धूम-धाम से मनाया गया 415वां श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश पर्व

punjabkesari.in Sunday, Sep 01, 2019 - 01:34 PM (IST)

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अमृतसर (दीपक) : श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश पर्व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा संगत के सहयोग से श्रद्धा और सत्कार से मनाया गया। इस अवसर पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के संपादन स्थान गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब से अलौकिक नगर कीर्तन सजाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में संगत गुरबाणी का जाप करते शामिल हुई। इससे पहले भाई सुल्तान सिंह ने अरदास की और हुक्मनामे के बाद श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पवित्र स्वरूप पालकी साहिब में सुशोभित किया। इस दौरान नगाड़ों, जयकारों और नरसिंहियों की गूंज माहौल को खूबसूरत बना रही थी। वहीं संगत के साथ ही गतका अखाड़ों, सभा-सोसाइटियों, स्कूली बच्चों की बैंड और गतका टीमें करतब दिखा रही थीं। सजे हुए पूरे रास्ते में जगह-जगह छबीलें और लंगर लगाए गए। परंपरा के अनुसार नगर कीर्तन करोड़ी चौक और बाबा साहिब चौक से होता हुआ श्री हरिममंदिर साहिब में संपन्न हुआ।
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नगर कीर्तन की शुरूआत से पहले मुख्य ग्रंथी ज्ञानी जगतार सिंह ने संगत को बधाई देते बताया। श्री गुरु अर्जुन देव जी 1604 ईस्वी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब का संपादन कर संगत और बाबा बुड्ढा जी के साथ श्री हरिमंदिर साहिब में प्रकाश करने ले गए थे। 
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इसी परंपरा में हर साल प्रकाश पर्व पर नगर कीर्तन सजाया जाता है। ज्ञानी जी ने पांच प्यारे, निशानची सिंहों और मुख्य शख्सियतों को सिरोपा देकर सम्मानित किया। उधर, श्री हरिमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब में सजाए गए अलौकिक ज्लो संगत के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे। इस दौरान शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिन्द सिंह लौंगोवाल ने विश्वभर की गुरु नानक नाम लेवा संगत को प्रकाश पर्व की बधाई दी। 


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