बिछङ गया है तो मेरी आरजू भी न कर

punjabkesari.in Saturday, Mar 10, 2018 - 04:14 PM (IST)

बिछङ गया है तो मेरी आरजू भी न कर।
मुझ से मिलने की तू जुस्तजू भी न कर।

 

खत्म हो ही गये जो तेरे मेरे सिलसिले
ख्वाबों में आकर, गुफ्तगू भी न कर।

 

अलग हो ही गये है जो तेरे मेरे रास्ते,
खुद को तू मेरे ,रूबरू भी न कर।

 

सामने मेरे बहा कर अब तू यूं आँसू
नकल मेरी बस तू हूबहू भी न कर।

 

सोचना तुम्हे छोङ दिया है अब मैने
मेरी फिक्र देख अब तू भी न कर।

 

कौर सुरिंदर 


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