गैरकानूनी तरीके से धन जुटाने के लिए Sebi ने सात अन्य पर प्रतिबंध लगाया

punjabkesari.in Wednesday, Sep 06, 2017 - 04:09 PM (IST)

नई दिल्लीः भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक मामले में आठ इकाइयों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार में कारोबार की दस साल की रोक लगा दी है। यह मामला कथित रूप शेयर ब्रोकिंग कंपनी के निदेशकों द्वारा जनता से गैरकानूनी तरीके से 1,200 करोड़ रुपए जुटाने से संबंधित है। सेबी ने इन इकाइयों पर दस साल तक धन जुटाने पर रोक लगाने के अलावा निवेशकों से जुटाई गई राशि मय ब्याज तीन महीने के अंदर लौटाने का निर्देश दिया है।

स्टॉक ब्रोकर ब्लू चिप कॉरपोरेशन प्राइवेट लिमिटेड (बी.सी.सी.पी.एल.), नितिन राजाराम नारके, प्रवीण बी दरावडे, भावना चड्ढा, माइलस्टोन इन्वेस्टमेंट, नितिन नारके इन्वेस्टमेंट, ब्लू चीप इन्वेस्टमेंट और ब्लू चिप इन्वेस्टमेंट पर प्रतिबंध लगाया गया है। नियामक के मुताबिक, प्रारंभिक जांच में बी.सी.सी.पी.एल. के निदेशकों नारके और दरावडे को शेयरधारक के रूप में कार्य करने के लिए दिए गए पंजीकरण प्रमाण पत्र का दुरुपयोग करने और निवेशकों से धन एकत्र करते हुए पाया गया है। नारके ने एक व्यक्ति के साथ मिलकर विभिन्न कंपनियां खड़ी कीं। उन्होंने निवेशकों को गलत तथ्यों की जानकारी देकर ऊंचे रिटर्न का लालच दिया और धन जुटाया। नरके पर अपने 15 एजेंटों के जरिए जनता से 1,200 करोड़ रुपए एकत्र करने का आरोप है।

इसके साथ ही सेबी ने आज पूर्ववर्ती होम ट्रेड लिमिटेड में निदेशक रहे विदेशी नागरिक एलन जेम्स मैकमिलन के पूंजी बाजार में कारोबार करने पर 10 साल का प्रतिबंध लगा दिया है। करीब दो दशक पहले 500 करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर यह कंपनी चर्चा में आई थी।     


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