अनोखा गांव। जहां पति-पत्नि साल में 5 दिन नहीं करते मजाक

punjabkesari.in Friday, Sep 25, 2015 - 08:56 PM (IST)

नई दिल्ली: आपने एक से बढ़कर एक अनोखी परंपराओं के बारे में सुना होगा, लेकिन देवभूमि हिमाचल के कुल्लू जिले के एक गांव में एक अनोखी ही पंरपरा है। मॉर्डन जमाना आने के बावजूद इस गांव में ऎसी परंपरा आज भी चल रही है। यहां पर मणिकर्ण घाटी में पीणी गांव ऐसी जगह है जहां पर पति-पत्नी साल के 5 दिन तक आपस में एक दूसरे से हंसी मजाक नहीं करते। इतना ही नहीं बल्कि महिलाएं 5 दिन तक कपड़े भी बदल नहीं सकती। महिलाओं को 5 दिन तक ऊन से बने पट्टू ही ओढऩे पड़ते हैं।
 
कहा जाता है काला महीना
 
पीणी गांव में इस अनोखी परंपरा का पालन 17 से 21 अगस्त तक 5 दिनों के लिए किया जाता है। इन दिनों लोग शराब सेवन भी नहीं करते। यहां के लोगों का मानना है कि लाहुआ घोंड देवता जब पीणी पहुंचे थे तो उस दौरान राक्षसों का आतंक था। भादो संक्रांति को यहां काला महीना कहा जाता है और इस दिन देवता ने पीणी में पांव रखते ही राक्षसों का नाश किया था।
 
देव पंरपरा के अनुसार होता है ऐसा
 
माना जाता है कि देवता के इस गांव में पांव रखने के बाद से ही इस देव परंपरा की शुरूआत हो गई जो आज भी कायम है। इसके बाद से ही महिला-पुरूष भादो महीने के में 5 दिनों के लिए हंसी-मजाक नहीं करते। वहीं महिलाएं कपड़ों की जगह खास तरह के पट्टू ओढऩे की परंपरा का निर्वहन करती है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News