प्रिंस और उसकी दुनियां

punjabkesari.in Friday, Jan 25, 2019 - 03:51 PM (IST)

आज क्लास का पहला दिन था काफ़ी नए बच्चों का एडमिशन हमारी कक्षा में हुआ । हमारी क्लास में एक लड़का आया जिसका नाम सस्वकी था । सभी उसे ही देख रहे थे। पर वो लड़का चुप था कुछ बोल नहीं रहा था। मैं तो बताना भुल गई मैं हूं रायती । मेरा दिल था मैं उस नए लड़के के साथ बैठ कर बातें करू । पर वो इशिका उसके साथ बैठ गई।  मैं नोट कर रही थी वो लड़का इशिका को कोई जवाब नहीं दे रहा था। पूरी क्लास में नए लड़के की बात हो रही थी। मैंने सोचा चलो में उसे बुलाती हूं वो लड़का बिना कुछ बोले क्लास से उठ कर जाने लगा। मैं उसके पीछे पीछे जाने लगी । मैंने बहुत अजीब चीज देखी । उस लड़के के पॉकेट में क्रिस्टल बॉल थे, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैं उसके पास जाती हूं तो वो घबरा जाता है और पहली बार वो बात करना शुरू करता हैं।  आप यहां क्यों आए हो मैंने भी बोल दिया तुम हो ही इतने हैंडसम तो कैसे ना आऊ, पर तुम इतने नखरे क्यों कर रहे हो । वो कुछ नहीं बोला और अपने क्रिस्टल बॉल अपने लॉकर में रख कर जाने लगा । मैंने देखा की क्लास टीचर क्लास में पहुंचने वाली है।  मैं उस लड़के को बोलने ही वाली थी कि वो लड़का वहां नहीं था। मैं दौड़ कर क्लास में जाती हूं तो देखती हूं वो लड़का पहले से वहां था ।


मैं हैरान थी क्लास में जाने का एक रास्ता पर वो लड़का पहले कैसे पहुंच गया। स्कूल ख़तम हो जाता है । हम सभी घर के लिए भाग रहे थे परन्तु सस्वकी  चुपचाप बैठा था । मैंने पूछा तुम्हें घर नहीं जाना। वो कहता मेरा कोई घर नहीं और रोने लगता है । मैं उसके साथ बैठ गई और मैं उसे सब पूछने लगी। उसने बताया कि वो एक प्रिंस है और यहां गलती से आ गया । उसका यह देश नहीं । उसे अपने देश वापिस जाना है। तो मैंने बोला क्यों झूठ बोल रहे हो प्रिंस होते तो अभी तक तुम्हारी फैमिली तुम्हे लेने यहां आ जाती । वो कहता तुम्हे यक़ीन नहीं आएगा इसलिए मैं किसी को कुछ नहीं बोल रहा था । चलो मेरे साथ, मैं उसके साथ जाती हूं वो  सस्वकी अपने लॉकर की तरफ़ जाता है और दो क्रिस्टल बॉल निकलता है और एक मुझे देकर  कहता है इसे हाथ में लो और मेरा हाथ अपने दूसरे हाथ में पकड़ लो, जैसे मैंने उसका हाथ पकड़ा अरे यह क्या, पल झपकते मैं इतनी खूबसूरत जगह पर यहां प्यारे प्यारे फूल, पंछी, जानवर अजीब दिखने वाले लोग । मैंने उस से पूछा यह कहां ले आए और वो सब क्या था तुम कौन हो, यहां कैसे आए पता नहीं चला यह सब बोलते बोलते मैं कब बेहोश हो गई । जब मुझे होश आया तो मेरी ड्रेस बदली हुई थी मैं पिंक गाउन पहन कर लेटी हूं थी। मेरे आस पास एक आंख वाले, तीन आंख वाले, घोड़े के सर वाले ना जाने कितने अजीब लोग थे । वो दूसरी भाषा में बात कर रहे थे, मुझे कुछ समझ नहीं आया । उनमें से एक ने मुझे होश में देख लिया और सभी जगह शोर मचा दिया।  मै उन्हे देख काफ़ी डर रही थी । मैं चिलाने लगती हूं मेरी आवाज़ सुन कर सभी भाग जाते है  और एक अजीब सा लड़का आता है उसके कद के आगे मैं तो चिड़िया लग रही थी ।


वो मुझे भारी आवाज़ में कहता है मैं सस्वकी हूं, यह सुनते मैं बेहोश हो जाती हूं । जब मुझे होश आता है तो मैं क्लास में होती हूं । मैं सस्वकी से सब पूछती हूं वो कहता तुम क्लास में सो गई थी । मैं हैरान थी यह सब सपना था । मैं अपने घर की तरफ़ जाने लगी और देखती हूं कि मेरे साथ एक तितली साथ साथ उड़ रही है । मैं दौड़ती वो तितली भी मेरे साथ साथ उड़ती। मैं घर पहुंच जाती हूं । आज मॉम डेड घर पर नहीं थे। मैं आज घर अकेली थी । तभी वो तितली मेरे रूम में आ जाती है वो एक प्यारी सी लड़की में बदल जाती है, इतनी खूबसूरत लड़की मैंने कभी नहीं देखी थी उस देख मुझे जलन हो रही थी । वो कहती है कि वो प्रिंसेस है और प्रिंस के लिए अाई है । तुम आज हमारे देश अाई थी और प्रिंस भी तुम्हारे साथ था । हमारी हेल्प करो हमे तुम्हारी जरूरत है। तभी वहां एक और तितली आती है वो उसी लड़के में बदल जाती है जिसे मै क्लास में मिली थी । दोनों मेरे सामने बैठे थे । प्रिंस मुझे कहता है कि हम दोनों एक दूसरे को प्यार करते है परंतु हमारे मां बाप हमें एक होता नहीं देख सकते इसलिए तुम्हारी हेल्प चाहिए।  मैं हैरान मेरी हेल्प कैसे, तो वो कहते है कि केवल तुम ही हो जो हमारी हेल्प कर सकती है । रात के 11 बज रहे थे । मुझे नींद आ रही थी । मैं उन्हें जाने को कहती हूं पर अंदर से मैं डर गई थी और ख़ुद उन्हे घर पर रहने को कहती हूं । प्रिंस साथ वाले कमरे में और प्रिंसेस मेरे साथ सो जाती है । मैं कब सो जाती हूं मुझे पता नहीं चलता।  जब मेरी अगली सुबह नींद खुली तो मैं.........


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Isha

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