साबिक और ब्लडकनेक्ट ने भारत में रक्तदान पर किया फोकस

punjabkesari.in Saturday, Apr 14, 2018 - 04:09 PM (IST)

ब्लड कनेक्ट फाउंडेशन के सहयोग से साबिक ने दिल्ली गुड़गांव, बेंगलुरु, मुंबई और चेन्नई में अगस्त 2017 से मार्च 2018 तक सालाना रक्तदान अभियान आयोजित किया। सहकारी सामाजिक दायित्व के तहत की गई पहल से साबिक का लक्ष्य स्वास्थ्य रक्षा को बढ़ावा देना और लोगों की जिंदगी बचाना है। अभियान के तहत एकत्र की गई सभी ब्लड यूनिट्स हिंदू राव और दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल समेत दिल्ली-एनसीआर में सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंकों को दी जाएगी। रक्तदान अभियान का लक्ष्य सरकारी अस्पतालों के लिए 2500 यूनिट रक्त एकत्र करना था, अभियान में लक्ष्य को बखूबी पार करते हए सफलतापूर्वक 4250 यूनिट से रक्त एकत्रित किया गया स्थानीय एनजीओ पार्टनर, जिसमें ब्लडकनेक्ट भी शामिल है, के सहयोग से 4 शहरों में रक्तदान शिविर विभिन्न ऑफिसों के पास कर्मचारियों और उनके आसपास की कंपनियों के कर्मचारियों को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए लगाए गए। इसके अलावा चारों शहरों की आवासीय कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को रक्तदान कर लोगों की जिंदगी बचाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रेडिजेंट वेलफेयर कॉलोनियों में कैंप लगाए गए।

 

गुड़गांव के एंबियंस मॉल में लगाए गए अंतिम रक्तदान शिविर में साबिक की सीनियर मैनेजमेंट टीम और ब्लड कनेक्ट के वॉलंटियर्स ने रक्तदान करने के लिए अन्य बहुत से लोगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत पर जन जागरूकता जगाई। साबिक दक्षिण एशिया और एएनजेड के उपाध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रमुख जर्नादन रमनउजालु ने कहा, “यह पांचवा साल है, जब साबिक ने रक्तदान शिविर लगाया था। भारत में सरकारी अस्पतालों के ब्लडबैंक खून की कमी का जबर्दस्त सामना कर रहे हैं। इस पहल से हमने इस कमी को दूर करने में सफलतापूर्वक मदद की है। इसके साथ ही इन शिविरों से जरूरतमंद लोगों को काफी मदद मिली है। साबिक में हम उस पहल के प्रति प्रतिबद्ध है, जो हमारे आसपास के कामकाजी माहौल में सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण संबंधी मूल्यों का निर्माण करती है। हम अपने इस प्रयास को जारी रखेंगे और आगामी सालों में इस तरह के कई अन्य अभियान चलाएंगे।“

 

हिंदू राव अस्पताल में ब्लड स्टॉक इंचार्ज डॉ. विजय कुमार सोनी ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, “पिछले चार सालों से जरूरतमंद लोगों के लिए रक्त की आवश्यकता और ब्लडबैंकों में खून की उपलब्धता की कमी के बढ़ते अंतर को कम करने में की गई मदद के लिए साबिक के प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए। इन दिनों मूल नियमों पर दृढ़ रहकर सामाजिक सहकारी दायित्व (सीएसआर) के तहत की जाने वाली बहुत सी गतिविधियां कॉरपोरेट वर्ग का ध्यान आकर्षित कर रही है, लेकिन वे मूल नियमों और नॉन पीआर गतिविधियों पर कोई ध्यान नहीं देतीं। साबिक जैसे कुछ कॉरपोरेट हाउस अब भी मूल नियमें पर केंद्रित होकर उस दिशा में कार्य करते हैं, जिससे समाज के उपेक्षित और कमजोर वर्गों को खासतौर पर व्यापक लाभ होता है। हम इस अभियान के एक भाग के रूप में रक्तदान शिविर में एकत्र की गई ब्लड यूनिट्स में से 112 यूनिट्स अपने साथ शेयर करने की सरहाना करते हैं।“

 

2018 में लगाए गए रक्तदान शिविर में ब्लड कनेक्ट और सुर्जापुरा के लॉयंस क्लब के सहयोग से दिल्ली-गुड़गांव और बेंगलुरु में चलाए गए 6 महीने लंबे रक्तदान अभियान शामिल थे। इसके अलावा मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु में साबिक के साइट ऑफिसों पर एक दिन का ब्लड डोनेशन कैंप लगाया गया। इस पहल के रूप में लगाए गए रक्तदान शिविरों में दिल्ली, गुड़गांव, बेंगलुरु, मुंबई और चेन्नई में वर्किंग प्रोफेशेनल्स, छात्रों और स्थानीय निवासियों ने बढ़चढ़कर रक्तदान किया और व्यापक पैमाने पर इन शिविरों में अपनी भागीदारी निभाई। सभी रक्तदान शिविरों को योग्य और प्रशिक्षित प्रोफेशेनल्स का समर्पित टीमों का समर्थन हासिल था, जिन्होंने रक्त को एकत्र करने, प्रोसेसिंग और ब्लड को टेस्ट करने के लिए अच्छी लैब प्रैक्टिस को अपनाया और सख्त स्क्रीनिंग प्रक्रिया का प्रयोग किया। इसका सावधानी से परीक्षण कर दस्तावेजीकरण भी किया गया। ब्लडकनेक्ट फाउंडेशन के दिल्ली-एनसीआर के अध्यक्ष रेयश कादयान ने कहा, “जिस तरह का रेस्पांस हमें मिल रहा है, उससे हम काफी खुश हैं। लोग अब रक्तदान करने के लिए आगे आ रहे हैं। हमारे अभियान ने रक्तदान से जुड़ी गलत धारणाओं और अंधविश्वासों को दूर करने में भी।

 

महेंद्र के अवस्थी

91-9990630535, 9555328583


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