चुनावों में टिकट कटने पर फूटा गुस्सा...छलके आंसू...आत्मदाह की कोशिश आदि

Saturday, Jan 22, 2022 - 05:52 AM (IST)

चुनावी बुखार जोरों पर है तथा चुनावी समाचारों के आगे बाकी सब समाचार पृष्ठभूमि में चले गए हैं। चुनावों में विभिन्न पाॢटयों के टिकट अभिलाषियों की बढ़ती हुई सं या को देख कर ‘एक अनार और सौ बीमार’ वाली कहावत लागू हो रही है जिसमें कोई टिकट पाकर खुशी मना रहा है तो कोई न मिलने के कारण विलाप कर रहा है। 

* उत्तर प्रदेश की ‘चरथावल’ विधानसभा सीट से बसपा टिकट के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी शख्सुद्दीन को 67 लाख रुपए देने के बावजूद टिकट पाने में विफल रहने पर फूट-फूट कर रोने वाले अरशद राणा को बसपा का टिकट तो नहीं मिला अलबत्ता वह कांग्रेस पार्टी से अपनी पत्नी यासमीन राणा को इसी सीट से टिकट दिलवाने में सफल हो गए हैं।
अब अरशद राणा का कहना है कि वह अपनी पत्नी के लिए चुनाव प्रचार अभियान में काम करेंगे और बसपा के प्रत्याशी को हराएंगे। 

* अलीगढ़ से सपा के टिकट के इच्छुक आदित्य ठाकुर टिकट न मिलने पर इस कदर निराश हुए कि उन्होंने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर पहुंच कर अपने ऊपर पैट्रोल छिड़क कर आत्मदाह करने की कोशिश की। लोगों द्वारा पकड़ लेने पर वह फूट-फूट कर रोने लगे और बोले, ‘‘मैंने पार्टी के लिए बहुत काम किया, फिर भी मुझे टिकट नहीं दिया गया है।’’ 

* उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से कांग्रेस की नेता मेराज को प्रियंका गांधी के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ नारे से बड़ी उम्मीद थी कि उन्हें भी टिकट दिया जाएगा लेकिन जब टिकट न दिया गया तो वह फूट-फूट कर रो पड़ी और शिकायत करने लगी कि ‘‘मैं 13 वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रही हूं लेकिन मेहनत करने वालों की तो कोई अहमियत है ही नहीं। यह बताइए कि हमारा क्या होगा? हमारा मनोबल नहीं टूटेगा प्रियंका दीदी!’’ 

* इसी प्रकार बुलंदशहर सदर सीट से कांग्रेस का टिकट हासिल करने में नाकाम रही पार्टी कार्यकत्र्ता गीता रानी मिश्रा भी फूट-फूट कर रोते हुए बोली, ‘‘पार्टी ने मेरे काम को स्वीकार नहीं किया और अब मैं निर्दलीय चुनाव लड़ कर दिखा दूंगी कि ‘‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं।’’ 

* मथुरा जिले की मांट विधानसभा सीट से टिकट न मिलने पर भाजपा नेता एस.के. शर्मा इस कदर भावुक हुए कि उन्होंने भी फूट-फूट कर रोना शुरू कर दिया और चंद भाजपा नेताओं पर पैसे खाने का आरोप लगाते हुए बोले, ‘‘भाजपा में लूट चल रही है। यह अब पुरानी विचारधारा वाली पार्टी नहीं रही। इसलिए मैं अब भाजपा छोडऩे जा रहा हूं।’’ 

* उत्तराखंड के पूर्व भाजपा नेता तथा पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और उनकी पुत्रवधू अनुकृति रावत 21 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हो गए। हरक सिंह रावत पहले कांग्रेस में ही थे तथा 2016 में भाजपा में आए थे। कुछ दिन पूर्व जब कांग्रेस से स पर्कों के कारण उन्हें भाजपा से निकाला गया तो उन्होंने फूट-फूट कर रोते हुए कहा था कि ‘‘मैं अब कांग्रेस से बात करूंगा। कांग्रेस में जाऊंगा, नहीं तो कहीं नहीं जाऊंगा। उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ आ रही है। जो नहीं भी आनी थी, अब पूरी तरह आ रही है।’’

* भाजपा में शामिल होने के बाद अपर्णा यादव ने ससुर जी मुलायम सिंह यादव से आशीर्वाद भी ले लिया है जिसके बारे में मुलायम सिंह यादव  के पैतृक गांव ‘सैफई’ के लोगों का कहना है कि अपर्णा यादव के भाजपा में जाने से सपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि सैफई के लोगों ने मुलायम सिंह की साधना सिंह के साथ दूसरी शादी को कभी भी दिल से स्वीकार नहीं किया तथा सबको सच्चाई मालूम है।चर्चा है कि अखिलेश के अपनी सौतेली मां साधना के साथ रिश्ते कभी भी बेहतर नहीं रहे और अपर्णा के भाजपा में जाने से अखिलेश खुश हैं।

* गोवा में भाजपा का सबसे बड़ा चेहरा रहे दिवंगत मु यमंत्री मनोहर पाॢरकर के पुत्र उत्पल पाॢरकर को पार्टी द्वारा अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र पणजी से टिकट न देने के विरुद्ध रोषस्वरूप उत्पल पाॢरकर ने भाजपा से त्यागपत्र देकर निर्दलीय चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी है तथा कहा है कि मेरे राजनीतिक करियर का फैसला पणजी की जनता ही करे।
भाजपा ने पणजी सीट से स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के विरोधी ‘अतनासियो मान्सरेट’ को टिकट दिया है जो कांग्रेस से दल बदली करके भाजपा में आए हैं। 

यही नहीं भाजपा ने टिकट आबंटन में परिवारवाद को बढ़ावा न देने के अपने सिद्धांत के विपरीत ‘अतनासियो मान्सरेट’’ की पत्नी जैनिफर को ‘तेलेगाओ’ से टिकट देने के अलावा एक अन्य द पति विश्वजीत राणे को ‘वालपोल’ से तथा उनकी पत्नी दिव्या राणे को ‘प्रोविम’ से टिकट दे दिया है। ये हैं इन चुनावों की कुछ दिलचस्प बातें जबकि इनके अलावा भी पर्दे के सामने व पर्दे के पीछे बहुत कुछ घटित हो रहा है। इसलिए आगे-आगे देखिए होता है क्या!—विजय कुमार 

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