अमरीका की चीन दो टूक, ''NSG में हर हाल में शामिल होगा भारत''

Thursday, Jun 30, 2016 - 08:24 PM (IST)

नई दिल्ली: अमरीका की लाख कोशि‍शों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरसक प्रयासों के बावजूद भारत को एनएसजी में एंट्री नहीं मिल पाई। चीन के नेतृत्व में सात देशों ने सोल की बैठक में भारत का विरोध किया था। इस असफलता के लिए अमरीका ने चीन को न सिर्फ खरी-खरी सुनाई है, बल्कि‍ एक हफ्ते के बाद उसने यहां तक कहा कि सिर्फ चीन के कारण हिंदुस्तान एनएसजी का सदस्य नहीं बन पाया। अमरीका ने कहा कि वह एनएसजी समूह में भारत को शामिल कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

इसके साथ ही उसने कहा कि बस एक देश के कारण इस पर बनी अंतर्राष्ट्रीय सहमति को नहीं तोड़ा जा सकता और जोर दिया कि ऐसे सदस्य को जवाबदेह बनाया जाना चाहिए। अमरीका के राजनीतिक मामलों के उपमंत्री टॉम शैनन ने कहा कि अमरीका एनएसजी में भारत का प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमरीका के इस शीर्ष राजनयिक ने ''दुख'' जताया कि सोल में पिछले हफ्ते समूह की सालाना बैठक में उनकी सरकार भारत को सदस्य बनाने में सफल नहीं रही। हम मानते हैं कि सहमति आधारित संगठन में एक देश सहमति को तोड़ सकता है लेकिन ऐसा करने पर उसे जवाबदेह बनाया जाना चाहिए न कि अलग- थलग किया जाना चाहिए। भारत को एशिया प्रशांत क्षेत्र में ''स्थिरता का वाहक'' बताते हुए अमेरिका के राजनीतिक मामलों के उपमंत्री टॉम शैनन ने यह भी कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन जो कर रहा है वह ''पागलपन'' है और वह चाहता है कि हिंद महासागर में नई दिल्ली बड़ी भूमिका निभाए।

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