपोर्ट के अनुसार हवाई अड्डा अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि एक वी.आई.पी. को विमान में चढ़ाने के लिए लेह से दिल्ली की फ्लाइट संख्या ए.आई-446 को देर से रवाना किया जाए।
 
रेलगाडिय़ों और विमानों में ही नहीं बल्कि सड़क मार्ग से यात्रा करने के दौरान भी प्रभावशाली लोगों या उनके स्टाफ की ‘दबंगई’ और भारी लापरवाही देखने को मिलती रहती है।
 
अब 2 जुलाई शाम को जब अभिनेत्री से सांसद बनी हेमामालिनी अपनी मर्सीडीज़ कार द्वारा आगरा से जयपुर जा रही थीं तो तेज रफ्तार से कार चला रहे उनके ड्राइवर ने विपरीत दिशा से सही साइड पर आ रही आल्टो कार में टक्कर मार दी जिस कारण आल्टो में अपने माता-पिता के साथ जा रही एक नन्ही बच्ची चिन्नी की मृत्यु हो गई एवं उसके माता-पिता तथा बड़े भाई के अलावा हेमामालिनी को भी कुछ चोटें आईं। मृतक बच्ची के 6 वर्षीय बड़े भाई की दोनों टांगें टूट गई हैं और वह आई.सी.यू. में है जबकि बच्ची के पिता हर्ष खंडेलवाल के कालर बोन पर चोट आने के अलावा ‘मल्टीपल फ्रैक्चर’ हुए हैं।
 
इसी प्रकार हालांकि फडऩवीस ने अपने स्टाफ के कारण विमान की उड़ान में विलंब का खंडन किया है और रिजिजू ने अपने कारण विमान यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त कर दिया है तथा पुलिस ने लापरवाही से गाड़ी चलाने के आरोप में हेमामालिनी की कार के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया  है परंतु उक्त घटनाएं दर्शाती हैं कि कहीं न कहीं कुछ गलत अवश्य हो रहा है और यदि सावधानी बरती गई होती तो ये घटनाएं टल सकती थीं। 
 
2 सितम्बर, 2002 को अभिनेता सलमान खान की लैंड क्रूजर गाड़ी के नीचे आकर फुटपाथ पर सो रहे एक व्यक्ति की मृत्यु तथा 4 अन्य  के घायल होने के केस का फैसला मुम्बई की एक अदालत ने 6 मई, 2015 को सुनाते हुए उसे 5 वर्ष कैद की कड़ी सजा तो अवश्य सुनाई परंतु उसी दिन बम्बई हाईकोर्ट ने उसे जमानत पर रिहा करने का आदेश भी दे दिया। 
 
स्पष्ट है कि साधन सम्पन्न और प्रभावशाली लोग तो किसी न किसी तरीके से मामले को लटका कर या अन्य उपायों से बच निकलते हैं परंतु जिन गरीब और साधनहीन लोगों के पास लडऩे के लिए वकीलों और अन्य साधनों की शक्ति नहीं होती, वे हार जाते हैं और इस प्रकार साधन सम्पन्न लोगों तथा उनके स्टाफ की ‘दबंगई’ जारी रहती है।  
 
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