व्यंग्य : हर हाथ को मिला काम...!

Tuesday, Sep 11, 2018 - 03:20 PM (IST)

राज शेखर भट्ट
 
हमारे देश की बागडोर संभालने के लिए अब तक कई लोग आकर प्रधानमंत्री का पद संभाल चुके हैं। सभी ने देश को आगे ले जाने की बातें की हैं। अब देश आगे गया और किस क्षेत्र में गया, इसका पता नहीं। अब हम इन बातों की क्यों उलझन पालेंकि देश कहां गया, किसके साथ गया, कब गया...! देश की बात देश जानें। क्योंकि हम भारतीयों की सोच सिर्फ इतनी रह गयी है कि ‘वो नहीं कर रहा है तो मैं क्यों करूं।’ भले ही वह नेता हो या कोई भी आम इनसान। अधिकांश की सोच सिर्फ इतनी सी रह गयी है कि मेरे पहले वाले ने क्या किया, जो मैं कुछ करूं, जो करेगा मेरे बाद वाला करेगा।
 
कहने का तात्पर्य है कि 1947 के बाद से हमारा भारत देश 50 प्रतिशत आबाद हुआ है तो 50 प्रतिशत बर्बाद भी हुआ है। अच्छी बात है 50-50 प्रतिशत का आंकड़ा दिया है, पूर्णतया देखें तो बर्बादी का प्रतिशत ज्यादा होगा। श्री नरेन्द्र मोदी को छोड़कर सभी प्रधानमंत्रियों का आभार व्यक्त करता हूं। आप सभी ने अपने खून-पसीने की मेहनत से और बिना घोटाले किये हुए हमारी सोने की चिड़ियां के मस्तक के लिए कोहिनूर का ताज दिया है। अब बात करें आज, कल और ........ के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की। इतना जरूर कहा जाएगा कि आज तक के सभी प्रधानमंत्रियों में सबसे उम्दा यही रहे हैं। यह भी कह सकते हैं कि मोदी जी सभी गेंदबाजों की गेंद में महेन्द्र सिंह धौनी की तरह छक्के मारते हैं। जाहिर सी बात है यार.... 2 घंटे तक लगातार भाषण कोई सुनेगा, तो किसको कौन याद रख रहा है कि शुरू में क्या कहा था। लोग तो बस इतना ही कहने में रह गये कि ‘हर-हर मोदी, घर-घर मोदी।’
 
 सभी को पता है कि श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के लिए बहुत कुछ किया। जन-धन योजना, जी.एस.टी बिल और आधार कार्ड नरेन्द्र मोदी जी की अगुवाई में लागू हुये। जिसका विरोध खुद नरेन्द्र मोदी जी कर चुके हैं, जब वो सत्ता पर आसीन नहीं थे। अच्छा है... कान कोई भी कोई भी पकड़ो और कैसे ही पकड़ो, पकड़ा तो कान ही है।

 लेकिन जी.एस.टी. बिल, आधार कार्ड तो आ गए मार्केट में लेकिन काला धन भी तो आने वाला था। पता नहीं कहां रह गया होगा...? शायद काले धन को वापस बुलाने के लिए मोदी जी ने नीरव मोदी, ललित मोदी, राॅबर्ट वाड्रा और मेहुल चैकसी को पैसा ले
 जाने को बोला होगा।
 
 इतना जरूर है कि प्रधानमंत्री जी गप्पे बहुत हांकते हैं, लेकिन उनकी गप्पों में सच्चाई भी होती है। जैसा कि आप सभी को पता है कि मोदी जी ने दो घोषणायें और की थी। डिजिटल इंडिया और हर हाथ को मिलेगा काम...! मैं शुक्रगुजार हू नरेन्द्र मोदी जी का, जो उनके नेतृत्व में हर भारतीय को, हर हाथ को काम मिला है। आज तक किसी भी प्रधानमंत्री के प्रतिनिधित्व में ऐसा नहीं हुआ है, जो मोदी जी ने किया है। छोटे बच्चे से लेकर बच्ची तक, दादा से दादी तक, सफाई कर्मी से लेकर प्रधानमंत्री तक, हर हाथ को मिला है काम।
 
 मोदी जी की कल्पना और उनका सपना था कि भारत को डिजिटल बनाया जाएगा। इसीलिए तो वो दिन में चार-पांच ड्रेस बलदते थे और विदेशों में घूम-घूमकर भाषण देते थे। लेकिन अंबानी परिवार भी कम नहीं है। जियो नाम की चूरन की पुड़िया सब को खिला दी और अच्छी-खासी कंपनियों चूरन ही बंद करवा दिये। जिसके बाद भारत में इंटरनेट सस्ता हो गया और फोन करना भी आसान हो गया।
 
इससे दो फायदे सामने आये। पहला कि हमारा इंडिया डिजिटल हो गया और दूसरा हर हाथ को काम मिल गया। सब लगे हुये हैं डिजिटल/सोशल मीडिया में, किसी के पास समय नहीं है। सुबह से शाम तक फेसबुक, ट्विटर, वट्स एप में सब बिजी हैं। सब लगे हुये फोटो खींचने और वीडियो बनाने में। ताकि उसे सोशल मीडिया में वायरल किया जाय। मैं जब भी मार्केट की ओर निकलता हूं तो देखता हूं कि हर हाथ को काम मिल गया है। क्यों हाईवे पर भी चलते हुये 90 प्रतिशत लोग फोन में लगे हुये हैं।
  
लेकिन क्या यही है डिजिटल भारत? हर हाथ को मिलेगा काम, अरे मोदी जी कहां है काम? काला धन वापस आएगा, मोदी इतना बता दें कि काल धन वापस आ रहा है या घोटाले करके यहां से धन जा रहा है? भारत की प्रतिष्ठा कम हो रही, कब होगी बढोत्तरी? हमेशा भाजपा के शासन में महंगाई रही है और अब भी वही हाल है, कुछ नया करो मोदी जी?
 
 *Raj Shekhar Bhatt*
 *Dehradun (Uttarakhand)*

pooja

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