जानिए क्यों क्रिकेटर खलील अहमद के पिता ने पूरे मुहल्ले में रसगुल्ले बांटे

punjabkesari.in Saturday, May 23, 2020 - 05:22 PM (IST)

राजस्थान के छोटे से शहर टोंक में  टेनिस बॉल क्रिकेट से इंडिया जर्सी में - रोहित शर्मा से वनडे कैप प्राप्त करना - एशिया कप जीतना खलील अहमद ने अपने सपने को हकीकत में बदलने के लिए अथक प्रयास किया है।

स्पाइसी पिच के नवीनतम एपिसोड में, SRH पेसर और उनके परिवार ने खेल के लिए खलील के जुनून और बड़े लीगों में उसकी यात्रा के बारे में बात की।
“इनके पिता ने पूरे मुहल्ले में रसगुल्ले बांटे” खलील अहमद के आईपीएल ऑक्शन को लेकर उनके गांव मालपुरा में कैसे मनाया गया जश्न 

इसमें कोई शक नहीं है कि आईपीएल (IPL) ने कई प्रतिभाशाली युवा भारतीय खिलाड़ियों का भाग्य बदल दिया है। न सिर्फ खिलाड़ियों का बल्कि उनके परिवारों का भी। खलील अहमद की कहानी भी फर्श– से –अर्श तक पहुंचने और दिल को छू लेने वाली कहानी है! अहमद के पिता (जो राजस्थान के छोटे से शहर टोंक में कम्पाउंडर हैं) 2018 में हुए उनके शानदार आईपीएल ऑक्शन को याद करते हैं। अहमद सीनियर बताते हैं, मैं सुबह 7 बजे जगा, एक कप चाय पी और ऑक्शन देखना शुरु किया। मैं इसकी बारी का इंतजार करता रहा और जब इसका नंबर आया तब शाम के 7 बज रहे थे। मैंने पूरा दिन खाना नहीं खाया था और घर में कोई भी नहीं था। मेरे दिल जोर–जोर से धड़क रहा था, मैं बहुत घबरा रहा था। जब मैंने अंतिम धनराशि [3 करोड़ रु.] देखी तब मुझे अपनी आँखों पर भरोसा ही नहीं हो रहा था।

अहमद की बड़ी बहन बताती हैं, मुझे याद है, मैं एक वलीमा (रिसेप्शन) में थी। हम बस खाना खाना शुरु ही करने वाले थे कि मुझे मेरे कज़िन का फोन आया। जब मुझे मेरे भाई के ऑक्शन के बारे में पता चला, मैं पागलों की तरह हंसने लगी। लोगों को लगा कि मैं पागल हो गयी हूं– वे मुझसे बार– बार पूछने लगे कि क्या हुआ। मुझे याद है उस रात मैंने डिनर भी नहीं किया और परिवार के साथ जश्न मनाने वापस लौट आई!

जश्न के बारे में बताते हुए, अहमद की बहन कहती हैं, हम खलील को प्यार से रसगुल्ला बुलाते थे। इसलिए जब हमें इतनी बड़ी ऑक्शन मिली, मेरे पिता जी रसगुल्लों की ढेर सारी टिन ले आए और हमने पूरे मालपुरा गांव, जो हमारा पैतृक गांव भी है, में रसगुल्लों के ये टिन बांटे। अहमद भी याद करते हुए बताते हैं, ऐसा ही जश्न भारतीय टीम में मेरे चुने जाने पर भी मनाया गया था। टोंक से कई लोग– हमारे रिश्तेदार से लेकर करीबी दोस्त और यहां तक कि ऐसे लोग भी जिन्हें मैं जानता तक नहीं था– मेरे घर आए। मुझे फूलों की माला पहनाई गई। मुझे ढेर सारे फूल और मिठाईयां दी गईं थीं। छोटे से शहर में ऐसा ही होता है–

एक इंसान की सफलता पूरे समुदाय की सफलता होती है। मुझे याद है, उस दिन मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा था। लेकिन क्या सफलता इंसान को बहुत बदल देती है? अहमद के पिता और बहन इस बारे में बिल्कुल स्पष्ट हैं। सफलता ने उसे बिल्कुल भी नहीं बदला। वह वैसा ही है जैसा पहले था," दोनों ने एकसाथ जवाब दिया था।  खलील अहमद और उनके क्रिकेटिंग स्टारडम के बारे में ऐसी ही अन्य रोचक कहानियों के लिए क्रिकबज़ के शो स्पाइसी पिच का नया एपिसोड देखें। इस एपिसोड को, शनिवार, 23 मई, से क्रिकबज़ की वेबसाइट और एप पर देखा जा सकता है।

(प्रीतीश कुमार राठौर)


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Riya bawa

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