‘37 वर्ष बाद अहमदाबाद में’ ‘एक और दर्दनाक विमान दुर्घटना’

punjabkesari.in Friday, Jun 13, 2025 - 05:28 AM (IST)

आमतौर पर विमान यात्रा काफी सुरक्षित मानी जाती है परन्तु पिछले कुछ समय से विमानों में उड़ान के दौरान लगातार खराबियां आने लगी हैं जिससे विमान यात्रियों की जान जा रही है। पिछले 3 महीनों में हुईं ऐसी ही कुछ विमान दुर्घटनाओं का विवरण निम्न में दर्ज है :

* 10 मार्च को ‘शिकागो’ से ‘दिल्ली’ जा रहे ‘एयर इंडिया’ के विमान के 12 में से 11 शौचालय जाम हो जाने के कारण विमान को उड़ान भरने के 10 घंटे बाद शिकागो वापस लौटना पड़ा। 
* 30 मार्च को ‘जयपुर’ से ‘चेन्नई’ जा रहे ‘स्पाइस जैट’ के विमान का उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद टायर फट गया। 
* 8 मई को उत्तराखंड के ‘उत्तर काशी’ जिले के ‘गंगोत्री मंदिर’ की ओर जा रहा एक हैलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के परिणामस्वरूप उसके पायलट तथा उसमें सवार 5 महिलाओं की मौत हो गई। 
* 21 मई को ‘दिल्ली’ से ‘श्रीनगर’ जा रहा ‘इंडिगो’ का विमान ‘टर्बुलैंस’ (खराब मौसम) का शिकार हो गया और विमान पर बर्फीली बारिश तथा ओले गिरने के कारण यह तेजी से ऊपर-नीचे होने लगा। 
इस विमान में ‘तृणमूल कांग्रेस’ की सांसद ‘सागरिका घोष’ अपनी पार्टी के 5 सदस्यों के साथ यात्रा कर रही थीं। उन्होंने बताया, ‘‘मुझे लग रहा था कि मौत करीब है, जिंदगी खत्म हो गई है। यह समय नरक के समान था।’’ 

* 25 मई को ‘जयपुर’ से ‘दिल्ली’ जा रहे ‘इंडिगो’ के विमान में उड़ान के दौरान तकनीकी खराबी आ जाने के कारण 65 यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई तथा विमान को वापस ‘जयपुर’ हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा। 
* 2 जून को 4000 फुट की ऊंचाई पर 175 यात्रियों को साथ लेकर उड़ रहे ‘इंडिगो’ के विमान से एक गिद्ध जा टकराया। इससे विमान को कुछ नुकसान पहुंचा परन्तु कोई अनहोनी नहीं हुई। 
 * 7 जून को ‘देहरादून’ से ‘केदारनाथ धाम’ के लिए उड़ान भरने वाला एक हैलीकाप्टर 2 मीटर ही ऊपर उठ पाया था कि उसमें तकनीकी खराबी आ जाने से हैलीकाप्टर की ‘टेल’ क्षतिग्रस्त होकर सड़क पर खड़ी एक कार से जा टकराई तथा हैलीकाप्टर के पंखों की चपेट में आ जाने से एक दुकान का कुछ हिस्सा भी टूट गया। 

 * और अब 12 जून को ‘अहमदाबाद’ से ‘लंदन’ जा रहा ‘एयर इंडिया’ का ‘ड्रीम लाइनर बोइंग 787’ विमान उड़ान भरने के कुछ ही सैकेंड बाद ‘मेघानी नगर’ के निकट भीषण दुर्घटना का शिकार होते ही आग का गोला बन गया। 
इलाके में काला धुआं छा गया। इस दुर्घटना में विमान के चालक दल के 12 सदस्यों  व गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी सहित 242 यात्रियों में से 241 यात्रियों की मौत तथा दुर्घटना के दौरान सिविल अस्पताल के होस्टलों से टकराने से वहां मौजूद 24 लोगों की मौत हो गई। इस प्रकार इस दुर्घटना मेंं मृतकों की कुल संख्या 265 हो गई है।

इस विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई व 7 पुर्तगाली नागरिक सवार थे। सभी शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उन्हें पहचान पाना भी मुश्किल होने के कारण उनका डी.एन.ए. टैस्ट किया जाएगा। 
‘अहमदाबाद’ हवाई अड्डे पर होने वाली यह दूसरी भीषण विमान दुर्घटना है। इससे पहले 19 अक्तूबर, 1988 को भी ‘इंडियन एयर लाइन्स’ का मुम्बई से ‘अहमदाबाद’ आने वाला विमान हवाई अड्डे के निकट ही दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के परिणामस्वरूप 133 लोगों की जान चली गई थी। नि:संदेह यह घटना अत्यंत दुखद है जिसने एक बार फिर विमान यात्राओं में जोखिम का संकेत दिया है। अत: विमानन कंपनियों तथा विमानन निदेशालय को अपने सुरक्षा प्रबंध और चुस्त करने होंगे। उड़ान से पहले विमानों की बारीकी से जांच की जानी चाहिए ताकि इस प्रकार की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।— विजय कुमार


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