बीजेपी सरकार में मूर्तिकारों और कलाकारों का जीना हुआ दुश्वार

Saturday, Feb 24, 2018 - 02:49 PM (IST)

बहराइच सांसद सावित्रीबाई फुले ऐसे इंसान का साथ दे रही है जोकि खुद जुर्म का भागी है लोगों को गुमराह करने का काम करता है उनको अपने जाल में फंसाकर उनका करता है दुरुपयोग उसी बीच में एक पत्रकार करन सिंह से मुलाकात हुई उनसे कहा कि हम अपने निवास आवास विकास बीवी खेड़ा मकान नंबर 413 में बौध की प्रतिमा स्थापित करना चाहता हूं पत्रकार ने कहा चलो ठीक है हम आपको मूर्ति दिलवा देंगे पत्रकार करन सिंह अपने गांव बेनीगंज से बुद्ध की मूर्ति 20000 की दिलवाई उसके बाद में उन्होंने मूर्ति के बदले 2000 दिए काफी दिनों के कहासुनी के बाद उन्होंने पैसा देने से इनकार किया और टालमटोल करने लगे अब पैसा फसा होने के कारण गरीब कारीगर जो कि उसके परिवार का भरण-पोषण मूर्तियां बनाकर व बेचकर होता है उन्होंने कहा कि हम को 15000 दिला दीजिए बाकी रहने दीजिए अब जब यह बात संतलाल बौद्ध से कहीं कि आप हमें15000 दे दीजिए बाकी आप मत दीजिए आपने2000 दिए हैं जो शेष बचे हैं 13000 हमको दे दीजिए अब यह सुनकर उन्होंने सीधा अपने सत्ताधारी लोगों का प्रयोग किया बहराइच सांसद सावित्री बाई फुले को बीच में कर दिया और उनसे फोन करवाया और उन्होंने कहा कि इस मूर्ति की 5000 कीमत है हालांकि मूर्ति की कोई कीमत नहीं होती है कीमत तो कलाकार की होती है उसकी कलाकारी की होती है जिसमें माननीय प्रधानमंत्री योगी जी मोदी जी कलाकारों को उनके कलाकारी का पुरस्कार भी देते हैं पर अब उन्हीं के पार्टी के कुछ लोग कलाकारों को उनकी कलाकारी की फीस तक नहीं मिलती है और फीस मांगने पर उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जाता है मोदी जी कहते हैं सबका साथ सबका विकास तो यह सबका साथ सबका विकास कहां गया रही बात अब सरकार में तो सरकार होने के कारण उन्हीं के कुछ नेता लोग पुलिस पर भी दबाव बनाते हैं और पुलिस से जो निकलवाना होता है पुलिस से वह कहलाते हैं UP पुलिस सत्ता होने के कारण अपने कार्य में निश्चित रूप से कार्य नहीं कर पाती है क्योंकि उन को डराया धमकाया जाता है अगर ऐसा नहीं करोगे तो अपनी नौकरी से हाथ धो बैठोगे।
 

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