भारत की भाषा हिंदी!

Wednesday, Sep 25, 2019 - 12:31 PM (IST)

भारत, हिंदी भाषा, अंग्रेजी,
राष्ट्रलिपि विदेशियों पर विजय हुई।
मुक्ति का आह्वान हुआ।।
प्रगति के उदयाचल में। भारत का उत्थान हुआ।।


चातक गाता गौरव गाथा।
जननी का जयघोष हुआ।।
अंग्रेज़ी बन्धन में लिपटी।
धरती को परितोष हुआ।।


सितंबर 14 सन उनचास।
प्रतिष्ठा का आयाम मिला।।
स्वतंत्रता के संविधान में।
हिन्दी को सम्मान मिला।।

 

'राजभाषा' बनी थी हिंदी।
'हिन्द' की आवाज़ बनी।।
जन गण मनके अधरों पर।
गीत बनी, आह्लाद बनी।।

 

संस्कृत की तनया हिन्दी।
संस्कृति और साज बनी।।
सिंधघाट की उद्भिज हिंदी।
लाज बनी अनुराग बनी।।

 

पर हिंदी की इस यात्रा में।
अभी बहुत कुछ शेष था।।
प्रभाव अभी अंग्रेज़ी का।
पग-पग पर अनिमेष था।।

 

महासंघ और गोष्ठीयों में।
बड़ी उपेक्षित होती थी।।
अंग्रेज़ी बंधन में अब भी।
हिन्दी हर क्षण रोती थी।।

 

जीर्ण बनी, विदीर्ण बनी।
असहाय और दीन बनी।।
हिन्द राष्ट्र के संरक्षण में।
बिटिया हिंदी हीन बनी।।

 

कपूत रचे थे पश्चिमरंग में।
पूरब का अपमान किए।।
इस अत्याचारी अंग्रेज़ी में।
हिन्द' का गुणगान किए।।

 

अंग्रेज़ी भवनों के भोगी।
माटी को तुच्छ बताते हैं।।
भक्षक हैं वो भारत के जो।
भारत की भाषा खाते हैं।।

 

यह 'राष्ट्रप्रेम' भी आडम्बर है।
यदि राष्ट्रलिपि का मान नहीं।।
है राग नहीं यदि 'देवनागरी' ।
तुम भारत की 'संतान' नहीं।।

 

जया पाण्डेय 'अन्जानी'

Seema Sharma

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