यूपी में गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं

Saturday, Dec 01, 2018 - 05:07 PM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने चालू पेराई सीजन 2018-19 के लिए गन्ने के दामों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। हालांकि चुनावी वर्ष होने से गन्ने की कीमतों में प्रतीकात्मक बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही थी। इस समय उत्तर प्रदेश में गन्ने की सामान्य किस्म का राज्य परामर्शी मूल्य (एसएपी) 315 रुपए प्रति क्विंटल है। हालांकि देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य में गन्ने की पेराई तेजी पकड़ रही है।

राज्य के किसानों ने गन्ने के दाम बढ़ाकर 400 रुपए प्रति क्विंटल करने की मांग की थी। उनका कहना था कि डीजल, श्रम, उर्वरक समेत कृषि इनपुट लागतों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि निजी मिल मालिकों ने यह बात फिर दोहराई थी कि वे वर्तमान राज्य परामर्शी मूल्य पर ही किसानों को गन्ने का भुगतान करने की हालत में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस समय चीनी के दाम कम बने हुए हैं और बाजार का परिदृश्य भी कमजोर बना हुआ है। ऐसे में गन्ने के दाम बढ़ाने से बकाये में और बढ़ोतरी होगी। उत्तर प्रदेश में 94 निजी चीनी मिलें हैं। 

पिछले कई वर्षों से चीनी कंपनियां यह मांग कर रही हैं कि गन्ने की कीमतों को चीनी के खुदरा दामों पर आधारित बनाया जाए ताकि किसानों और मिल मालिकों सहित सभी भागीदारों को लंबी अवधि में कोई परेशान न हो। उनका कहना है कि यह कीमत निर्धारण का तर्कसंगत तरीका है। हालांकि इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश सरकार अभी तक कोई फैसला नहीं ले पाई है। हालांकि उसने पहले इस मुद्दे का अध्ययन करने और सिफारिशें देने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की थी। पेराई सीजन 2017-18 में उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 120 लाख टन से अधिक रहा और किसानों का कुल बकाया 354 अरब रुपए तक पहुंच गया। 
  

jyoti choudhary

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