मंजिल को पाने के लिए लक्ष्य है जरुरी

punjabkesari.in Monday, Sep 10, 2018 - 04:59 PM (IST)

सत्यम सिंह बघेल (आलेख)

हर व्यक्ति सफलता के मायने अलग-अलग होते हैं और यह मायने लक्ष्य द्वारा ही निर्धारित होते हैं। लक्ष्य एक ऐसा कार्य है जिसे हम जीवन के सार्थक उद्देश्य
को पूरा करने या सही दिशा में आगे बढ़ने के लिये तैयार किया गया रोडमैप है। फुटबाल की तरह ज़िन्दगी में भी आप तब तक आगे नहीं बढ़ सकते जब तक आपको अपने लक्ष्य का पता ना हो।

यदि आपको एक शहर से दूसरे शहर जाना है, आप रेल्वे स्टेशन के टिकट काउंटर में जाकर उस शहर तक कि टिकट लेंगे, टिकट लेने के लिए शहर का नाम बताएंगे तभी आपको टिकट मिलेगी और यदि आपको यही नही पता कि मुझे कौन-सा शहर जाना है तो आपको टिकट कैसे मिल पाएगी और वहां कैसे पहुंच पाएंगे जहां आपको जाना है। आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहाँ जाना है तो भला आप क्या करेंगे? इधर उधर भटकने में ही  समय और ऊर्जा व्यर्थ गवाएंगे।

इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य तय नहीं किये हैं तो आपकी ज़िन्दगी चलती रहेगी लेकिन एक दिशाहीन स्थिति में जिसका कोई मूल्य कोई वजूद नही होगा, जिसका कोई उद्देश्य कोई अर्थ नही होगा और समय गुजरने के बाद जब आप अपने अतीत में झाकेंगे तो आपके पास सिर्फ एक ही वाक्य होगा, 'काश'। काश लक्ष्य तय कर लिये होते तो आज यह दिन न देखने पड़ते, यह स्थिति न होती। आज कुछ कर रहे होते।

जीवन में एक विस्तृत और स्पष्ट लक्ष्य का होना आवश्यक है। जब हम लक्ष्य तय करते हैं तो यह लक्ष्य ही बेहतर करने और मंजिल तक पहुंचने के लिए प्रेरित करता है क्योंकि लक्ष्य के होने से कार्यक्षेत्र का स्पष्ट रोडमेप होता है, स्पष्ट पथ होता है। बिना लक्ष्य के जीवन दिशाहीन होता है केवल भटकाव रहता है, हमारे
पास काम करने की कोई योजना नही होती।

यदि लक्ष्य स्पष्ट हो तो हम उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं। हमारा अवचेतन मन हमें उसी के अनुसार परिश्रम करने के लिए प्रेरित करता है। स्पष्ट लक्ष्य से स्पष्ट कल्पना शक्ति होती है और कल्पना शक्ति साफ़ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ़ नज़र आने लगते हैं और इंसान उसी दिशा में अपने कदम बढा देता है। लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिशा देता है। उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कौन सा नहीं। उसको किस दिशा में बढ़ना है। अपनी ऊर्जा और समय का उपयोग कितना और कहां करना है।

हमारा लक्ष्य हमेशा SMART होना चाहिए।SMART आर्थत -
S –Specific (स्पष्ट)
M -Measurable (जिसे मापा जा सके)
A-Achievable (पूर्ण करने योग्य)
R– Realistic (वास्तविक)
T– Time-bound (समय में बंधा हुआ)


सत्यम सिंह बघेल
6391393776


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