गरुड़ पुराण: भूलकर भी न करें ये काम, मौत की अोर होंगे अग्रसर

punjabkesari.in Tuesday, Jun 06, 2017 - 11:44 AM (IST)

जो व्यक्ति धरती में आया है उसका मरना निश्चित है। किसने कब मृत्यु को प्राप्त हो जाना है कोई नहीं जानता। लेकिन गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी बातों के बारे में बताया गया है, जिनसे व्यक्ति की आयु कम होती है। हर किसी को इन बातों का ज्ञान नहीं है। कुछ कार्य ऐसे हैं जिन्हें एक निश्चित समय में करना ठीक होता है। 

रात के समय दही का सेवन
दही खाना व्यक्ति की सेहत के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन रात के समय इसका सेवन नुक्सानदायक होता है। रात को दही के सेवन से कई प्रकार के रोग होते हैं अौर जिससे व्यक्ति की आयु कम होती है। रात को भोजन के बाद हम अधिक मेहनत नहीं करते, जिसके कारण खाना ठीक से नहीं पचता। पेट में दही के ठीक से न पच पाने के कारण व्यक्ति कई रोगों से ग्रसित हो जाता है, इसलिए रात के समय भूलकर भी दही का सेवन नहीं करना चाहिए। 

बासी मांस का सेवन
सूखा मास अर्थात बासी या कुछ दिन पुराना मांस। इस प्रकार के मांस का सेवन करने से भी व्यक्ति की आयु कम होती है। जब मांस को कुछ दिन रख देते हैं तो वह सूख जाता है अौर उसमें कई प्रकार के बैक्टीरिया व वायरसों का संक्रमण हो जाता है। जब कोई व्यक्ति उस मांस के सेवन करता है तो बैक्टीरिया उसके पेट में चले जाते हैं। जिससे उसे कई प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है।  

सुबह देर से उठना
सुबह देर तक सोने से भी व्यक्ति की आयु कम होती है। व्यक्ति को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए क्योंकि पूरे दिन की अपेक्षा ब्रह्म मुहूर्त में शुद्ध हवा अधिक होती है। सुबह देर से उठने के कारण ब्रह्म मुहूर्त में शुद्ध वायु हमारे शरीर को नहीं मिल पाती, जिसके कारण हमारा शरीर कमजोर होने लगता है और कई रोग हो जाते हैं। इसलिए व्यक्ति को सुबह अधिक देर तक नहीं सोना चाहिए। 

श्मशान का धुंआ
व्यक्ति के मृत शरीर में कई प्रकार के बैक्टीरिया व वायरसों का संक्रमण हो जाता है। जब श्मशान में शवों का दाह संस्कार किया जाता है तो कुछ बैक्टीरिया व वायरस नष्ट हो जाते हैं अौर कुुछ वायुमंडल में धुंए के साथ फैल जाते हैं। जब कोई व्यक्ति इस धुंए के संपर्क में आता है तो उसे कई प्रकार के रोग हो जाते हैं। जिससे व्यक्ति की आयु कम हो सकती है। 

सुबह अौर अत्यधिक मैथुन करना
गरुड़ पुराण के अनुसार सुबह के समय अौर अत्यधिक मैथुन करने से भी व्यक्ति की आयु कम होती है। हमारे महापुरुषों ने सुबह का समय योग, प्राणायाम आदि के लिए निश्चित किया है। इस समय पर मैथुन करने से व्यक्ति का शरीर कमजोर होता है। यदि अत्यधिक मैथुन किया जाए तो भी व्यक्ति के शरीर कमजोर होता है अौर एक समय बाद उसके शरीर में रोगों से लड़ने की ताकत नहीं रहती। इसलिए सुबह के समय अौर अत्यधिक मैथुन नहीं करना चाहिए। 


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