मेंथा ऑयल लगातार तीसरे दिन तेजी

Friday, Feb 19, 2021 - 06:11 PM (IST)

नई दिल्लीः मेंथा ऑयल में आज लगातार तीसरे दिन तेजी देखने को मिल रही है। आज शुक्रवार 19 फरवरी को खरीददारी देखने को मिल रही है। मेंथा आयल आज 4 रुपए से ज्यादा मजबूत होकर 958 रुपए प्रति किलो के भाव पर ट्रेड कर रहा है। इसके पहले गुरूवार को मेंथा 0.1 फीसदी की तेजी के साथ 953.8 रुपए प्रति किलो के भाव पर सेटल हुआ था। बुधवार को मेंथा 0.03 फीसदी की तेजी के साथ 952.8 रुपए पर बंद हुआ था। एक्सपर्ट का कहना है कि मेंथा में पिछले दिनों अच्छी खासी गिरावट आ चुकी है, जिसके बाद से निवेशक निचले स्तरों से खरीददारी कर रहे हैं। मेंथा के मौजूदा भाव आकर्षक हैं, ऐसे में गिरावट आने पर शॉर्ट टर्म में मुनाफे के लिए खरीददारी की जा सकती है। मिड टर्म के लिए भी मेंथा में निवेश करना चाहिए।

पिछले दिनों मेंथा की चाल
गुरूवार को मेंथा 0.1 फीसदी की तेजी के साथ 953.8 रुपए प्रति किलो के भाव पर सेटल हुआ था। बुधवार को मेंथा 0.03 फीसदी की तेजी के साथ 952.8 रुपए प्रत किलो के भाव पर सेटल हुआ था। मंगलवार को मेंथा में 1.23 फीसदी की कमजोरी रही थी और यह 952.5 रुपए प्रति किलो के भाव पर सेटल हुआ था। सोमवार को मेंथा में 0.51 फीसदी की गिरावट रही और यह 964.4 रुपए प्रति किलो के भाव पर सेटल हुआ था। पिछले हफ्ते शुक्रवार को मेंथा में 0.75 फीसदी की अच्छी तेजी रही थी और यह 964 रुपए प्रति किलो के भाव पर सेटल हुआ था।

मेंथा का इंडस्ट्रियल इस्‍तेमाल
मेंथा ऑयल का इस्तेमाल फार्मा इंडस्ट्री, कास्मेटिक इंडस्ट्री, एफएमसीजी सेक्टर के साथ ही कंफेक्शनरी उत्पादों में सबसे ज्यादा होता है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा मेंथा ऑयल उत्पादक और निर्यातक है। मेंथा ऑयल की सबसे ज्यादा पैदावार यूपी में होती है। देश में होने वाले कुल मेंथा ऑयल के उत्पादन में यूपी की हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी है।

पिछले सीजन में मेंथा ऑयल का उत्पादन काफी ज्यादा रहा था। बाजार सूत्रों के अनुसार इस साल पैदावार 40 फीसदी ज्यादा रहकर 52,000-56,000 टन के बीच रह सकती है। इस वजह से मेंथा की उपलब्धता बहुत ज्यादा रही और कीमतों में ज्यादा तेजी नहीं आ सकी। देश में पैदा होने वाला लगभग 75 फीसदी मेंथा ऑयल का निर्यात किया जाता है। इसलिए घरेलू से ज्यादा विदेशी मांग कीमतों को तय करने में बड़ी भूमिका निभाती है।

jyoti choudhary

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