चंद सरकारी अधिकारी कर रहे कुंडी लगा कर बिजली की चोरी

punjabkesari.in Sunday, Sep 05, 2021 - 03:37 AM (IST)

हालांकि सरकारी अधिकारियों से ईमानदारीपूर्वक अपनी जिम्मेदारी निभा कर लोगों के समक्ष अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करने की अपेक्षा की जाती है, परन्तु वास्तविक जीवन में चंद अधिकारी इसके विपरीत ही आचरण कर रहे हैं जिसमें बिजली चोरी करना भी शामिल है : 

* 23 फरवरी को राजस्थान में धौलपुर के राजाखेड़ा क्षेत्र के ‘दिहौली’ थाना कार्यालय तथा उसके आवासीय परिसरों में बिजली चोरी का मामला पकड़ा गया, जहां 2017 में बिजली काटे जाने के बाद से कुंडी कनैक्शन द्वारा थाना एवं आवासीय परिसर रौशन किए जा रहे हैं।
* 16 जुलाई को ओडिशा में कटक जिले के ‘बानकी’ में ‘नैशनल अकैडमी ऑफ कंस्ट्रक्शन’ (एन.ए.सी.) के एक उच्चाधिकारी के आवास में बिजली चोरी पकड़ी जाने के बाद उसका बिजली कनैक्शन काट दिया गया।
* 8 अगस्त को बिहार के पटना में बिजली चोरी रोकने के लिए मारे गए छापों के दौरान एक उच्चाधिकारी को बिजली चोरी करते पकड़ा गया। 

* 20 अगस्त को यू.पी. के ‘जानसठ’ में ग्राम विकास अधिकारियों के सभी कार्यालयों व क्वार्टरों में कुंडी लगा कर ए.सी. और पंखे आदि चलते पाए गए।
* 24 अगस्त को थाना सदर फिरोजपुर के परिसर में बने पुलिस क्वार्टरों में छापा मार कर बिजली चोरी कर ए.सी., पंखे व अन्य उपकरण चलते हुए पकड़े जाने पर 11 क्वार्टरों की बिजली के कनैक्शन काटे गए।
* 29 अगस्त को पंजाब में सरदूलगढ़ के गांव ‘सरदूले वाला’ में बिजली बोर्ड के अपने ही कम्प्लेंट कार्यालय में कुंडी लगाकर बिजली चोरी किए जाने का मामला सामने आया है। 

इसी कारण मध्य प्रदेश में ‘सैंट्रल जोन इलैक्ट्रीसिटी कार्पोरेशन लिमिटेड’ ने बिजली चोरी पकड़वाने वालों को बिजली चोरों से वसूल की गई राशि का 10 प्रतिशत हिस्सा ईनाम के तौर पर देने की योजना शुरू की है। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है, जिसका अच्छा नतीजा सामने आया है। ऐसी योजनाएं सभी जगह शुरू करनी चाहिएं ताकि यह बुराई रोकी जा सके और इसके साथ ही बिजली चोरों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करके एक उदाहरण पेश करना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो। ऐसा करके ही बिजली विभागों को पडऩे वाले भारी घाटे को रोका जा सकता है।—विजय कुमार


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