मोह बन्धन से बचना होगा

Thursday, May 24, 2018 - 01:23 PM (IST)

इक क्षण न व्यर्थ गवाओ
कुछ करना होगा
इक बार नहीं सौ बार
अंतः युद्ध करना होगा।
इक .....

 

विचलित होंगी भावनाएँ
कभी टूटेगी मन-आशाए
न हो सुगम ये पथ
तो भी हमें चलना होगा
इक क्षण ....

.

मन भाव-कुभाव में गुंथा हुआ
मन मोह-जाल में फँसा हुआ
इन कामनाओं पर स्वयं
नियंत्रण करना होगा
इक क्षण ....

 

वस्त्रों को देखा मन को नहीं
सच कहा ये पुत्री तेरी नहीं
इक पुत्री को पर-पिता की
कुदृष्टि से बचना होगा
इक क्षण ....

 

क्या वेद-ग्रंथों को जान लिया
क्या रामायण-गीता ज्ञान लिया
माया में रहकर
मोह पाश से बचना होगा
इक क्षण ....

 

डॉ कीर्ति पाण्डेय


 

Punjab Kesari

Advertising