रिलायंस बनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2017 - 03:14 AM (IST)

नई दिल्ली: देश के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनी बन गई है। रिलायंस ने पिछले साल की तुलना में इस मामले में 5 स्थानों की छलांग लगाई है। उससे आगे रूस की गैस फर्म गेकाप्रॉम और जर्मनी की ई.ऑन हैं।

प्लैट्स की शीर्ष 250 ग्लोबल एनर्जी कंपनी रैंकिंग के मुताबिक सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन सूची में शीर्ष-10 में स्थान बनाने में कामयाब रही। इंडियन ऑयल को 7वां स्थान मिला है। 2016 में वह 14वें और 2015 में 66वें स्थान पर थी। ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्प (ओ.एन.जी.सी.) को 2017 की सूची में 11वां स्थान मिला है जबकि 2016 में यह 20वें स्थान पर थी। प्लैट्स ने अपने बयान में कहा कि ऊर्जा क्षेत्र से जुड़ी 14 भारतीय कंपनियां एस. एंड पी. ग्लोबल प्लेट्स शीर्ष 250 एनर्जी कंपनी रैंकिंग में स्थान पाने में कामयाब रही हैं, जो पिछले बार की तुलना में एक कम है। 

दुनिया की सबसे बड़ी तेल शोधनशाला का मालिकाना हक रखने वाली रिलायंस को पिछले साल इस सूची में 8वां स्थान प्राप्त हुआ था। कोल इंडिया लिमिटेड एकमात्र ऐसी भारतीय कंपनी है, जिसकी रैंकिंग में गिरावट आई है। वर्ष 2017 में कोल इंडिया को 45वां स्थान मिला है जबकि 2016 में वह 38वें स्थान पर काबिज थी। रैंकिंग में शामिल अन्य कंपनियों में भारत पैट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (39), हिंदुस्तान पैट्रोलियम (48), पावर ग्रिड कॉर्प (81) और गेल इंडिया (106) हैं।

रूस की गेकाप्रॉम ने खत्म की अमरीकी कम्पनी की बादशाहत
रूस की गेकाप्रॉम ने अमरीका की तेज और गैस क्षेत्र की दिग्गज एक्सॉन मोबिल की 12 साल की बादशाहत को खत्म करते हुए सूची में पहला स्थान प्राप्त किया है। इस साल सबसे तेजी से आगे बढऩे वाली कंपनी जर्मनी की ई.ऑन है। वह 112 स्थान की छलांग लगाकर 114वें से सीधे दूसरे स्थान पर पहुंच गई है। एस. एंड पी. ग्लोबल प्लैट््स द्वारा प्रकाशित वार्षिक टॉप 250 चार प्रमुख मैट्रिक्स परिसंपत्ति मूल्य, राजस्व, मुनाफा और निवेशित पूंजी पर रिटर्न का इस्तेमाल करते हुए वित्तीय प्रदर्शन के आधार पर कंपनियों को स्थान देता है। सूची में शामिल सभी कंपनियों की संपत्ति 5.5 अरब डॉलर से अधिक है।


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